कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी विकास दुबे फरीदाबाद में आकर रूका था। पहले वह अपने परिजनों के यहां न्यू इंदिरा कॉलोनी में रहा। इसके बाद उसने होटल की तलाश शुरू की। होटल लेने गया तो उसके साथी अंकुर की आईडी का इस्तेमाल किया। उस आईडी पर फोटो साफ नहीं थी। ऐसे में होटल संचालक ने उससे दूसरी आईडी मांगी। उनके पास दूसरी आई थी नहीं। ऐसे में होटल न मिलता देख आना-कानी होने लगी तो विकास ने तत्काल कमरे का दाम पूछा। संचालक ने 800 रुपये बताया। विकास ने तत्काल उसे 1600 रुपये देने के लिए कह दिया लेकिन संचालक को शक हुआ तो उसने कमरा देने से साफ मना कर दिया। ऐसे में झोला उठाए विकास दुबे वहां से नीचे उतरा और अॉटो में बैठकर चला गया।
सीसीटीवी कैमरे में उसके जाने का वीडियो भी सामने आ रहा है। यह घटना करीब 12 बजे के आसपास की है। उसके तीन घंटे बाद फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की कई टीम होटल में पहुंची और वहां की तलाशी ली। पुलिस के हाथ विकास दुबे तो नहीं लगा लेकिन उन्होंने उसके साथी प्रभात और कई दिन विकास दुबे को घर में रखने वाले अंकुर व श्रवण को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि विकास दुबे फिलहाल दिल्ली में सरेंडर करने की फिराक में है। इसके लिए वह वकीलों के संपर्क में भी है। पिछले तीन दिन से फरीदाबाद में रहकर वह वकीलों के संपर्क में था और दिल्ली में समर्पण की तैयारी में था। बताया गया है कि यूपी पुलिस उसका एनकाऊंटर करने की पूरी तैयारी कर चुकी है।
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर यूपी के साथ साथ दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड व पंजाब की पुलिस भी सक्रिय हो गई है। इन राज्यों की पुलिस ने अपना पूरा नेटवर्क विकास दुबे की गिरफ्तारी में सक्रिय कर दिया है।