मोक्षदा एकादशी और गीता जंयती 11 दिसंबर को:श्रीकृष्ण की सीख: कर्म न करना भी एक कर्म है, सुख-शांति चाहते हैं तो सही कर्म करते रहें

बुधवार, 11 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती है। अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को जीवन में उतार लेने से हमारी सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हमें संदेश मिलता है कि कैसे हम अपने सारे काम पूरे कर सकते हैं, पारिवारिक रिश्ते और मित्रता कैसे निभा सकते हैं, घर-परिवार के साथ अपनी अन्य जिम्मेदारियां कैसे पूरी कर सकते हैं। जब श्रीकृष्ण द्वारिका में रहते थे तो प्रजा की समस्याएं सुलझाते थे। इसके अलावा 16108 रानियों और अपने बच्चों को भी समय देते थे। जब वे किसी युद्ध या यात्रा पर जाते थे तो परिवार रुक्मिणी संभालती थीं और राज्य का काम बलराम संभालते थे। श्रीकृष्ण ने संदेश दिया है कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को बांटना चाहिए, तभी सभी काम ठीक से पूरे हो सकते हैं। हमें कर्म करने में पीछे नहीं हटना चाहिए।