स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर मुजेसर थाने की पुलिस ने बगैर किसी डिग्री के लोगों का इलाज करने वाले चार फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही दो फर्जी डॉक्टरों को हिरासत में लेकर उनका कोरोना टेस्ट भी कराया गया। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। जबकि दो अन्य फर्जी डॉक्टर फरार बताए जा रहे हैं।
शिकायत मिलने पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य डिप्टी सीएमओ डॉ. हरीश आर्य, डॉ. सतीश वर्मा, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. अनीता एवं वरिष्ठ औषधि नियंत्रक अधिकारी करण सिंह गोदारा ने जीवन नगर गोंछी में छापेमारी की। इस दौरान पंकज उर्फ राजेन्द्र प्रसाद पांडे और पतराम उर्फ परवीन रोटेला अपनी-अपनी क्लीनिक पर बिना किसी डाक्टरी डिग्री के एलोपैथिक दवाइयों के साथ प्रैक्टिस करते मिले। इसके अलावा दो और फर्जी डॉक्टर महेश और विजय उर्फ लंगड़ा भी लोगों का इलाज करते मिले।
इनकी क्लीनिक पर भी छापेमारी की गई। लेकिन दोनों क्लीनिक बंद कर फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ डा. हरीश आर्य ने मुजेसर थाने की पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करने का अनुरोध किया। संजय कॉलोनी चौकी इंचार्ज महेश कुमार के अनुसार डिप्टी सीएमओ की शिकायत पर केस दर्ज कर पंकज उर्फ राजेंद्र प्रसाद पांडेय और पतराम उर्फ परवीन रोटेला को हिरासत में लेकर उनका कोरोना टेस्ट कराया गया है।