बहन की इज्जत के बदले की दास्तां, ऐसे बन गई तिहाड़ की सबसे खूनी वारदात

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नई दिल्ली, 02 जुलाई 2020, अपडेटेड 00:32 IST

आमतौर पर लोग जुर्म करने के बाद जेल जाते हैं, लेकिन वह जुर्म करने के लिए जेल जाता है. जेल के अंदर जुर्म करने के लिए पहले जेल के बाहर जुर्म करना जरूरी था. लिहाजा वह जेल के बाहर पहला कत्ल करता है. कत्ल भी ऐसे कि पुलिस उसे आसानी से पकड़ ले. होता भी यही है. अब वह तिहाड़ के अंदर था. अब तिहाड़ जेल के अंदर उसे दूसरा कत्ल करना था. ऐसा कत्ल जिसके लिए वह पिछले छह साल से इंतजार कर रहा था. तिहाड़ के अंदर कत्ल और इस कत्ल की जो वजह है, उसे जिसने भी सुना वही दंग रह गया.

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