पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सैनिकों और बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) आर्मी के बीच 36 घंटे से लड़ाई जारी है। BLA ने दावा किया है कि उसने अब तक 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों और बंधकों को मार दिया है। BLA ने शाम 8 बजे एक बयान जारी कर बताया कि उसने पिछले 1 घंटे में 50 बंधकों को मारा दिया है। इससे पहले बुधवार सुबह लड़ाई में 10 सैनिक मारे गए थे, जबकि मंगलवार को 40 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की थी। BLA ने यह भी कहा है कि उसकी कैद में अब भी 150 बंधक हैं। अगर अगले 20 घंटे में पाकिस्तान सरकार ने बलूच कैदियों को रिहा नहीं किया तो इन सभी लोगों को भी मार दिया जाएगा। इससे पहले बुधवार दोपहर को पाकिस्तानी सरकार ने बलूचिस्तान के क्वेटा में 200 ताबूत भेजे थे, जिसके लिए दावा किया था कि यह प्रोटोकॉल के तहत भेजे गए हैं। BLA ने कल यानी मंगलवार को दोपहर 1 बजे जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर पर हमला कर उसे कर लिया था। पाकिस्तान सुरक्षाबलों ने 27 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है और 190 बंधकों को रिहा करा लिया है। पाकिस्तानी सेना बोली- विद्रोही बम लगी जैकेट पहने
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एयरफोर्स और सेना के जवान बलूच लड़ाकों को घेरे हुए हैं। विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है। वे इन्हें मानव शील्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। 5 पाइंट्स में समझिए बीते 24 घंटों में क्या क्या हुआ… लड़ाकों की कैद से रिहा पैसेंजर्स की तस्वीर… बंधकों की आपबीती- पहचान पत्र चेक किए, ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई BLA ने बलूच लड़ाके बोले- ये हमारे हक की लड़ाई
BLA की तरफ से एक ऑडियो भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है। हम ट्रेन हाईजैक के इस ऑपरेशन में शामिल हुए हैं क्योंकि यह हमारे हक की लड़ाई है। हम बलूच लोगों से कहना चाहते हैं कि वह इस संघर्ष में शामिल हो और इसका हिस्सा बने। हम ये लड़ाई आपके लिए लड़ रहे हैं। आज हमने इस ट्रेन को हाईजैक किया। हमारे साथ आपके लिए और इस जमीन के लिए अपना खून बहा रहे हैं। हालांकि अभी तक इस ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई है। चीन बोला- पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग मजबूत करने को तैयार
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले का निंदा की है। उन्होंने कहा है कि चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। हम आतंकवाद से लड़ने और इलाके में स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जारी रखेंगे। माओ ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करने को तैयार है। बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला
जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया। सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ। इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए। घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया। पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की आधी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी। पाकिस्तानी मंत्री बोले- ये कायर लड़ाके हैं
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मंगलवार रात को बताया था कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा करा लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के सैनिक सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं। पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हमले की निंदा की है। साथ ही बलूच लड़ाकों से बंधकों की रिहाई के लिए कहा है। BLA ने कहा- कत्ल-ए-आम की जिम्मेदार पाकिस्तानी सेना की होगी मंगलवार को BLA ने बयान जारी कर कहा कि हमारे लड़ाकों ने माशकाफ, धादर और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया। हमने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसकी वजह से जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने इस ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, जो पंजाब जा रहे थे। हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है और सिर्फ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है। इन्होंने कहा कि अगर हमारे खिलाफ कोई मिलिट्री ऑपरेशन करने की कोशिश की गई तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी। BLA ने हमला क्यों किया BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान से होकर चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है। उसका कहना है कि ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। पिछले 4 साल में BLA के 76 हमलों में 1156 पाक फौजी मारे जा चुके हैं। दो साल पहले भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था 16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट तब हुआ था, जब ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी। वहीं, पिछले साल 14 नवंबर 2024 को क्वेटा रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट में 26 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब भी हमले की जिम्मेदारी मिलिटेंट ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी। बलूचिस्तान के 590 करोड़ टन खनिज पर चीन की नजर पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान से बलूचों को खदेड़ने के लिए बार-बार सैन्य कार्रवाई करती रही है। इस कार्रवाई की दो बड़ी वजह हैं। पहली- बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति, जो इसे दुनिया के कुछ सबसे अमीर स्थानों में खड़ा कर देती है। दरअसल, यह इलाका पाक के दक्षिण-पश्चिम में है, जिसके क्षेत्रफल में ईरान और अफगानिस्तान की भी जमीनें शामिल हैं। यह 347190 वर्ग किमी में फैला है। इस हिसाब से यह पाक का सबसे बड़ा प्रांत है। देश का 44% भूभाग यहीं है, जबकि इतने बड़े क्षेत्र में पाक की कुल आबादी के सिर्फ 3.6% यानी 1.49 करोड़ लोग ही रहते हैं। दूसरी, इस जमीन के नीचे मौजूद तांबा, सोना, कोयला, यूरेनियम और अन्य खनिजों का अकूत भंडार। इससे यह पाक का सबसे अमीर राज्य भी है। यहां की रेको दिक खान दुनिया की सोने और तांबे की खदानों में से एक है। यह चगाई जिले में है, जहां 590 करोड़ टन खनिज होने का अनुमान है। इसके प्रति टन भंडार में 0.22 ग्राम सोना और 0.41% तांबा है। इस हिसाब से इस खान में 40 करोड़ टन सोना छिपा है। जिसकी अनुमानित कीमत 174.42 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। इसके बावजूद यह इलाका पाकिस्तान के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है। पाकिस्तान ये बेशकीमती खदानें चीन को देकर अपनी किस्मत चमकाना चाहता है। उस पर 124.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जो उसकी GDP का 42% है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्या है बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वे एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया था। इस वजह से बलूचिस्तान में सेना और लोगों का संघर्ष आज भी जारी है। BBC के मुताबिक बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वाले कई संगठन हैं। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे ताकतवर संगठन है। ये संगठन 70 के दशक में अस्तित्व में आया, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव बढ़ा है। BLA बलूचिस्तान को पाकिस्तानी सरकार और चीन से मुक्ति दिलाना चाहता है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर उनका हक है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को 2007 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था। ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस की तरफ से जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट 2025 में पाकिस्तान को दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित इलाके हैं। देश भर की कुल आतंकी घटनाओं में से 90% इसी इलाके में हुईं। रिपोर्ट में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताया गया। 2024 में इस ग्रुप ने 482 हमले किए, जिसकी वजह से 558 मौतें हुई थीं, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा हैं। —————————- पाकिस्तान में बम ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बस पर आतंकी हमला:6 की मौत, 25 से ज्यादा घायल; बलूच आर्मी ने ली हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के तुरबत शहर में जनवरी में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने एक बस में बम ब्लास्ट कर दिया। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 25 अन्य घायल हैं। इनमें से 5 घायलों की हालत गंभीर है। पूरी खबर यहां पढ़ें… कराची में विस्फोट, 2 चीनी इंजीनियरों की मौत:बलूच विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी ली; चीन ने अपराधियों को सजा देने की मांग की पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट के पास पिछले साल अक्टूबर में हुए एक विस्फोट में कम से कम 2 चीनी नागरिकों की मौत हुई थी। इस घटना में एक चीनी नागरिक घायल भी है। पाकिस्तान में स्थित चीन के दूतावास ने इसे एक आंतकी हमला बताया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एयरफोर्स और सेना के जवान बलूच लड़ाकों को घेरे हुए हैं। विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है। वे इन्हें मानव शील्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। 5 पाइंट्स में समझिए बीते 24 घंटों में क्या क्या हुआ… लड़ाकों की कैद से रिहा पैसेंजर्स की तस्वीर… बंधकों की आपबीती- पहचान पत्र चेक किए, ऐसा लगा जैसे कयामत आ गई BLA ने बलूच लड़ाके बोले- ये हमारे हक की लड़ाई
BLA की तरफ से एक ऑडियो भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है। हम ट्रेन हाईजैक के इस ऑपरेशन में शामिल हुए हैं क्योंकि यह हमारे हक की लड़ाई है। हम बलूच लोगों से कहना चाहते हैं कि वह इस संघर्ष में शामिल हो और इसका हिस्सा बने। हम ये लड़ाई आपके लिए लड़ रहे हैं। आज हमने इस ट्रेन को हाईजैक किया। हमारे साथ आपके लिए और इस जमीन के लिए अपना खून बहा रहे हैं। हालांकि अभी तक इस ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई है। चीन बोला- पाकिस्तान के साथ सुरक्षा सहयोग मजबूत करने को तैयार
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले का निंदा की है। उन्होंने कहा है कि चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। हम आतंकवाद से लड़ने और इलाके में स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जारी रखेंगे। माओ ने कहा कि चीन पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए काम करने को तैयार है। बलूचिस्तान के बोलान जिले में हुआ हमला
जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए चली थी। इसके सिबि पहुंचने का टाइम 1.30 बजे था। इससे पहले ही दोपहर करीब 1 बजे बलूचिस्तान के बोलान जिले के माशकाफ इलाके में बलूच लिबरेशन आर्मी ने गुडालार और पीरू कुनरी के बीच इस हमले को अंजाम दिया। यह पहाड़ी इलाका है, जहां 17 सुरंगें हैं, इसके चलते ट्रेन को धीमी स्पीड पर चलाना पड़ता है। इसका फायदा उठाकर BLA ने ट्रेन पर हमला किया। सबसे पहले बलूच आर्मी ने माशकाफ में टनल नंबर-8 में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस डिरेल हो गई। इसके बाद BLA ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ट्रेन का ड्राइवर भी घायल हुआ। इस ट्रेन में सुरक्षाबल, पुलिस और ISI के एजेंट्स सफर कर रहे थे। सभी पंजाब जा रहे थे। इन्होंने BLA के हमले का जवाब दिया, लेकिन BLA ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी मारे गए। घटना की जानकारी मिलने पर पाकिस्तान आर्मी ने BLA पर जमीनी फायरिंग की और हवा से बम भी बरसाए, लेकिन BLA लड़ाकों ने किसी तरह आर्मी के जमीनी ऑपरेशन को रोक दिया। पिछले साल 25 और 26 अगस्त 2024 की आधी रात BLA ने इस ट्रेन के रूट में कोलपुर और माच के बीच एक ब्रिज को उड़ा दिया था। इसके चलते ट्रेन की सर्विस रोक दी गई थी। 11 अक्टूबर 2024 से ट्रेन सर्विस फिर से शुरू हो गई थी। पाकिस्तानी मंत्री बोले- ये कायर लड़ाके हैं
पाकिस्तान के गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने मंगलवार रात को बताया था कि सिक्योरिटी फोर्सेज ने कुछ यात्रियों को रिहा करा लिया है। कई लोगों को ट्रेन से उतारकर पहाड़ी इलाकों में ले जाया गया है। BLA के लड़ाके महिलाओं और बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के सैनिक सावधानी से काम कर रहे हैं, क्योंकि इसमें लोगों की जान जाने का खतरा है। ऑपरेशन अभी भी जारी है। ये लड़ाके कायर हैं। वे आसान टारगेट चुनते हैं और छिपकर हमला करते हैं। पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हम ऐसे जानवरों से कोई समझौता नहीं करेंगे, जिन्होंने बेकसूर यात्रियों पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने हमले की निंदा की है। साथ ही बलूच लड़ाकों से बंधकों की रिहाई के लिए कहा है। BLA ने कहा- कत्ल-ए-आम की जिम्मेदार पाकिस्तानी सेना की होगी मंगलवार को BLA ने बयान जारी कर कहा कि हमारे लड़ाकों ने माशकाफ, धादर और बोलान में इस ऑपरेशन को प्लान किया। हमने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिसकी वजह से जाफर एक्सप्रेस को रुकना पड़ा। इसके बाद हमारे लड़ाकों ने इस ट्रेन पर कब्जा कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के एक्टिव ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, जो पंजाब जा रहे थे। हमने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है और सिर्फ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के कर्मियों को बंधक बनाया है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व BLA की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, STOS और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है। इन्होंने कहा कि अगर हमारे खिलाफ कोई मिलिट्री ऑपरेशन करने की कोशिश की गई तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इस कत्ल-ए-आम की जिम्मेदारी पाकिस्तानी सेना की होगी। BLA ने हमला क्यों किया BLA की प्रमुख मांग पाकिस्तान से अलग होकर बलूचिस्तान देश का गठन करना है। बलूचिस्तान से होकर चीन का CPEC प्रोजेक्ट गुजरता है। लगभग 500 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट का बलूच आर्मी विरोध करती है। उसका कहना है कि ग्वादर पोर्ट पर स्थानीय बलूच लोगों के अधिकारों को खत्म किया जा रहा है। पिछले 4 साल में BLA के 76 हमलों में 1156 पाक फौजी मारे जा चुके हैं। दो साल पहले भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था 16 फरवरी 2023 को भी जाफर एक्सप्रेस में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट तब हुआ था, जब ट्रेन चिचावतनी रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी। वहीं, पिछले साल 14 नवंबर 2024 को क्वेटा रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट में 26 लोगों की मौत हुई थी। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। तब भी हमले की जिम्मेदारी मिलिटेंट ग्रुप बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी। बलूचिस्तान के 590 करोड़ टन खनिज पर चीन की नजर पाकिस्तान की सरकार बलूचिस्तान से बलूचों को खदेड़ने के लिए बार-बार सैन्य कार्रवाई करती रही है। इस कार्रवाई की दो बड़ी वजह हैं। पहली- बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति, जो इसे दुनिया के कुछ सबसे अमीर स्थानों में खड़ा कर देती है। दरअसल, यह इलाका पाक के दक्षिण-पश्चिम में है, जिसके क्षेत्रफल में ईरान और अफगानिस्तान की भी जमीनें शामिल हैं। यह 347190 वर्ग किमी में फैला है। इस हिसाब से यह पाक का सबसे बड़ा प्रांत है। देश का 44% भूभाग यहीं है, जबकि इतने बड़े क्षेत्र में पाक की कुल आबादी के सिर्फ 3.6% यानी 1.49 करोड़ लोग ही रहते हैं। दूसरी, इस जमीन के नीचे मौजूद तांबा, सोना, कोयला, यूरेनियम और अन्य खनिजों का अकूत भंडार। इससे यह पाक का सबसे अमीर राज्य भी है। यहां की रेको दिक खान दुनिया की सोने और तांबे की खदानों में से एक है। यह चगाई जिले में है, जहां 590 करोड़ टन खनिज होने का अनुमान है। इसके प्रति टन भंडार में 0.22 ग्राम सोना और 0.41% तांबा है। इस हिसाब से इस खान में 40 करोड़ टन सोना छिपा है। जिसकी अनुमानित कीमत 174.42 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। इसके बावजूद यह इलाका पाकिस्तान के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक है। पाकिस्तान ये बेशकीमती खदानें चीन को देकर अपनी किस्मत चमकाना चाहता है। उस पर 124.5 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज है, जो उसकी GDP का 42% है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी क्या है बलूचिस्तान में कई लोगों का मानना है कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद वे एक आजाद देश के तौर पर रहना चाहते थे, लेकिन बिना उनकी मर्जी से उन्हें पाकिस्तान में शामिल कर दिया गया था। इस वजह से बलूचिस्तान में सेना और लोगों का संघर्ष आज भी जारी है। BBC के मुताबिक बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वाले कई संगठन हैं। इनमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) सबसे ताकतवर संगठन है। ये संगठन 70 के दशक में अस्तित्व में आया, लेकिन 21वीं सदी में इसका प्रभाव बढ़ा है। BLA बलूचिस्तान को पाकिस्तानी सरकार और चीन से मुक्ति दिलाना चाहता है। उनका मानना है कि बलूचिस्तान के संसाधनों पर उनका हक है। पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को 2007 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था। ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान दूसरे नंबर पर सिडनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस की तरफ से जारी वैश्विक आतंकवाद सूचकांक (GTI) रिपोर्ट 2025 में पाकिस्तान को दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बताया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित इलाके हैं। देश भर की कुल आतंकी घटनाओं में से 90% इसी इलाके में हुईं। रिपोर्ट में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को लगातार दूसरे साल पाकिस्तान का सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन बताया गया। 2024 में इस ग्रुप ने 482 हमले किए, जिसकी वजह से 558 मौतें हुई थीं, जो 2023 के मुकाबले 91% ज्यादा हैं। —————————- पाकिस्तान में बम ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बस पर आतंकी हमला:6 की मौत, 25 से ज्यादा घायल; बलूच आर्मी ने ली हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के तुरबत शहर में जनवरी में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के लड़ाकों ने एक बस में बम ब्लास्ट कर दिया। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 25 अन्य घायल हैं। इनमें से 5 घायलों की हालत गंभीर है। पूरी खबर यहां पढ़ें… कराची में विस्फोट, 2 चीनी इंजीनियरों की मौत:बलूच विद्रोहियों ने हमले की जिम्मेदारी ली; चीन ने अपराधियों को सजा देने की मांग की पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट के पास पिछले साल अक्टूबर में हुए एक विस्फोट में कम से कम 2 चीनी नागरिकों की मौत हुई थी। इस घटना में एक चीनी नागरिक घायल भी है। पाकिस्तान में स्थित चीन के दूतावास ने इसे एक आंतकी हमला बताया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…