बायोसिमिलर यूनिट को शेयर बाजारों में लिस्ट कराने के लिए आईपीओ लाएगी बायोकॉन

बायोटेक्नोलॉजी कंपनी बायोकॉन अपनी बायोसिमिलर यूनिट को अगले दो-तीन सालों में शेयर बाजारों में लिस्ट कराने की योजना बना रही है। हालांकि, अभी कंपनी बाजार के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। कंपनी की 2019-20 की ऐन्युअल रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

बायोसिमिलर कारोबार की वैल्यू को अनलॉक करना काफी महत्वपूर्ण

शेयरधारकों को जानकारी देते हुए बायोकॉन के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ मित्तल ने कहा कि बायोसिमिलर कारोबार की वैल्यू को अनलॉक करना कंपनी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम बायोकॉन बायोलॉजिक्स को अगले दो-तीन वर्षों में भारतीय कैपिटल मार्केट में लिस्ट करने की योजना बना रहे हैं।हालांकि, आईपीओ की टाइमलाइन पर कोई भी कमेंट करना जल्दबाजी होगी। इसका कारण यह है कि लिस्टिंग की योजना कारोबार की परफॉर्मेंस और बाजार के हालातों पर निर्भर है।

मार्च 2019 में बनी थी बायोकॉन बायोलॉजिक्स

बायोकॉन ने अपनी बायोसिमिलर डिविजन को मार्च 2019 में अलग यूनिट बनाते हुए बायोकॉन बायोलॉजिक्स नाम दिया था। बायोकॉन बायोलॉजिक्स के पास अपना इंफ्रास्ट्रक्चर है। मित्तल ने कहा कि बायोकॉन बायोलॉजिक्स में अगले निवेश के लिए संभावित निवेशकों से लगातार बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस राशि ग्रुप की फंडिंग जरुरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

पिछले वित्त वर्ष में 560 करोड़ रुपए जुटाए थे

बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने पिछले वित्त वर्ष में एक्टिव पाइन एलएलपी से 75 मिलियन डॉलर करीब 560 करोड़ रुपए प्राइवेट इक्विटी के जरिए जुटाए थे। बायोकॉन अपने बायोसिमिलर सेगमेंट से वित्त वर्ष 2022 में 1 बिलियन डॉलर करीब 7460 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जुटाने की योजना बना रहा है। पिछले वित्त वर्ष में बायोलॉजिक्स सेगमेंट का रेवेन्यू 1951.3 करोड़ रुपए रहा था।

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बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने पिछले वित्त वर्ष में एक्टिव पाइन एलएलपी से 75 मिलियन डॉलर करीब 560 करोड़ रुपए प्राइवेट इक्विटी के जरिए जुटाए थे।