धरती के एक बड़े हिस्से में तेजी से मौसम बदल रहा है। देश में भी हवाओं का रुख बदलने लगा है। निम्न दबाव वाले उत्तरी क्षेत्रों में अब उच्च दबाव की वजह से हवाओं की रफ्तार बढ़ी है। सूखी तेज हवाएं चलनी शुरू गई हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हिस्सों में रात के तापमान में कमी होने लगी है।
आसमान साफ होने से अभी दिन में गर्मी व रात में ठंडक का अहसास हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकाें के मुताबिक अभी पूरे अक्टूबर महीने में ऐसा ही मौसम रहेगा। कई इलाकों में रात का तापमान सामान्य से दो डिग्री तक कम रह सकता है। महीने के आखिर में और नवंबर की शुरुआत में अफगानिस्तान व पाकिस्तान की ओर से पश्चिमी विक्षोभों के आने की संख्या बढ़ने पर न सिर्फ पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू होगी बल्कि पहाड़ों से आने वाली उत्तरी हवाओं से शीत लहर के चलते दिन में भी तापमान कम होने लगेगा।
तब इसका असर समूची गंगा पट्टी के इलाके, राजस्थान व मध्यप्रदेश तक नजर आएगा। इसके चलते सुबह हल्की धुंध नजर आएगी। मौसम से जुड़ी निजी एजेंसी ‘स्काईमेट’ के मुताबिक इस समय ‘ला नीना’ की स्थिति बन सकती है। इसके चलते जहां सर्दी का मौसम लंबा हो सकता है, वहीं ठंड भी कड़ाके की पड़ सकती है। इधर, मौसम विभाग के महानिदेशक डाॅ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का दुनियाभर में असर देखा जा रहा है। नवंबर के आखिर में अगले तीन महीने यानी दिसंबर, जनवरी व फरवरी में सर्दियों का पूर्वानुमान घोषित किया जाएगा। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
ऐसे बढ़ेगी सर्दी: अगले दो हफ्ते में 4 डिग्री गिर जाएगा तापमान, दिवाली तक बढ़ जाएगी ठंड
वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस है और अगले दो हफ्ते में 16-17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। इसके बाद हर हफ्ते यह एक से दो डिग्री कम होता जाएगा। अक्टूबर आखिर में जब मजबूत पश्चिमी विक्षोभ आएगा, तब पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी होगी और उत्तरी हवाओं से ठंडक मैदानी इलाकों तक पहुंचेगी व दिन के तापमान में भी कमी आएगी।