पितृ पक्ष, चतुर्थी और शनिवार का योग:गणेश जी और शनिदेव की पूजा के बाद दोपहर में करें पितरों के लिए श्राद्ध, तेल और काले तिल का करें दान

शनिवार, 21 सितंबर को आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। अभी पितृ पक्ष चल रहा है और इस पक्ष में चतुर्थी और शनिवार का योग पूजा-पाठ के नजरिए से बहुत खास है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा कहते हैं, ”पितृ पक्ष में किए गए श्राद्ध-तर्पण से घर-परिवार के पितर देवता तृप्त होते हैं और परिवार के लोगों को आशीर्वाद देते हैं। पितरों के आशीर्वाद से घर में सुख-शांति और सफलता बनी रहती है। पितृ पक्ष की चतुर्थी पर गणेश जी के लिए व्रत-उपवास करना चाहिए। इस बार चतुर्थी शनिवार को है तो नौ ग्रहों में से एक न्यायाधीश शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं। काले तिल और तेल का दान करें।” अब जानिए पितृ पक्ष में कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं और श्राद्ध करने की सरल विधि…