घोटाले की वजह से चर्चा में आए पीएमसी बैंक अब दूसरे बैंक के साथ मर्ज होने की संभावना तलाश रहा है। बैंक ने कई बैंकों के साथ इस बारे में बात भी की है। हालांकि बैंक बड़े कर्जखोरों से अभी भी रिकवरी की कोशिश कर रहा है। यह जानकारी बैंक प्रशासक ने कोर्ट में फाइलिंग में दी है।
बड़े बैंकों के साथ चल रही है बात
पीएमसी ने दिल्ली हाईकोर्ट में बताया है कि वह कई बड़े बैंकों के साथ मर्जर के लिए बात कर रहा है। पीएमसी ने 10 सितंबर को कोर्ट में अपनी फाइलिंग में यह जानकारी दी है। बता दें कि बैंक ने कर्ज की ज्यादातर राशि एचडीआईएल को दी थी। इसी कंपनी से आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक कर्ज को वसूलने की कोशिश कर रहा है। यह प्रशासक पीएमसी और एचडीआईएल अधिकारियों की जांच कर रहा है।
एचडीआईएल ने लिया था 6,981 करोड़ का कर्ज
एचडीआईएल और इसकी सहयोगी कंपनियों ने पीएमसी बैंक से कुल 6,981 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। यह कर्ज की राशि नियमों के विपरीत थी और एचडीआईएल की सिक्योरिटीज की वैल्यू से काफी ज्यादा थी। बैंक ने कहा कि वह एचडीआईएल की याट भी बेचने की कोशिश कर रहा है, पर बिडर्स कोरोना की वजह से इसकी जांच नहीं कर पा रहे हैं।
इसी तरह एचडीआईएल का एयरक्राफ्ट भी इसलिए नहीं बिक पा रहा है क्योंकि मुंबई का एयरपोर्ट विजिटर्स के लिए बंद है।
पिछले साल घोटाला आया था सामने
बता दें कि पिछले साल पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) में घोटाले की बात सामने आई थी। इस मामले में एचडीआईएल को कर्ज देने का मामला सामने आया था। बैंक ने कई कर्ज ऐसे दिए जो नियमों के विपरीत थे। इस घटना के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक के मैनेजमेंट को हटाकर अपना नया प्रशासक नियुक्त किया था। इसके बाद से आज भी बैंक के हजारों ग्राहक पैसा पाने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
समय-समय पर बढ़ी पैसे निकालने की सीमा
हालांकि समय-समय पर आरबीआई ने बैंक से पैसे निकालने की सीमा भी बढ़ाई थी। फिलहाल एक ग्राहक एक लाख रुपए निकाल सकता है। शुरू में यह सीमा एक हजार रुपए थी। इस मामले में बैंक के एमडी सहित कई अधिकारी गिरफ्तार भी हुए थे। बैंक ने कहा कि कई और सारी कानूनी प्रक्रियाएं हैं जिनके जरिए सिक्योरिटीज बेचने की कोशिश की जा रही है, पर कोरोना की वजह से इसमें सफलता नहीं मिल रही है।
1984 में स्थापित पीएमसी बैंक की कुल 137 शाखाएं हैं। यह 6 राज्यों में फैली हैं। सितंबर 2019 में अचानक बैंक में दिक्कत आ गई और इसके जमाकर्ताओं ने हंगामा कर दिया।