डब्ल्यूचओ ने भविष्य में तैयार होने वाली कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर स्कीम तैयार की है। इसे कोवैक्स स्कीम नाम दिया गया है। इस स्कीम से दुनिया के 156 देश जुड़ चुके हैं। इनमें दुनिया के 64 सेल्फ फाइनेंसिंग और आर्थिक तौर पर मजबूत देश शामिल हैं। हालांकि, चीन और अमेरिका इस लिस्ट में शामिल नहीं है।
डब्ल्यूएचओ इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन करने वाली संस्था गावी के साथ मिलकर काम करेगा। स्कीम के जरिए यह तय किया जाएगा कि वैक्सीन पहुंचाने और इसके डिस्ट्रीब्यूशन में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। डब्ल्यूएचओ के निदेशक ट्रेडोस गेब्रेसिएस ने सोमवार को स्कीम का ऐलान किया। उन्होंने कहा- यह कोई चैरिटी नहीं है। हालांकि, यह सभी देशों के हित में है।
दुनिया में अब तक 3 करोड़ 14 लाख 99 हजार 343 मामले हो चुके हैं। 9 लाख 69 हजार 287 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये कि 2 करोड़ 31 लाख 9 हजार 498 लोग ठीक भी हो चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 70,46,216 | 2,04,506 | 4,299,525 |
भारत | 5,560,105 | 88,965 | 4,494,720 |
ब्राजील | 4,560,083 | 137,350 | 3,887,199 |
रूस | 1,109,595 | 19,489 | 911,973 |
पेरू | 772,896 | 31,474 | 622,418 |
कोलंबिया | 770,435 | 24,397 | 640,900 |
मैक्सिको | 700,580 | 73,697 | 502,982 |
स्पेन | 671,468 | 30,663 | उपलब्ध नहीं |
साउथ अफ्रीका | 661,936 | 15,992 | 591,208 |
अर्जेंटीना | 640,147 | 13,482 | 508,563 |
अमेरिका: महामारी को लेकर ट्रम्प ने झूठ बोला
दुनियाभर में कोरोनावायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने महामारी से हो रही मौतों को लेकर झूठ बोला। उन्होंने ओहियो की रैली में कहा कि अमेरिका में फैटेलिटी रेट (मृत्यु दर) दुनिया में सबसे कम है। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की मानें तो फैटेलिटी रेट के मामले में अमेरिका दुनिया के 195 देशों में 53वें पायदान पर है। अमेरिका में फैटेलिटी रेट 2.9% है।

ब्रिटेन: रात 10 बजे से पब-रेस्टोरेंट में कर्फ्यू
यूके ने पब, बार और रेस्टोरेंट्स में कर्फ्यू 10पीएम कर्फ्यू का ऐलान किया है। कैबिनेट मंत्री माइकल गॉव ने इस बात की जानकारी दी। उनके मुताबिक, देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। अस्पताल जाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है, इसी के चलते ये फैसला लिया गया है।
पब्स में कब तक कर्फ्यू रहेगा, फिलहाल ये स्पष्ट नहीं हो पाया। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर लोगों को वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी है। उन्होंने सांसदों से कहा कि जल्द एक्शन लें, ताकि बाद में जाकर हमें और कड़े फैसले न लेने पड़ें।

चेक रिपब्लिक: प्रधानमंत्री ने माफी मांगी
चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री आंद्रेज बाबीज सोमवार को अस्पताल में भर्ती हो गए। कोरोना दौर में छूट दिए जाने को लेकर सरकार के फैसले पर उन्होंने माफी मांगी। उन्होंने कहा कि इस तरह का फैसला दोबारा नहीं लिया जाएगा। गर्मियों तक महामारी की स्थिति को कंट्रोल कर लिया जाएगा। देश में मामले बढ़ने के बाद अब सार्वजनिक स्थानों पर मास्क को जरूरी कर दिया गया है।
