रविवार को दोपहर में केरल के कोची में रहने वाले 24 साल के अनंतु विजयन ने अपने दोस्तों से मजाक में कहा कि इस साल की बंपर लॉटरी उसके नाम की खुली है। इस पर खूब ठहाके भी लगाए। मजाक में उसका दर्द भी था क्योंकि अनंतु कोची के एक मंदिर में बतौर क्लर्क काम कर रहा है, जहां से मिलने वाली सैलेरी परिवार के लिए पर्याप्त नहीं थी। उसके पिता पेंटर हैं, बहन किसी फर्म में एकाउंटेंट का काम करती थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण उसकी नौकरी चली गई। पिता का काम भी कोई खास नहीं चल रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति चिंताजनक थी।
लेकिन, रविवार शाम को ही जब केरल सरकार ने ओनम बंपर लॉटरी 2020 के नतीजे घोषित किए तो अनंतु अवाक रह गया। 12 करोड़ का बंपर ईनाम उसके ही नाम का था। केरल के इडुक्की में जन्मा विजयन चंद मिनटों में करोड़पति हो गया क्योंकि 12 करोड़ की लॉटरी में से टैक्स और अन्य चार्जेस काटने के बाद भी उसे 7.5 करोड़ रुपए मिलेंगे। अनंतु ने अपना भाग्य आजमाने के लिए ओनम बंपर लॉटरी का टिकट 300 रुपए में खरीदा था। उसे अपने भाग्य पर थोड़ा यकीन सा भी था क्योंकि इसके पहले भी वो 5000 की रकम जीत चुका था।
केरल सरकार ने जब रविवार की शाम लॉटरी के नतीजे घोषित किए तो बंपर प्राइज के विजेता को खोजने में काफी वक्त लगा। खुद अनंतु को कुछ घंटों बाद ये बात पता चली कि उसके खरीदे टिकट पर ही बंपर प्राइज खुला है। अनंतु के अलावा भी 6 लोगों को दूसरा प्राइज मिला है, जिसमें उन्हें एक-एक करोड़ रुपए मिलेंगे।
जर्जर मकान को ठीक कराने के लिए सरकारी मदद
अनंतु के परिवार में माता-पिता के अलावा दो भाई-बहन भी हैं। सामान्य मध्यमवर्गीय विजयन परिवार लॉकडाउन के कारण खासी तकलीफ के दौर से गुजर रहा है। कोई 5 दशक पुराने मकान की हालत खराब हो गई है, इसकी मरम्मत कराने के लिए आर्थिक सहायता की मांग राज्य सरकार से की, जिस पर अभी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
पिता ने भी लिया था टिकट
लॉटरी के टिकट में किस्मत आजमाने के लिए सिर्फ अनंतु ही नहीं उनके पिता ने भी टिकट खरीदा था। हालांकि, पिता को कोई रकम नहीं खुली है। अनंतु ने ऐसे ही किसी फुटपाथ पर टिकट बेच रहे व्यक्ति से टिकट ले लिया था।
अभी तय नहीं किया कि क्या करेगा रुपए का
अनंतु ने केरल मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा है कि फिलहाल उसने तय नहीं किया है कि इस पैसे का वो क्या करने वाला है। पहले पैसा हाथ में आ जाए फिर तय किया जाएगा कि क्या करना है। अभी तो फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से उसने लॉटरी के टिकट को बैंक में रख दिया है।