मूवी रिव्यू- CrazXy:थ्रिल, सस्पेंस और दमदार परफॉर्मेंस से भरपूर एक रोमांचक सफर, फिल्म अंत तक बांधे रखेगी

सोहम शाह स्टारर CrazXy एक हाई-ऑक्टेन, edge-of-the-seat थ्रिलर है, जो दर्शकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रखती है। एक ग्रिपिंग कहानी, कसा हुआ निर्देशन और शानदार अभिनय इस फिल्म को एक अलग ही स्तर पर ले जाते हैं। निर्देशक गिरीश मलिक की यह डेब्यू फिल्म हर मोड़ पर नए ट्विस्ट और टर्न्स के साथ रहस्य और रोमांच को गहराता जाता है। इस फिल्म की लेंथ एक घंटा 33 मिनट है। दैनिक भास्कर ने इस फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी है। फिल्म की स्टोरी क्या है? फिल्म की कहानी डॉ अभिमन्यु सूद (सोहम शाह) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक काबिल सर्जन तो है, लेकिन एक अच्छा पिता और इंसान नहीं। उसकी जिंदगी उस वक्त तहस-नहस हो जाती है, जब उसे एक अनजान नंबर से कॉल आता है। फोन उठाते ही उसकी दुनिया बदल जाती है। एक फिरौती कॉल, एक बैग, और वक्त के खिलाफ दौड़। उसकी बेटी और पूर्व पत्नी बॉबी की जिंदगी खतरे में है। कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, हर मोड़ पर नए रहस्य खुलते हैं, जो दर्शकों को लगातार सस्पेंस में रखते हैं। क्या वह अपनी बेटी को बचा पाएगा? कौन उसके पीछे है? CrazXy इन्हीं सवालों के साथ दर्शकों को बांधे रखती है। स्टार कास्ट की एक्टिंग कैसी है? पूरी फिल्म सोहम शाह के कंधों पर टिकी हुई है, और उन्होंने इसे बखूबी निभाया है। तुम्बाड जैसी फिल्म और महारानी जैसी सीरीज से अपनी अलग पहचान बना चुके सोहम इस फिल्म में पूरी तरह छाए हुए हैं। पूरे समय वह अकेले स्क्रीन पर दिखाई देते हैं, लेकिन उनकी बारीक अदाकारी और चेहरे के एक्सप्रेशन्स इतने प्रभावी हैं कि आपको एक पल के लिए भी फिल्म से नजर हटाने का मन नहीं करेगा। उनकी परफॉर्मेंस ही इस फिल्म की सबसे बड़ी ताकत है। इस फिल्म के प्रोड्यूसर भी सोहम शाह हैं, उन्होंने फिल्म के लिए बहुत ही बेहतरीन कहानी चुनी है। फिल्म का डायरेक्शन कैसा है? गिरीश मलिक ने इस फिल्म के साथ निर्देशन में कदम रखा है और उनकी पकड़ कहानी पर शुरुआत से अंत तक बनी रहती है। उन्होंने सिर्फ एक जबरदस्त स्क्रिप्ट ही नहीं लिखी, बल्कि उसे बखूबी पर्दे पर उतारा भी है। इसके साथ ही फिल्म की सिनेमेटोग्राफी कमाल की है। सुनील रामकृष्णन बोरकर और कुलदीप ममानिया के कैमरे ने फिल्म के तनाव और रोमांच को शानदार तरीके से कैद किया है। एडिटिंग संयुक्ता काजा और रयथेम लैथ ने किया है, जो कहानी के तेज रफ्तार नैरेटिव को बनाए रखता है। फिल्म का म्यूजिक कैसा है? फिल्म के संगीत में गुलजार के गीत और विशाल भारद्वाज की धुनें शामिल हैं। गाने फिल्म की थीम और सिचुएशन के हिसाब से एकदम सटीक हैं, हालांकि यह वो संगीत नहीं है जिसे फिल्म के बाहर भी बार-बार सुना जाए। सत्या फिल्म का गीत ‘गोली मार भेजे में’ और इंकलाब फिल्म का ‘अभिमन्यु फंस गया’ को बहुत अच्छा रीमिक्स किया गया है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर कहानी को प्रभावशाली बनाता है। फिल्म का फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं अगर आप थ्रिलर, रहस्य और हाई-स्टेक ड्रामा पसंद करते हैं, तो CrazXy आपके लिए है। दमदार परफॉर्मेंस, बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी और एक टाइट स्क्रीनप्ले इसे देखने लायक बनाते हैं। सोहम शाह की यह परफॉर्मेंस और क्लाइमैक्स में छिपा एक गहरा संदेश इस फिल्म को खास बनाता है। कुल मिलाकर, CrazXy एक फ्रेश पर्सपेक्टिव के साथ पेश की गई थ्रिलर है, जो आपको अंत तक बांधे रखेगी। जरूर देखें!