पटना के आईजी ने 3 अगस्त को बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को एक पत्र लिखकर लॉकडाउन नियम में छूट का आग्रह किया था और क्वारैंटाइन किए गए एसपी विनय तिवारी को मुक्त करने को कहा था। इस मांग को ठुकराते हुए बीएमसी ने एक पत्र जारी किया है। बीएमसी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कोरोना के इस संकट काल में मुंबई बुरी तरह से प्रभावित है और अगर बिहार पुलिस को इस मामले में कोई पूछताछ करनी है तो वे डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर लोगों के बयान ले सकते हैं।
बीएमसी ने पत्र में बिहार पुलिस से कहा कि शहर में पूछताछ के लिए जूम, गूगल मीट, जियो मीट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जाए।
डिजिटल माध्यम के इस्तेमाल से कोरोना नहीं फैलेगा
राजपूत की मौत के मामले में जांच कर रहे बिहार पुलिस के दल की अगुवाई करने रविवार को यहां पहुंचे तिवारी को बीएमसी ने 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन में भेज दिया था। बिहार पुलिस के पत्र के जवाब में बीएमसी के अतिरिक्त निगम आयुक्त पी वेलरासू के हस्ताक्षर वाले पत्र में कहा गया, “डिजिटल प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से न तो तिवारी उन अधिकारियों को संक्रमण फैला सकेंगे जिनसे वह मिल रहे हैं (यदि वह बिहार से संक्रमित होकर आये होंगे तो) क्योंकि बिहार में कोरोना वायरस महामारी तेजी से फैल रही है, ना ही वह खुद भी मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के अनेक अधिकारियों से मुलाकात के दौरान संक्रमित होंगे।”
बीएमसी ने कहा कि तिवारी को महाराष्ट्र सरकार के सभी नियम और शर्तों का पालन करना चाहिए।
बिना कोरोना टेस्ट के मुंबई नहीं छोड़ सकते विनय तिवारी
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि अगर पटना के एसपी विनय तिवारी को क्वारैंटाइन पूरा होने से पहले मुंबई छोड़ना है तो उन्हें कोरोना का टेस्ट कराना होगा। अगर वह निगेटिव पाए जाते हैं तब ही उन्हें जाने की इजाजत होगी।
बिहार पुलिस जाएगी कोर्ट
विनय तिवारी को क्वारैंटाइन से छूट देने के लिए बिहार पुलिस कोर्ट जाएगी। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट से फटकार मिलने के बावजूद बीएमसी विनय तिवारी को छोड़ नहीं रही है। विनय तिवारी को छोड़ने के लिए पटना के आईजी ने मुंबई पुलिस से बात भी की, लेकिन फिर भी विनय तिवारी को क्वारैंटाइन से छूट नहीं मिली।
बिहार डीजीपी ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
इस बार की जानकारी देते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है,”पटना आईजी ने बीएमसी के चीफ को पत्र लिखकर आईपीएस विनय तिवारी को क्वारैंटाइन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था जिसको ठुकरा दिया गया है। बीएमसी ने पत्र का जबाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है.यानि हमारे SP विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं क़ैद रहेंगे।बीएमसी का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण।”