पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की 22 साल की सहेली पाल ने माचिस की तीन लाख तीलियों से ताजमहल का प्रतिरूप बनाया है। सहेली ने ऐसा कर ईरान का 7 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2013 में ईरान की मेसम रहमानी ने माचिस की 1,36,951 तीलियों का इस्तेमाल कर यूनेस्को का लोगो बनाया था। कृष्णानगर के घुरनी इलाके में रहने वाली सहेली पाल कलकत्ता यूनिवर्सिटी में एमए अंग्रेजी की छात्रा हैं। उन्होंने 6 फीट लंबे और चार फीट चौड़े बोर्ड पर इस ताजमहल को बनाया है।
छात्रा ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के दिशानिर्देश मिलने पर अगस्त के मध्य इस कृति को बनाना शुरू किया था, जो 30 सितंबर को पूरा हुआ। उपलब्धि हासिल करने पर छात्रा ने कहा कि इसमें मैंने माचिस की दो रंगों की तीलियों का इस्तेमाल किया है ताकि रात में ताजमहल का स्वरूप
प्रदर्शित हो।
मां दुर्गा के चेहरे की सबसे छोटी मूर्ति का रिकॉर्ड भी
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, सहेली ने 2018 में मां दुर्गा के चेहरे की सबसे छोटी मूर्ति बनाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। सहेली पाल के पिता सुबीर पाल और दादा बीरेन पाल को क्रमश: 1991 और 1982 में उनकी मूर्तियों के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार दिया गया था। इसे लेकर छात्रा ने कहा कि मैं अपने दादा और पिता की विरासत को आगे बढ़ाना चाहती हूं।