साउथ डिस्ट्रिक के साइबर सेल ने जालसाजी करने वाले एक नाइजीरियन मूल के नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपनी गर्लफ्रैंड के साथ मिलकर लोगों को बिजनेस पार्टनर बनाने के बहाने ठगता था। इसके पास से पुलिस ने एक लाख नब्बे हजार रुपए, मोबाइल और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी की पहचान चिडुबेम गब्रील ओकाफोर (37) के तौर पर हुई। आरोपी के दिल्ली में रहने के ठिकाने छतरपुर, द्वारका और उत्तम नगर थे। पकड़े जाने से बचने के लिए वह लगातार अपने घर बदलता रहता था। आरोपी फुटबॉल प्लेयर है।
डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया 15 जुलाई की शाम पांच बजे साइबर सेल इंस्पेक्टर अजीत कुमार को साकेत इलाके में इस जालसाज के बारे में खबर मिली। यह पता चलते ही पुलिस की एक टीम प्रमोद महाजन रोड एक बैंक के पास पहुंची, जहां गार्ड ने इस विदेशी नागरिक द्वारा कुछ संदिग्ध ट्रांजेक्शन किए जाने की जानकारी दी। पुलिस को देखते ही आरोपी एमबी रोड की ओर भागा, जिसने सड़क के डिवाइडर से छलांग लगा दी। इस वजह से उसके हाथ और घुटने में चोट आई। पुलिस ने इसे इग्नू रोड पर दबोच लिया। इसके पास चार मोबाइल, एक फुटबॉल प्लेयर का कार्ड, बैग में एक लाख नब्बे हजार रुपए व अन्य सामान मिला।
आरोपी की गर्लफ्रैंड के नाम पर फर्जी पते पर बैंक खाता
आरोपी ने पूछताछ में बताया वह अपनी गर्लफ्रैंड व एक अन्य संग मिलकर बिजनेस पार्टनर बनाने के बहाने लोगों को ठगता है। हर्बल बीज, हर्बल तेज, विदेशी करंसी भेजने, गोल्ड पार्सल आदि के नाम पर लोगों को ज्यादा मुनाफे का लालच देकर उनसे एक फर्जी बैंक अकाउंट में रुपए डलवा लेता था। यह झांसा कस्टम क्लीरियंस, वीजा फी, ईडी क्लीरियंस, एक्साइज ड्यूटी, अधिकारियों को घूस आदि देने के बहाने दिया जाता था।
बैंक अकाउंट आरोपी की गर्लफ्रैंड के नाम पर फर्जी पते पर खोला गया था। दिल्ली के ही चार पांच लोगों को यह गैंग ठग चुका है। आरोपी के मोबाइल में सात बैंक अकाउंट की डिटेल मिली है। जिसमें छह महीने के भीतर ही दो करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्शन होने का पता चला है। इसके पकड़े जाने पर पुलिस ने 6 मामले सुलझा लेने का दावा किया है।