भारत से जारी तनाव के बीच पाकिस्तान ने शनिवार को अब्दाली वेपन सिस्टम नाम की बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण का दावा किया है। पाकिस्तान का कहना है कि उसने ऑपरेशनल रेडिनेस एक्सरसाइज
‘इंडस’ के तहत 450 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली इस सरफेस टू सरफेस मिसाइल का परीक्षण किया। यह मिसाइल 500-700 किलोग्राम तक के न्यूक्लियर एंड कन्वेंशनल हथियार ले जा सकती है, हालांकि इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से कन्वेंशनल हथियारों के लिए किया जाता है। इसमें मॉडर्न नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम हैं, जो सटीक निशाना लगाने में सक्षम हैं। पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि इस टेस्टिंग का मकसद सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार रखना और मॉडर्न नेविगेशन सिस्टम के तकनीकी मापदंडों को चेक करना था। पाकिस्तानी मंत्री ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी थी
पाकिस्तान ने यह मिसाइल टेस्टिंग ऐसे वक्त पर की है जब कुछ दिन पहले ही उसके एक मंत्री ने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि हमारे पास जो 130 परमाणु हथियार हैं, आपको पता नहीं है कि पाकिस्तान के किस-किस हिस्से में ये रखे हुए हैं। ये जो गोरी, शाहीन, गजनवी (मिसाइलें) हैं, ये हमने चौक पर सजाने के लिए नहीं, हिंदुस्तान के लिए रखे हैं। ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग में भारत चौथे तो पाकिस्तान 12वें नंबर पर
ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग के मुताबिक 145 देशों की लिस्ट में भारत चौथे नंबर पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर है। वहीं मिलिट्री वॉच मैगजीन के अनुसार भारत टियर 2 मिलिट्री पावर में आता है, जबकि पाकिस्तान टियर 3 मिलिट्री पावर में आता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत का मिलिट्री खर्च पाकिस्तान से लगभग नौ गुना ज्यादा था। भारत मिलिट्री खर्च 86.1 अरब डॉलर था, जबकि पाकिस्तान का सैन्य व्यय 10.2 अरब डॉलर रहा। भारत और पाकिस्तान की प्रमुख मिसाइल को जानिए… —————————— यह खबर भी पढ़ें… मंडे मेगा स्टोरी- ‘130 परमाणु हथियारों का निशाना भारत’:पाकिस्तान फौरन न्यूक्लियर अटैक की धमकी क्यों देने लगता है, भारत कैसे निपटेगा ये जो गोरी, शाहीन, गजनवी (मिसाइलें) हैं, ये हमने चौक पर सजाने के लिए नहीं, हिंदुस्तान के लिए रखे हैं। हमारे पास जो 130 परमाणु हथियार हैं, आपको पता नहीं है कि पाकिस्तान के किस-किस हिस्से में ये रखे हुए हैं। ये बयान है पाकिस्तान के रेलमंत्री हनीफ अब्बासी का है… यहां पढ़ें पूरी खबर…
‘इंडस’ के तहत 450 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली इस सरफेस टू सरफेस मिसाइल का परीक्षण किया। यह मिसाइल 500-700 किलोग्राम तक के न्यूक्लियर एंड कन्वेंशनल हथियार ले जा सकती है, हालांकि इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से कन्वेंशनल हथियारों के लिए किया जाता है। इसमें मॉडर्न नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम हैं, जो सटीक निशाना लगाने में सक्षम हैं। पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि इस टेस्टिंग का मकसद सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार रखना और मॉडर्न नेविगेशन सिस्टम के तकनीकी मापदंडों को चेक करना था। पाकिस्तानी मंत्री ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी थी
पाकिस्तान ने यह मिसाइल टेस्टिंग ऐसे वक्त पर की है जब कुछ दिन पहले ही उसके एक मंत्री ने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि हमारे पास जो 130 परमाणु हथियार हैं, आपको पता नहीं है कि पाकिस्तान के किस-किस हिस्से में ये रखे हुए हैं। ये जो गोरी, शाहीन, गजनवी (मिसाइलें) हैं, ये हमने चौक पर सजाने के लिए नहीं, हिंदुस्तान के लिए रखे हैं। ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग में भारत चौथे तो पाकिस्तान 12वें नंबर पर
ग्लोबल फायरपावर रैंकिंग के मुताबिक 145 देशों की लिस्ट में भारत चौथे नंबर पर है, जबकि पाकिस्तान 12वें स्थान पर है। वहीं मिलिट्री वॉच मैगजीन के अनुसार भारत टियर 2 मिलिट्री पावर में आता है, जबकि पाकिस्तान टियर 3 मिलिट्री पावर में आता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत का मिलिट्री खर्च पाकिस्तान से लगभग नौ गुना ज्यादा था। भारत मिलिट्री खर्च 86.1 अरब डॉलर था, जबकि पाकिस्तान का सैन्य व्यय 10.2 अरब डॉलर रहा। भारत और पाकिस्तान की प्रमुख मिसाइल को जानिए… —————————— यह खबर भी पढ़ें… मंडे मेगा स्टोरी- ‘130 परमाणु हथियारों का निशाना भारत’:पाकिस्तान फौरन न्यूक्लियर अटैक की धमकी क्यों देने लगता है, भारत कैसे निपटेगा ये जो गोरी, शाहीन, गजनवी (मिसाइलें) हैं, ये हमने चौक पर सजाने के लिए नहीं, हिंदुस्तान के लिए रखे हैं। हमारे पास जो 130 परमाणु हथियार हैं, आपको पता नहीं है कि पाकिस्तान के किस-किस हिस्से में ये रखे हुए हैं। ये बयान है पाकिस्तान के रेलमंत्री हनीफ अब्बासी का है… यहां पढ़ें पूरी खबर…