फैमिली के सात लोग हो गए संक्रमित, नहीं मिली किसी से मदद, केस का डर भी दिखाया

काेरोना से जंग लड़ रहे एक हेड कांस्टेबल ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। बताया इस वायरस की चपेट में आने के कैसे उसे और परिवार को मुसीबत का सामना करना पड़ा। घर का राशन खत्म हो गया, दुध तक नहीं बचा। बाहर निकलने पर भी पाबंदी लग गई, क्योंकि उसके परिवार के सात लोग जो पॉजिटिव हो गए थे। मदद देने के बजाए सबने अपना मुंह फेर लिया।

मामला जैसे ही सीपी के संज्ञान में आया तो इस पुलिसकर्मी के परिवार की तत्काल मदद की गई। पीड़ित हेड कांस्टेबल हर्ष विहार इलाके में गली नंबर 29 में रहता है। वह दिल्ली पुलिस के पी एंड एल विभाग में कार्यरत हैं। परिवार में पत्नी, सात महीने का बेटा, माता पिता, एक भाई और तीन बहनें हैं। पिछले दिनों वह कोरोना पॉजिटिव हो गए, बाद में उनके परिवार में मां, बेटा को छोड़ सभी इस वायरस की चपेट में आ गए। इस स्थिति में बीस सितंबर के बाद से पूरे परिवार ने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया था।

प्रशासन ने उनके घर के बाहर पहरेदार बिठा दिए, जिस वजह से दुध देने वाले से लेकर सब्जी वाले ने आना बंद कर दिया। सात महीने के बच्चे का दुध खत्म हो गया, जिस वजह से उसके दादा खुद ही दुध लेने के लिए घर से बाहर निकल आए। सिविल डिफेंस कर्मियों ने इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस को दे दी।

थाने का एक कांस्टेबल घर पहुंचा जिसने किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी। ऐसा करने पर केस दर्ज करने का भी डर दिखाया गया और इस परिवार की कोई मदद भी नहीं की। इस बात से परेशान पीड़ित हेड कांस्टेबल ने पुलिस आयुक्त समेत अन्य अफसरों के नाम एक लैटर लिख भेज दिया।

साउथ एमसीडी स्थित महापौर ऑफिस में कर्मचारी को कोरोना, ऑफिस सील

साउथ एमसीडी स्थित महापौर ऑफिस में एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद ऑफिस को सील कर दिया गया है। मौजूदा समय में महापौर समेत ऑफिस के तमाम कर्मचारी अपना टेस्ट करा रहे हैं और आइसोलेशन में हैं। संपर्क में आए सभी लोगों को एहतियात बरतने के लिए कहा गया है।

जानकारी के मुताबिक शनिवार को ही कर्मचारी के संक्रमित होने का पता चला था। गुरूवार को हाउस के बाद जब कर्मचारी अपने घर गया तो उसे बुखार की शिकायत हुई। इस पर शुक्रवार को उसने फिर से अपना कोरोना टेस्ट कराया और संक्रमण की पुष्टि हो गई। इसके बाद से ही महापौर ऑफिस को सील कर दिया गया है। यहां तैनात सभी कर्मचारी अब अपना टेस्ट करा रहे हैं। साथ ही अगले आदेश तक सभी को घर रहने के लिए कहा गया है।

राजधानी में 24 घंटे में बने 85 माइक्रो कंटेंनमेंट जोन

दिल्ली में कंटेंनमेंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक दिन में डेढ़ सौ कंटेंनमेंट जोन बनने के अगले दिन सोमवार को 85 नए जोन बन गए। राजस्व विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में सोमवार को कंटेंनमेंट जोन की संख्या 2465 हो गई है। इसके एक दिन पहले दिल्ली में 2380 कंटेंनमेंट जोन थे। वही, अब तक सबसे कम कंटेंनमेंट जोन वाले नॉर्थ ईस्ट जिले में भी संख्या 100 को पार कर गई। जबकि सबसे अधिक कंटेंनमेंट साउथ वेस्ट जिले में 441 है।

रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में अब तक 4043 कंटेंनमेंट जोन बन गए है। इनमें से 1578 को डी-कंटेन किया जा चुका है। जिसके बाद अभी 2465 कंटेंनमेंट जोन बाकी है। दिल्ली में 21 जून के बाद 3709 कंटेंनमेंट जोन बने हैं। बता दें दिल्ली में माइक्रो कंटेंनमेंट जोन बनाए जा रहे है। इसमें संक्रमित व्यक्ति के घर के आसपास के घरों को ही कंटेन किया जाता है। इस वजह से छोटे छोटे कंटेंनमेंट जोन बनने से संख्या तेजी से बढ़ रही है।

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Seven family members were infected, no help from anyone, fear of case also shown