मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने सोमवार दोपहर 3:00 बजे रिजल्ट जारी कर दिया। परीक्षा में इस साल 68.81 फीसदी रेगुलर स्टूडेंट्स जबकि 28.70 फीसदी प्राइवेट स्टूडेंट्स पास हुए। इसके साथ ही इस बार का पास प्रतिशत 3.56 फीसदी की गिरावट के साथ 68.81 फीसदी रहा।
स्टूडेंट्स को मिलेगा दोबारा मौका
वहीं, एमपी बोर्ड की 10वीं- 12वीं की परीक्षाओं में असफल हुए स्टूडेंट्स को राज्य सरकार ने एक और मौका दिया है। ऐसे स्टूडेंट्स को सरकार की तरफ से ‘रुक जाना नहीं’ योजना के तहत दूसरा मौका दिया जाएगा। परीक्षा में असफल रहे 10वीं के स्टूडेंट्स कल यानी 28 जुलाई जबकि 12वीं के स्टूडेंट्स 5 अगस्त तक एमपी ऑनलाइन के जरिए निर्धारित शुल्क जमा कर दोबारा परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
दिसंबर में भी सकेंगे परीक्षा
इस योजना में यह भी सुविधा है कि यदि कोई स्टूडेंट अगस्त 2020 की परीक्षा में पास नहीं हो पाता है, तो वह बाकी बचे अनुत्तीर्ण विषयों की परीक्षा दिसंबर में दे सकते हैं। स्टूडेंट्स को इसके लिए एमपी ऑनलाइन पर फिर से अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस योजना का फायदा रेगुलर और प्राइवेट दोनों ही तरह के स्टूडेंट्स को दिया जाएगा।
परीक्षा में शामिल नहीं हुए स्टूडेंट्स भी दे पाएंगे परीक्षा
योजना के तहत यह भी तय किया गया कि एमपी बोर्ड के वह स्टूडेंट्स जिन्होंने 2018 की ‘रुक जाना नहीं’ योजना में 10वीं की परीक्षा तो पास की, लेकिन वह 12वीं की परीक्षा नहीं दे पाए है। ऐसे स्टूडेंट्स भी इस योजना के तहत अगस्त में होने वाली परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। परीक्षा के लिए प्रश्न- पत्र राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम के मुताबिक ही बनाए जाएंगे।