दिल्ली में रविवार सुबह हुई झमाझम बारिश से मिंटो ब्रिज के नीचे कई फुट पानी जमा हो गया। पानी में डूब जाने की वजह से एक शख्स की दर्दनाक मौत हो गई। वह मिनी टैम्पो (छोटा हाथी) से इस रास्ते से गुजर रहा था। जलभराव की वजह से एक डीटीसी बस और ऑटो भी फंस गए थे, जहां सूचना मिलने पर दमकल कर्मियों ने पहुंच बस ड्राइवर, कंडक्टर और ऑटो चालक को समय रहते बचाया। वो तो शुक्र है उस वक्त बस में सवारी नहीं थी।
इस हादसे में जान गंवाने वाले शख्स की पहचान उत्तराखंड पिथौरागढ़ निवासी कुंदन कुमार (56) के तौर पर हुई। शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने लेडी हार्डिंग अस्पताल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि आखिर इस हादसे के लिए लापरवाही किसकी है। दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया मिंटो ब्रिज पर पानी भरे होने की सूचना सुबह 7 बजकर 54 मिनट पर मिली।
मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने ब्रिज के नीचे हरे रंग की डीटीसी बस, एक मिनी टैम्पो और ऑटो को पानी के बीच फंसा पाया। जिसके बाद ब्रिज के पास से बस की छत पर सीढ़ी लगाकर इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। उस वक्त मिनी टैम्पो का चालक वहां नजर नहीं आया। कुछ देर बाद ब्रिज के ऊपर काम कर रहे रेलवे कर्मचारी ने पानी में एक शव को नीचे देख छलांग लगाई और उसे पानी से बाहर निकाला।
ड्राइवर के पास नहीं था मोबाइल, इसलिए नहीं मिली कोई मदद
पानी में डूबकर हुई कुंदन कुमार की मौत के मामले में उनके परिवार के एक करीबी प्रीतम सिंह ने कहा घटना के वक्त उनके पास कोई फोन नहीं था, जिस कारण वह किसी से मदद तक नहीं मांग सके। जानकारी मिली है कि कुंदन की बेटी की शादी नवम्बर में होनी है, जिसे लेकर वह अभी से तैयारियों में जुटे थे। कुंदन की मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह ब्रिज के नीचे लबालब पानी में डूबे मिनी टैम्पो की छत पर बैठे नजर आए।
कुंदन तीन भाईयों के बीच मंझले थे। उनके दोनों भाईयों की भी सड़क हादसे में ही मौत हो चुकी है। इस हादसे के बाद उनके परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। कुंदन यहां दिल्ली में कई सालों से रह रहे थे और अपने रिश्तेदार का मिनी टैम्पो चलाकर होने वाली आमदनी से परिवार का खर्च उठाते थे।