पार्टी छोड़ने के 5 महीने बाद दिग्विजय और गुलाम नबी से मिले सिंधिया; सांसदों को सभापति के कमरे की बजाय हाउस के अंदर शपथ दिलाई गई

राज्यसभा में बुधवार को 45नए सांसदों ने शपथ ली। कोरोना काल चल रहा है, लिहाजा सांसदों ने इसका ध्यान रखा। सदन में बाकायदा सोशल डिस्टेंसिंग दिखी। सभापति वेंकैया नायडू ने निर्देश दिया कि दस्तखत करने के बाद सांसद पेन अपने साथ ले जा सकते हैं। साइन करने के लिए पेन अलग से रखे गए थे।सांसदों को सभापति के कमरे की बजाय हाउस के अंदर शपथ दिलाई गई।

उधर, पार्टी छोड़ने के 5 महीनेबाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और गुलाम नबी आजाद से मिले। दिग्विजय और सिंधिया ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। हालांकि, दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।

सदन में सांसदों का कुछ ऐसा रहा अंदाज…

राज्यसभा में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। सांसदों को दो गज की दूरी पर बैठाया गया
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पहली बार राज्यसभा के सांसद चुने गए गए। वे कर्नाटक से आते हैं। शपथ के दौरान मास्क के साथ ग्लव्ज भी पहने दिखे।
भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल समेत अन्य सांसदमल्लिकार्जुन खड़गे से मिलनेपहुंच गए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया मार्च में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। अब राज्यसभा सांसद हैं। शपथ लेने से पहले वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की।
प्रियंका चतुर्वेदी महाराष्ट्र से चुनकर पहुंचीं। शिवसेना से पहले कांग्रेस में थीं।
महाराष्ट्र से कांग्रेस सांसद राजीव अपने बच्चों को लेकर सदन में पहुंचे।
हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा पहुंची इंदु बाला गोस्वामी ने भी शपथ ली। वे हिमाचली टोपी पहनकर सदन पहुंचीं।
कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश से बने हैं। पत्नी अमृता के साथ सदन में पहुंचे।

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शपथ ग्रहण के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और गुलाम नबी आजाद का अभिवादन किया। सिंधिया और दिग्विजय के बीच बातचीत नहीं हुई।