भारत को चेस ओलिंपियाड में 2 गोल्ड:97 साल में पहली बार विमेंस और ओपन दोनों कैटेगरी में खिताब; स्लोवेनिया और अजरबैजान को हराया

भारत ने चेस ओलिंपियाड में ओपन और विमेंस कैटेगरी में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीत लिए हैं। ओलिंपियाड के 97 साल के इतिहास में भारत ने दोनों कैटेगरी में पहली बार ही पहला स्थान हासिल किया। 11वें राउंड की ओपन कैटेगरी में भारत ने स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से हराया। वहीं विमेंस टीम ने अजरबैजान को 3.5-0.5 के अंतर से ही आखिरी राउंड हराया। ओपन कैटेगरी में भारत ने 10वें राउंड के बाद ही पहला स्थान कन्फर्म कर लिया था। लेकिन विमेंस टीम का 11वें राउंड के बाद गोल्ड कन्फर्म हुआ। क्योंकि दूसरे नंबर पर मौजूद कजाकिस्तान की टीम ने अमेरिका के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेल लिया। इस कारण भारत 19 पॉइंट्स के साथ पहले और कजाकिस्तान 18 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर रहा। चेस ओलिंपियाड 10 सितंबर से हंगरी के बुडापेस्ट शहर में आयोजित हुआ। 11वें राउंड में भारत ने 3 मैच जीते
विमेंस इवेंट में 10वें राउंड के बाद भारत और कजाकिस्तान 17-17 पॉइंट्स के साथ पहले नंबर पर थे। 11वें राउंड में भारत ने अजरबैजान को 3.5-0.5 से हरा दिया। टीम से हरिका द्रोनावाली, दिव्या देशमुख और वंतिका अग्रवाल ने अपने-अपने मैच जीते। वैशाली रमेशबाबु ने ड्रॉ खेलकर भारत को 3.5 पॉइंट्स तक पहुंचाया। कजाकिस्तान और अमेरिका के बीच मैच के नतीजे से विमेंस इवेंट में गोल्ड का फैसला होना था। दोनों के बीच मुकाबला 2-2 से ड्रॉ हो गया। इस कारण कजाकिस्तान 18 पॉइंट्स पर अटक गया, वहीं भारत ने 19 पॉइंट्स के साथ पहला स्थान हासिल किया और गोल्ड जीत लिया। विमेंस कैटेगरी में भारत ने लगातार 7 राउंड जीते, फिर 8वें राउंड में पोलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। 9वें राउंड में टीम ने अमेरिका के खिलाफ ड्रॉ खेला। 10वें राउंड में टीम ने चीन और 11वें राउंड में अजरबैजान को हराकर 19 पॉइंट्स के साथ गोल्ड कन्फर्म किया। ओपन टीम टूर्नामेंट में अजेय रही
ओपन टीम ने 10वें राउंड के बाद ही 19 पॉइंट्स हासिल कर गोल्ड कन्फर्म कर लिया था। टीम ने लगातार 8 मैच जीतने के बाद उज्बेकिस्तान के खिलाफ ड्रॉ खेला था। फिर 10वें राउंड में टीम ने अमेरिका और 11वें राउंड में स्लोवेनिया को हराकर गोल्ड जीत लिया। आखिरी राउंड में भारत से गुकेश डोमाराजू, आर प्रागननंदा और अर्जुन इरिगैसी ने अपने-अपने मुकाबले जीते। वहीं विदित संतोष गुजराती ने ड्रॉ खेला और टीम का स्कोर 3.5 तक पहुंचाया। भारत ने 11वां राउंड जीतकर 21 पॉइंट्स हासिल कर लिए। जबकि चीन और अमेरिका 16-16 पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर रहे। कैसे मिलते हैं पॉइंट्स
चेस ओलिंपियाड में हर राउंड में एक टीम को किसी दूसरी टीम से मुकाबला करना होता है। हर मुकाबले में 4 अलग-अलग बोर्ड पर मैच होते हैं। यानी एक राउंड 4 पॉइंट का होता है। जो टीम 2.5 या इससे ज्यादा पॉइंट्स हासिल कर लेती है, वह उस राउंड का मैच जीत जाती है। हर राउंड में जीत की स्थिति में टीम को 2 पॉइंट्स मिलते हैं। ड़्रॉ रहने पर एक पॉइंट मिलता है और हारने के कोई पॉइंट नहीं मिलता। भारत की ओपन टीम ने 11 राउंड में 10 जीते और 1 बराबरी पर छूटा। इसलिए भारत के 21 पॉइंट्स हुए। वहीं विमेंस टीम 9 मैच जीते, 1 ड्रॉ खेला और एक गंवाया, इसलिए टीम के 19 पॉइंट्स रहे। हालांकि, इतने अंक भी गोल्ड जीतने के लिए काफी रहे। 1927 में हुआ था पहला चेस ओलिंपियाड
पहले चेस ओलिंपियाड का आयोजन 1924 में हुआ था, हालांकि ये अनऑफिशियल इवेंट था। इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) ने फिर 1927 से ऑफिशियल चेस ओलिंपियाड कराना शुरू किया। 1950 तक ओलिंपियाड हर साल हुआ, वर्ल्ड वॉर के दौरान इसका आयोजन नहीं हुआ। लेकिन 1950 के बाद से इसे हर 2 साल में एक बार आयोजित किया जाने लगा। हंगरी के बुडापेस्ट में 45वें चेस ओलिंपियाड का आयोजन हुआ।