साउथ दिल्ली के महरौली इलाके में 2 लोगों की हत्या हो गई। इनमें एक की बॉडी नाला किनारे तो दूसरे की जंगल में फेंक दी गयी। इस वजह सेजंगल में बॉडी ढूंढने के लिए पुलिस को ड्रोन कैमरे की मदद लेनी पड़ी। मरने वाले दोनों ही लोगों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। डीसीपी साउथ डिस्ट्रिक्ट अतुल कुमार ठाकुर ने बताया 15 जुलाई की रात करीब 9 बजे फ्रीडम फाइटर कॉलोनी गंदे नाले के पास एक शख्स के जख्मी हालत में पड़े होने की सूचना मिली।
कैट्स एम्बुलेंस के जरिए घायल को एम्स भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। उसे गोली मारी गयी थी। पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर पहुंच जांच की। वहां खून बिखरा मिला। खून के दाग जंगल की तरफ से आ रहे थे। पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और सीसीटीवी के जरिए मृतक की पहचान करने की कोशिश की। सीसीटीवी से पुलिस को सुराग मिला।
पता चला छह लोग एक सफेद रंग की सेंट्रो कार से आए थे, जिन्होंने कार खाली प्लॉट के पास खड़ी की और वे जंगल की तरफ चले गए। पुलिस ने प्लॉट की टूटी दीवार के पास शराब की खाली बोटल, पानी, सिगरेट भी पड़ी देखी। पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज कर जांच शुरू की। मृतक के हाथ पर महाकाल लिखा हुआ टैटू मिला। सीसीटीवी और गाड़ी नंबर के जरिए मरने वाले कि पहचान गीता कॉलोनी रानी गार्डन इलाके में रहने वाले अब्दुल अली के तौर पर हुई।
दोनों मृतकों का था आपराधिक रिकॉर्ड
इस मृतक की पहचान गीता कॉलोनी रानी गार्डन इलाका निवासी संजय के तौर पर हुई। थी। दोनों मृतक अपने इलाके के बदमाश थे, जिनके ऊपर कई गंभीर केस चल रहे थे। पुलिस की जांच में पता चला कुल छह लोग सेंट्रो गाड़ी से फ्रीडम फाइटर कॉलोनी के पास आए और पैदल जंगलों की तरफ गए थे। सभी ने शराब पार्टी की, जिसके बाद अब्दुल अली और संजय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
हत्या का मकसद आपसी रंजिश बताया गया है। मामले में हिरासत में लिए दोनों लोग अरेस्ट कर लिए गए है। अभी 2 आरोपी फरार हैं। इनमें एक आरोपी हाल ही में जेल से बाहर पैरोल पर आया था और उसी के बाहर आने की खुशी में पैरोल पार्टी का आयोजन किया गया था। पार्टी के बाद दोनों कत्ल किये गए। संजय गीता कालोनी थाने का बीसी था।