मेल डॉमिनेंसी वाली फिल्मों के खिलाफ नसीरुद्दीन शाह:ये सारी ‘बीमार’ फिल्में हैं, महिलाओं को तुच्छ दिखाना समाज के लिए खतरा

दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपनी एक्टिंग के अलावा खुलकर बात करने के लिए जाने जाते हैं। राजनीति हो, फिल्म इंडस्ट्री हो या समाज से जुड़ा कोई मुद्दा, हर बार एक्टर अपनी राय बेझिझक जाहिर करते हैं। कई बार इनके बयान पर बवाल भी खड़ा हो जाता है। इस बार उन्होंने मेनस्ट्रीम फिल्मों में दिखाए जाने वाली मैस्कुलैनिटी की आलोचना की है। एक्टर ने उन बॉलीवुड फिल्मों पर निशाना साधा है, जिनमें जरूरत से ज्यादा मर्दानगी और महिलाओं को अपमानित करते दिखाया गया है। अति पुरुषतत्व वाली फिल्मों को बताया बीमार
दरअसल, केरल लिटरेचर फेस्टिवल में बातचीत के दौरान मलयालम एक्ट्रेस पार्वती तिरुवोतु ने उनसे मेनस्ट्रीम फिल्मों में दिखाए जाने वाले मैस्कुलैनिटी पर सवाल किया था। इस सवाल को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी ‘बीमार’ फिल्मों की सफलता वास्तव में उस समाज की स्थिति को दिखा रहा, जिसमें हम रह रहे हैं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शाह ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह हमारे समाज का चेहरा है या यह हमारे समाज की फैंटेसी का रिफ्लेक्शन है।’ मेल डॉमिनेंस वाली फिल्मों की हिट होना डरावना है
एक्टर ने फिल्म फेस्टिवल में कहा कि मुझे लगता है कि ऐसी फिल्में पुरुषों के सीक्रेट फैंटेसी को बढ़ावा देती हैं, जो अपने दिल में महिलाओं को तुच्छ समझते हैं। और वास्तव में यह देखना बहुत डरावना है कि ऐसी फिल्मों को आम दर्शक से स्वीकृति मिल रही है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘यह बहुत डरावना है और यह हमारे देश में कई जगहों पर महिलाओं के साथ होने वाली भयानक चीजों को दिखाता है।’ बता दें कि साल 2023 में रणबीर कपूर की फिल्म ‘एनिमल’ रिलीज हुई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल रही। लेकिन इस फिल्म में दिखाए गए मेल डॉमिनेंस को काफी क्रिटिसाइज किया गया था। इस फिल्म को संदीप वांग रेड्डी ने बनाया था। फिल्म ‘कबीर सिंह’ भी संदीप की फिल्म थी, जिसे मेल डॉमिनेंस के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। करियर में कुछ फिल्में पैसों के लिए किया
इस कार्यक्रम में नसीरुद्दीन शाह ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने अपने करियर में कुछ फिल्में सिर्फ पैसों के लिए की है। उन्होंने कहा कि ये सच है कि मैंने अपने करियर में कुछ फिल्में की हैं, जो सिर्फ पैसे के लिए थी। मुझे नहीं लगता कि किसी को पैसे के लिए काम करने में शर्म आनी चाहिए, क्योंकि हम सब ऐसा करते हैं। लेकिन ये वो काम हैं जिनका मुझे अफसोस है। सौभाग्य से, लोग आपके बुरे काम याद नहीं रखते हैं। एक अभिनेता के रूप में, वो केवल आपके किए गए अच्छे कामों को याद रखते हैं। ‘गदर-2’, ‘द केरल स्टोरी’ को भी बता चुके हैं हानिकारक
साल 2023 में फ्री प्रेस जर्नल को दिए एक इंटव्यू में एक्टर ‘गदर-2’, ‘द केरल स्टोरी’, ‘कश्मीर फाइल्स’ को हानिकारक और अंधराष्ट्रवाद बता चुके हैं। इन फिल्मों की सफलता को वो खतरनाक चलन के रूप में देखते हैं। उनका मानना था कि ऐसी फिल्में बनाकर डायरेक्टर प्रोड्यूसर अपना फायदा देखते हैं। इससे उनको लोकप्रियता मिलती है। ये बिना वजह दूसरे समुदाय को नीचा दिखाते हैं।