रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वे यूक्रेन के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जंग रोकने के लिए किसी भी समझौते से यूक्रेन को बाहर नहीं रखा जाएगा। दरअसल, मंगलवार को सऊदी अरब में हुई रूस और अमेरिका के बातचीत पर जेलेंस्की ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि बैठक में हमें न बुलाया जाना हैरान करने वाला है। कोई भी डील हमसे बात किए कैसे हो सकती है। रूस की इंटरफैक्स और टास एजेंसी के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि रूस और अमेरिका के बीच भरोसा बढ़ाए बिना यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों का हल नहीं निकाला जा सकता है। रियाद में हुई बैठक का यही मकसद था। पुतिन ने ये भी कहा कि रूस ने कभी यूरोप या यूक्रेन से बात करने से इनकार नहीं किया। बल्कि यूक्रेन ही अब तक रूस से बात करने से इनकार करता आया है। पुतिन ने कहा- हम किसी पर कुछ भी नहीं थोप रहे। हम बात करने के लिए तैयार हैं। ये हम सैकड़ों बार कह चुके हैं। अगर वे राजी हैं, तो बातचीत होने दीजिए। कोई यूक्रेन को किसी समझौते से बाहर नहीं कर रहा है। पुतिन बोले- रूस-अमेरिका के बीच अच्छी बातचीत हुई पुतिन ने रूस और अमेरिका के बीच हुई बातचीत को अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने बिना किसी पक्षपात के बातचीत में हिस्सा लिया। उन्होंने ये भी कहा कि वे ट्रम्प से मिलना चाहेंगे लेकिन इस बैठक की तैयारी करनी बाकी है। ट्रम्प ने कहा- यूक्रेन ने समाधान खोजने के लिए तीन साल का वक्त गंवाया वहीं, जेलेंस्की की नाराजगी को लेकर ट्रम्प ने कहा कि मैं सुन रहा हूं जेलेंस्की कह रहे कि हमने बातचीत में उन्हें शामिल नहीं किया। सच तो ये है कि उनके पास बातचीत करने के लिए तीन साल का वक्त था। उससे पहले भी वे बात कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ये वक्त गंवाया। जेलेंस्की को कभी युद्ध की शुरुआत करनी ही नहीं चाहिए थी। वे बहुत आसानी से डील कर सकते थे। मार-ए-लागो रिसॉर्ट में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए ट्रम्प ने कहा, मैं यूक्रेन के लिए डील कर सकता था। ऐसा होता तो उन्हें उनकी तकरीबन पूरी जमीन वापस मिल जाती और किसी की जान नहीं जाती, न तो कोई शहर तबाह होता। ट्रम्प ने कहा कि जो हुआ है मैं उससे बहुत निराश हूं। मैं तीन साल से देख रहा हूं। ये युद्ध कभी होना ही नहीं चाहिए था। मैं राष्ट्रपति होता तो ये युद्ध नहीं होने देता। इतने लोग मारे गए हैं, जितने वर्ल्ड वॉर में मारे गए थे। यूक्रेनी सांसद बोले- ट्रम्प का बयान अच्छा नहीं लगा ट्रम्प के बयान पर यूक्रेन के सांसद ओलेक्सी होंचारेंको ने कहा कि यह बयान सुनकर दुख हुआ, लेकिन इन हालात में हम अपने साथी के तौर पर अमेरिका को नहीं खो सकते हैं। हम यहां रोज मारे जा रहे हैं। चाहे कोई कुछ भी कहे हमारा मकसद सिर्फ युद्ध को रोकना और यूक्रेन की संप्रभुता बनाए रखना होना चाहिए। जेलेंस्की ने कहा- रूस को झूठ बोलने वाले लोग चला रहे यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बुधवार को कीव में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई मुद्दों पर बात रखी। रूस-अमेरिका बातचीत को लेकर उन्होंने कहा कि रूस ने इस बैठक में हमेशा की तरह फिर झूठ बोला कि उसने यूक्रेन के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया है। जेलेंस्की ने यूक्रेनी शहर ओडेसा से एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और लिखा कि रूसी ड्रोन ने यहां के इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसफॉर्मर्स समेत सिविलियन एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को अटैक किया। हमें ये याद रखना होगा कि रूस को चलाने वाले आदतन झूठे हैं। उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। शांति लाने के लिए हमें उन पर दबाव डालना होगा। जेलेंस्की ने कहा कि जब रियाद में रूस-यूक्रेन यूक्रेन में शांति लाने के लिए बात कर रहे थे, उस वक्त रूस ने यूक्रेन के ओडेशा शहर में ड्रोन से हमला किया। ये हमला इलेक्ट्रिकल ट्रांसफॉर्मर पर किया गया, वो भी इस ठंड में जब रात का तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस था। उन्होंने कहा कि करीब ओडेसा में रह रहे कम से कम 1.6 लाख लोगों के पास बिना हीट या इलेक्ट्रिसिटी नहीं है। 13 स्कूल, एक किंडरगार्टन और कुछ अस्पतालों में हीट और इलेक्ट्रिसिटी नहीं है। जेलेंस्की बोले- ट्रम्प रूस के बनाए झूठे बुलबुले में जी रहे ट्रम्प ने कहा था कि यूक्रेन में जेलेंस्की की अप्रूवल रेटिंग गिरकर सिर्फ 4% रह गई है। इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि सबसे हालिया नतीजों में मुझे 58% वोट मिले हैं यानी इतने यूक्रेनी लोग मुझ पर भरोसा करते हैं। इसलिए अगर कोई मुझे सत्ता से हटाना चाहता है, तो ये अभी काम नहीं करेगा। जेलेंस्की ने कहा कि रूस की तरफ से लगातार यूक्रेन को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प का हम सम्मान करते हैं, लेकिन अफसोस की बात है वे गलत जानकारी के बुलबुले में जी रहे हैं। मेरी अप्रूवल रेटिंग की गलत जानकारी रूस ही अमेरिका को दे रहा है। यूक्रेन ने युद्ध पर 27.8 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जेलेंस्की ने बताया कि तीन साल से जारी इस युद्ध में यूक्रेन ने करीब 320 अरब डॉलर यानी 27.8 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें से करीब 10 लाख करोड़ रुपए यूक्रेनी टैक्सपेयर्स ने दिए हैं, जबकि 17.38 लाख करोड़ रुपए अमेरिका और यूरोप ने दिए हैं। इसके अलावा अमेरिका ने 5.82 लाख करोड़ रुपए के हथियार भी मुहैया कराए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पहले कहा है कि वे यूक्रेन को दी गई मदद के बदले 500 अरब डॉलर (43.4 लाख करोड़ रुपए) की कीमत के रेयर अर्थ मिनरल्स चाहता है। इसे लेकर जेलेंस्की ने बताया कि अमेरिका ने कभी 500 अरब डॉलर की मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि अमेरिका दावा करता है कि यूक्रेन को मिलने वाले सपोर्ट में 90% अमेरिका से आता है, लेकिन सच कुछ और ही है। हालांकि हम उनके सपोर्ट के लिए शुक्रगुजार हैं। यूक्रेन जंग पर यूरोपीय नेताओं के साथ दूसरी मीटिंग करेंगे फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों बुधवार देर रात तक यूक्रेन युद्ध को लेकर यूरोपीय नेताओं के साथ दूसरी मीटिंग करेंगे। इसमें करीब 15 देशों के शामिल होने का अनुमान है। इनमें से ज्यादातर देश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। दो दिन पहले ही यूक्रेन की सिक्योरिटी को लेकर एक बैठक हुई थी। इसमें ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, पोलैंड, स्पेन, डेनमार्क और नीदरलैंड्स शामिल हुए थे। इसके अलावा यूरोपीय यूनियन के शीर्ष प्रतिनिधी और NATO के सेक्रेटरी जनरल मार्क रूट भी इसमें मौजूद थे। इस बैठक में तय किया गया था कि ये देश और संस्थाएं अपनी सुरक्षा पर ज्यादा खर्च करेंगे और यूक्रेन के भविष्य के बारे में लिए जाने वाले फैसलों में उसे शामिल करेंगे। संभावना है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर आने वाले दिनों में तीसरी मीटिंग रखेंगे। ———————————– ये खबरें भी पढ़ें… यूक्रेन जंग रोकने के लिए रूस-अमेरिका पहले अपने रिश्ते सुधारेंगे:सऊदी अरब में 4:30 घंटे बैठक में 3 मुद्दों पर सहमति, इसमें यूक्रेन को ही नहीं बुलाया यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए यूक्रेन के बिना रूस और अमेरिका के बीच पहले दौर की बैठक शुक्रवार शाम को खत्म हो गई। बैठक सऊदी अरब के रियाद में हुई थी। 4:30 घंटे चली इस बैठक में रूस-अमेरिका ने सबसे पहले अपने आपसी रिश्ते सुधारने की पहल की। इसमें सहमति बनी है दोनों देश जल्द से जल्द अपने दूतावासों को चालू करेंगे। यहां स्टाफ की भर्ती करेंगे, ताकि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति न बने। पूरी खबर यहां पढ़ें… अमेरिका को अपना खनिज भंडार नहीं देगा यूक्रेन:जेलेंस्की बोले- अमेरिका हमारे आधे संसाधन लेकर जंग में मदद देगा, इसकी गारंटी नहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने युद्ध में दी गई मदद के बदले यूक्रेन के खनिज भंडार में हिस्सा मांगने के अमेरिका के ऑफर को ठुकरा दिया है। यह जानकारी 16 फरवरी को अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने दी। इस डील के तहत अमेरिका ने यूक्रेन के ग्रेफाइट, लिथियम और यूरेनियम समेत सारे खनिज भंडारों में 50% हिस्सेदारी की मांग रखी थी। पूरी खबर यहां पढ़ें…