बुक- अमीर होना आपका अधिकार (बेस्टसेलर किताब ‘रिचेज आर योर राइट’ का हिंदी अनुवाद) लेखक- डॉ. जोसेफ मर्फी प्रकाशक- फिंगरप्रिंट मूल्य- 129 रुपए कभी आपने खुद से पूछा है- क्या अमीर होना गलत है? क्या दौलत सिर्फ किस्मत वालों के हिस्से आती है? अगर आप भी ऐसा सोचते हैं, तो शायद अपनी सोच का इलाज करने का वक्त अब आ गया है। डॉ. जोसेफ मर्फी की किताब ‘अमीर होना आपका अधिकार’ में यह बताया गया है कि अमीरी-गरीबी या किसी भी चीज की शुरुआत सबसे पहले हमारे दिमाग से होती है। हम अपने भविष्य को लेकर जैसा सोचते हैं, वह सबकुछ प्रकृति के सामने मैनिफेस्टेशन की तरह होता है। इसलिए अपने भविष्य की कल्पना करते हुए हमेशा अच्छा और पॉजिटिव सोचना चाहिए। अगर पैसे के बारे में सोच रहे हैं तो सोचिए कि आप बेहद काबिल और अमीर इंसान हैं। यह सिर्फ किताब नहीं, बल्कि एक आईना है- जो हमें हमारी ही सोच में छिपे धन के दरवाजे दिखाता है। इस कॉलम ‘बुक रिव्यू’ में हम हर हफ्ते एक ऐसी किताब के बारे में बताते हैं, जिसे पढ़कर लाखों लोगों की जिंदगी बदली है। यह किताब अब तक 30 से अधिक भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है और लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदल चुकी है। इसका हिंदी अनुवाद फिंगरप्रिंट हिंदी प्रकाशन में उपलब्ध है। जब दौलत को पाप माना जाता था… 20वीं सदी के मध्य में अमेरिका में यह धारणा थी कि ‘सच्चा धार्मिक व्यक्ति वह है, जो साधारण, तंगहाल और संतोषी हो।’ उस दौर में डॉ. जोसेफ मर्फी ने लोगों के मन को झकझोरा और कहा, ‘धन से डरिए मत, इसे अपनाइए- क्योंकि यही आपको सेवा, सम्मान और हर तरह की आजादी दिलाता है।’ किताब का मूल संदेश क्या है? किताब का मूल संदेश है कि हर इंसान को खुशहाल और समृद्ध जीवन जीने का पूरा हक है। पैसा सिर्फ जरूरत नहीं, बल्कि अपने सपनों को पूरा करने का एक जरिया है। हालांकि, इसका मतलब ये नहीं कि आप लालची बनें या दूसरों का हक छीनें, बल्कि ईमानदारी और समझदारी से धन कमाना आपका अधिकार है। यह किताब सिखाती है कि सही सोच, सही नजरिया और मेहनत से हर कोई अमीरी की ओर बढ़ सकता है, बशर्ते वह सबसे पहले खुद को उसके काबिल माने। यह सोच कैसे पैदा होगी, ग्राफिक में देखिए- मन की तिजोरी का लॉजिक क्या है? डॉ. मर्फी कहते हैं कि हमारा दिमाग एक तिजोरी की तरह होता है- जैसे तिजोरी में जो सामान रखोगे, वही वापस मिलेगा। ठीक उसी तरह दिमाग में जो सोच डालोगे, वैसी ही जिंदगी मिलती है। अगर आप हमेशा सोचेंगे कि पैसे की कमी है, तो सच में पैसे की तंगी बनी रहेगी। लेकिन अगर आप दिमाग में समृद्धि और तरक्की की सोच रखेंगे, तो जिंदगी भी उसी रास्ते पर चल पड़ेगी। इसलिए पैसे को लेकर अपनी सोच, शब्द और भावना हर चीज को सकारात्मक बनाना जरूरी है। हर बदलाव पहले दिमाग में होता है हर बदलाव की शुरुआत दिमाग से होती है। जब तक हम अपने सोचने का तरीका नहीं बदलेंगे, तब तक हमारी जिंदगी में कुछ नहीं बदलेगा। अगर आप अमीर बनना चाहते हैं, तो पहले अपने मन से ये डर निकालिए कि पैसा सिर्फ किस्मत वालों को मिलता है। जब आप दिमाग में खुद को काबिल और लायक मानने लगेंगे, तभी मौके भी मिलने लगेंगे। इसलिए पहले सोच बदलो, फिर जिंदगी अपने आप बदल जाएगी। सोचकर देखिए, बदलाव की शुरुआत दिमाग से हुई। यह सोचने से कि अमीर होना आपका भी अधिकार है। किताब पढ़ने से सोच बदलती है कभी आपको लगा है कि ज्यादा पैसा की चाहत गलत है? या फिर मन में ये ख्याल आया हो कि अमीर लोग जरूर कुछ-न-कुछ गलत करते होंगे? अगर हां, तो ये किताब आपके लिए दवा की तरह काम करेगी। ये सबसे पहले मन में बसी गरीबी मिटाती है, फिर सोच में बदलाव लाती है। जब सोच बदलेगी, तभी तो लाइफ बदलेगी। ये किताब सिखाती है कि पैसा बुरी चीज नहीं है, बस उसे देखने का नजरिया ठीक होना चाहिए। ये किताब क्या सिखाती है? 1. अमीरी कोई गुनाह नहीं, आपका हक है हममें से बहुत से लोग सोचते हैं कि ‘कम में भी गुजारा कर लेंगे’, लेकिन सच ये है कि अच्छा खाना, अच्छा घर, बच्चों की अच्छी पढ़ाई- ये सब आपका हक है। गरीब रहना कोई महानता नहीं है। 2. अमीरी की शुरुआत जेब से नहीं, सोच से होती है अगर दिमाग में हर वक्त यही चलता रहेगा कि ‘मेरे बस की बात नहीं, ‘पैसे वालों का ही सब कुछ होता है’- तो हालात वैसे ही रहेंगे। लेकिन जैसे ही सोच बदली, रास्ते अपने आप बनने लगते हैं। 3. पैसे का चाहत लालच नहीं, जिम्मेदारी है जब आपके पास पैसा होगा, तब तो आप अपने बच्चों को बेहतर जीवन दे पाएंगे, बीमार मां-बाप की सेवा कर पाएंगे, ज़रूरतमंद की मदद कर पाएंगे। इसलिए खुद से ये मत कहो कि ‘पैसे की सोच रखना स्वार्थ है’- ये सोच ही बदलनी होगी। 4. पैसा बुरा नहीं होता, नजरिया गलत होता है पैसा खुद में बुरा नहीं है। वो तो बस एक साधन है। आपके पास पैसा होगा तो आप भी किसी की फीस भर सकेंगे, किसी को नौकरी पर रख सकेंगे, किसी की ज़िंदगी बदल सकेंगे। ये गलत तब बनता है, जब हम उसे गलत कामों में लगाते हैं। पैसा कमाने की ताकत आपके अंदर ही है अक्सर हम सोचते हैं कि ‘मेरे पास तो कोई बड़ा मौका नहीं है।’, या ‘मैं इतना काबिल नहीं हूं।’- लेकिन यकीन मानिए, पैसा सबसे पहले हमारे अंदर से आता है यानी सोच से आता है। जब आप खुद पर भरोसा रखते हैं, जब मन में ये विश्वास पक्का होता है कि ‘मैं कर सकता हूं।’, तब धीरे-धीरे हालात भी उसी हिसाब से बदलने लगते हैं। जब आप खुद को काबिल मानते हैं- प्रकृति भी आपको वैसे मौके देने लगती है। इसलिए सबसे पहले ये मानिए कि आप लायक हैं, आप काबिल हैं और पैसा आपके पास हो सकता है। …………………….
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बुक रिव्यू- सकारात्मक सोच की शक्ति: हर अच्छे–बुरे की शुरुआत दिमाग से होती, अपनी सोच बदलो, जिंदगी खुद-ब-खुद बदल जाएगी अमेरिका के मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक नॉर्मन विन्सेंट पील की बेस्टसेलर किताब ‘द पावर ऑफ पॉजिटिव थिंकिंग’ सिखाती है कि कैसे सिर्फ सोच बदलने से जिंदगी की दिशा बदल सकती है। पूरी खबर पढ़िए…
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