मंदिर के अंदर नहीं जा सकते है तो बाहर से ही शिखर दर्शन करने से भी मिल सकता है पुण्य, दर्शन करते समय करें मंत्र जाप

अभी कोरोना महामारी की वजह से अधिकतर लोग अपने इष्टदेव के मंदिर के अंदर दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में मंदिर के बाहर से ही शिखर दर्शन करने से भी पुण्य लाभ मिल सकता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शिखर को भी प्रतिमा के समान पुण्य देने वाला माना गया है।

शिखर दर्शनम् पाप नाशम्

पं. शर्मा के अनुसार ग्रंथों में लिखा है कि शिखर दर्शनम् पाप नाशम्। यानी किसी भी मंदिर के शिखर दर्शन के करने मात्र से ही पापों का नाश हो जाता है।

शिखर के दर्शन करते समय मंत्र जाप करें

मंदिर के शिखर के दर्शन करते समय अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। शिवजी के मंत्र ऊँ नम: शिवाय, विष्णुजी के मंत्र ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय, देवी मंत्र दुं दुर्गायै नम: या श्रीराम और श्रीकृष्ण के नामों का जाप कर सकते हैं। इस तरह शिखर देखकर ध्यान करने से अक्षय पुण्य मिल सकता है।

शिखर दर्शन के बाद दान जरूर करें

शिखर दर्शन और मंत्र जाप करने के बाद जरूरतमंद लोगों को अन्न और धन का दान जरूर करना चाहिए। अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी गौशाला में या किसी मंदिर में भी दान करें।

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