फेसबुक ने घोषणा की है कि वह कोरोना महामारी के बारे में गलत सूचना के प्रसार को सीमित करने के लिए अगले सप्ताह अपने प्लेटफॉर्म पर ‘Facts About Covid-19’ नाम का डेडिकेटेड सेक्शन लॉन्च करेगी। यह सेक्शन मंगलवार को लॉन्च किया जा सकता है।
यह आम मिथकों की सत्यता की पुष्टि करेगाजिनकी डब्ल्यूएचओद्वारा पहचान की गई है-जैसे कि ब्लीच पीने से याहाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेने से कोविड-19 महामारीको रोक सकता है। फेसबुक ने एक बयान में कहा, इस हफ्ते हम कोविड-19 इंफॉर्मेंशन सेंटर का डेडिकेटेड सेक्शन लॉन्च कर रहे हैं, जिसे फैक्ट अबाउट कोविड-19 नाम दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि- यह महामारी के बारे में गलत जानकारी से लड़ने के लिए चल रहेहमारे अभियान का नया कदम है।
अलर्ट के जरिए फेसबुक-इंस्टाग्राम यूजर को मास्क पहनने की याद दिलाएंगे
लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए कंपनी मास्क पहनने की याद दिलाने के लिए फेसबुक ऐप और इंस्टाग्राम के टॉप पर अलर्ट भी डाल रही है। जिसे देखकर लोगों को मास्क पहनने की याद आ जाए।
60 करोड़ लोगों ने कोविड-19 इंफॉर्मेंशन के लिए पॉप-अप पर क्लिक किया
कंपनी ने बताया कि – “हमने अपने कोविड-19 इंफॉर्मेंशन सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य अधिकारियों के संसाधनों से दो बिलियन (यानी 200 करोड़) से अधिक लोगों को जोड़ा है और फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पॉप-अप को 600 मिलियन (यानी 60 करोड़) से अधिक लोगों ने अधिक जानने के लिए क्लिक किया है।
संक्रमितों के लिए फेसबुक-इंस्टाग्राम पर इकट्ठा किए लगभग 750 करोड़ रु.
उन्होंने बताया कि- जनवरी के बाद से, लोगों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कोविड-19 संक्रमितों की मदद के लिए करीब $100 मिलियन (लगभग 750 करोड़ रुपए) से अधिक का फंड इकट्ठा किया है।
कोरोना को लेकर अमेरिका की प्रतिक्रिया कम प्रभावी रही- मार्क जुकरबर्ग
इस बीच, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने ट्रम्प प्रशासन के कोविड-19 महामारी को संभालने के तरीके के भी आलोचना की है। फेसबुक के सीईओ के अनुसार, कई विकासशील देशों की तुलना में बीमारी के लिए अमेरिका की प्रतिक्रिया कम प्रभावी रही है।