अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को न बुलाने के मुद्दे पर राजनीति तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने रविवार को फिर केन्द्र की भाजपा सरकार से सवाल पूछा है कि भूमिपूजन में राष्ट्रपति को क्यों नहीं बुलाया गया। क्योंकि वह दलित समुदाय से है? सिंह ने कहा कि भाजपा वोट बैंक के लिए एक दलित को देश का राष्ट्रपति बना सकती है, लेकिन अपनी मानसिकता की वजह से दलित के साथ भूमिपूजन नहीं कर सकती है।
वहीं, इस पर गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नेता दंगा भड़काने की बात कबूल करता है, दूसरा पिछड़ा वर्ग को भड़काना चाहता है। फिर भी बात-बात पर करोड़ों के विज्ञापन देने वाले अरविंद केजरीवाल चुप है। उन्हें लगता है कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। तुमसे पहले जो यहां तख्तनशीं था, अपने खुदा होने पर उसे भी इतना ही यकीं था! बता दें संजय सिंह ने शुक्रवार देररात ट्वीट कर कहा था कि आज मुझे एक दलित नेता ने फोन किया बोले भाई साहेब राष्ट्रपति दलित उन्हें नही बुलाया गया उप मुख्यमंत्री मौर्या उन्हें नही बुलाया गया। ऐसा क्यों? भाजपा दलितों को मंदिरों से बाहर क्यों रखना चाहती है? हालांकि इसके बाद केशव मौर्या ने बिना किसी का नाम लिए भूमिपूजन के आमंत्रण और पूजन स्थल पर मौजूद रहने की तस्वीर पोस्ट की। वहीं, सिंह के बयान के मामले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले को लेकर पार्लियामेंट थाने में शिकायत भी दी गई है।