अभी हिन्दी पंचांग का दसवां महीना पौष चल रहा है, इस महीने में सूर्य पूजा करने का विशेष महत्व है। जानिए इस परंपरा से जुड़ी खास बातें… पौष मास में सूर्य पूजा क्यों जरूरी है? दरअसल, इस महीने में ठंड अपने पूरे प्रभाव में होती है और ठंड की वजह से लोग पूरे दिन ऊनी वस्त्र पहनते हैं, कपड़ों से पूरा शरीर ढंका रहता है, ऐसे में हमारे शरीर तक सूर्य की किरणे नहीं पहुंच पाती है। जिससे हमें विटामिन डी नहीं मिल पाता है। अच्छी सेहत, रोग प्रतिरोधक क्षमता, हड्डियों की मजबूती और शारीरिक शक्ति के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। रोज सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल चढ़ाने की परंपरा है, ताकि हम सुबह कुछ देर सूर्य की धूप में रह सके। इस परंपरा का भाव ये है कि हमें ठंड के दिनों में सुबह-सुबह कुछ देर धूप में बैठना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि सूर्य की किरणे सीधे हमारे शरीर तक पहुंचे।