मंगलवार, 4 अगस्त को हिन्दी पंचांग का छठा माह भाद्रपद शुरू हो रहा है। इसे भादौ मास भी कहा जाता है। द्वापर युग में इसी माह में बलराम और भगवान श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव भी मनाया जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार इस माह की पूर्णिमा से श्राद्ध पक्ष शुरू हो जाता है। इस बार ये पूर्णिमा 2 सितंबर को है।
भादौ मास में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की विशेष पूजा करनी चाहिए। बलराम का जन्म इस माह की षष्ठी तिथि पर हुआ और इसके बाद अष्टमी तिथि पर श्रीकृष्ण का अवतार हुआ था। इसीलिए इस माह श्रीकृष्ण के बाल स्परूप बाल गोपाल की पूजा खासतौर पर करनी चाहिए।
दक्षिणावर्ती शंख से करें बाल गोपाल का अभिषेक
इस माह में रोज सुबह स्नान के बाद घर के मंदिर में बाल गोपाल की पूजा करें। श्रीगणेश की पूजा के बाद बाल गोपाल का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करना चाहिए। इसके लिए दूध में केसर मिलाएं और बाल गोपाल को अर्पित करें। इसके बाद जल से स्नान कराएं। पीले चमकीले वस्त्र अर्पित करें। भगवान को माखन-मिश्री का भोग लगाएं। ध्यान रखें भोग में तुलसी जरूर रखें। कृं कृष्णाय नम: मंत्र का जाप करें।
भाद्रपद माह में करें ये शुभ काम
रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। जल चढ़ाते समय ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। गणेशजी और श्रीकृष्ण पूजा के साथ ही शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। ऊँ सांब सदा शिवाय नम: मंत्र का जाप करें।
जरूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार धन और अनाज का दान करें। वस्त्रों का दान करें।
इसी माह में गणेश 22 अगस्त से गणेश उत्सव भी शुरू हो रहा है। इन दिनों में गणेशजी को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं। लड्डू का भोग लगाएं। श्रीगणेशाय नम: मंत्र का जाप करें।