पुतिन और ट्रम्प के बीच फोन पर बातचीत जारी:यूक्रेन में सीजफायर पर फैसला मुमकिन; रूस की शर्त- यूक्रेन की हथियार सप्लाई बंद हो

यूक्रेन जंग में सीजफायर को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच पिछले 1 घंटे से फोन पर बातचीत जारी है। अमेरिका ने 30 दिन के सीजफायर प्रस्ताव रखा है। व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच भारतीय समयानुसार शाम 7:30 बजे बातचीत शुरू हुई। इससे पहले रूस ने शर्त रखी थी कि अमेरिका और यूरोप को सीजफायर के दौरान यूक्रेन को हथियार देना बंद करना होगा। रूसी राष्ट्रपति ऑफिस ने कहा- पुतिन चाहते हैं कि अमेरिका और यूरोप यूक्रेन को हथियारों सप्लाई बंद कर दें, लेकिन उनकी प्राथमिकता है कि अमेरिका यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोक दे। हालांकि एक्सपर्ट्स को चिंता है कि अगर युक्रेन की हथियार सप्लाई रुकती है तो उस पर रूसी हमले का खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा। ​​​​​ट्रम्प बोले- पुतिन से बात करने का अच्छा मौका
व्हाइट हाउस का मानना ​​है कि शांति एक विकल्प है, लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को इस बात पर यकीन नहीं है कि पुतिन सीजफायर को लेकर गंभीर हैं। एक दिन पहले यानी सोमवार को ट्रम्प ने मीडिया से कहा कि हम यह हम देखना चाहते हैं कि क्या हम उस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं। हो सकता है कि हम कर सकें, हो सकता है कि हम न कर सकें, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे पास राष्ट्रपति पुतिन से बात करने का अच्छा मौका है। रूस बोला- नाटो वादा करे कि यूक्रेन को मेंबरशिप नहीं देगा
यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की 30 दिन के सीजफायर प्रस्ताव पर सहमत हैं। रूस ने भी सैद्धांतिक तौर पर सहमति जताई है। हालांकि रूसी उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर ग्रुश्को का कहना है कि हमें इस बात की ठोस गारंटी मिलनी चाहिए कि यूक्रेन न्यूट्रल पोजिशन में रहेगा, नाटो देशों को यह वादा करना होगा कि वो यूक्रेन को मेंबरशिप नहीं देंगे यूक्रेन 30 दिन के सीजफायर के लिए तैयार
पिछले मंगलवार यानी 11 मार्च को सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी। इस बैठक में यूक्रेन ने 30 दिन के सीजफायर पर सहमति जताई है। हालांकि तब रूस ने किसी भी अस्थाई सीजफायर से इनकार किया था। रूस ने पश्चिमी देशों से एक व्यापक सुरक्षा समझौते की मांग की है। इसमें यूक्रेन को NATO में शामिल नहीं करने की गारंटी भी शामिल है। दिसंबर में पुतिन ने कहा था कि “हमें सीजफायर की नहीं शांति की आवश्यकता है। रूस और उसके नागरिकों को सुरक्षा गारंटी के साथ शांति चाहिए।” यूक्रेन का 20% हिस्सा रूस के कंट्रोल में
रूस बीते तीन साल में यूक्रेन का लगभग 20% हिस्सा हथिया चुका है। राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के चार पूर्वी प्रांत डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन को रूस में शामिल कर चुके हैं। जबकि रूस के कुर्स्क इलाके में दोनों सेनाओं में संघर्ष जारी है।