PM मोदी का फ्रांस दोरे पर तीसरा दिन है। वे मंगलवार की रात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ फ्रांस के दूसरे सबसे बड़े शहर मार्से पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने स्वंतत्रता सेनानी वीर सावरकर को याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि यह शहर भारत की आजादी में खास महत्व रखता है। दरअसल, सावरकर को 1910 में नासिक षड्यंत्र मामले के तहत लंदन में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जहाज से भारत लाया जा रहा था। जब उनका जहाज मार्से के पास पहुंचा तो उन्होंने समंदर में छलांग लगा दी और तैरकर तट तक पहुंचे गए। मार्से में ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार कर लिया। फ्रांस की सरकार ने अपनी जमीन पर सावरकर की गिरफ्तारी का विरोध किया और मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय तक ले गई। मोदी बुधवार सुबह वर्ल्ड वॉर के दौरान जान गंवाने भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए मजारग्यूज वॉर सिमेट्री पहुंचे। इसके बाद मोदी ने मार्से में वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया। उन्होंने यहां पर मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की। अब कुछ ही देर में मोदी, फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ बातचीत करेंगे। मोदी बोले- मानवता के कोड लिख रहा AI
इससे पहले PM मोदी अपने फ्रांस दौरे के दूसरे दिन पेरिस में AI समिट में शामिल हुए थे। उन्होंने अगला AI समिट भारत में होने की जानकारी दी थी। मोदी ने कहा कि भारत को अगले AI शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने में खुशी होगी। मोदी ने मंगलवार को पेरिस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि AI इस सदी के लिए मानवता के कोड लिख रहा है। इसमें दुनिया बदलने की ताकत है। यह समाज-सुरक्षा के लिए जरूरी है। यह दिखाता है कि AI का पॉजिटिव पोटेंशियल असाधारण है। मोदी ने कहा- AI लाखों लोगों की जिंदगियां बदल रहा है। वक्त के साथ-साथ रोजगार का स्वरूप भी बदल रहा है। AI से रोजगार के संकट पर ध्यान देना होगा। इतिहास गवाह है कि तकनीक नौकरियां नहीं लेती। AI से नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। मोदी ने कहा कि भारत ने सफलतापूर्वक कम लागत में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। डेटा एम्पावरमेंट के जरिए डेटा की ताकत को अनलॉक किया है। ये विजन भारत के राष्ट्रीय AI मिशन की नींव है। भारत अपने एक्सपीरियंस और एक्सपर्टीज को साझा करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य अच्छा और सभी के लिए हो। पेरिस AI समिट से जुड़ीं 4 तस्वीरें… PM बोले- समाज को नया आकार दे रहा AI
मोदी ने पेरिस समिट की शुरुआत AI को लेकर एक उदाहरण देकर की। उन्होंने कहा- मैं एक सरल उदाहरण देना चाहता हूं। यदि आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट किसी AI ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह सरल भाषा में, आपके स्वास्थ्य के लिए इसका क्या मतलब है, समझा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप उसी ऐप से किसी व्यक्ति का बाएं हाथ से लिखते हुए चित्र बनाने को कहते हैं, तो ऐप सबसे अधिक संभावना किसी व्यक्ति को उसके दाएं हाथ से लिखते हुए दिखाएगा। PM ने कहा कि AI पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है। AI इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है।’ समिट में 90 देश शामिल हुए AI और इससे जुड़ी चुनौतियों पर कदम उठाने के लिए फ्रांस की राजधानी पेरिस में 90 देशों के प्रतिनिधि जुटे। AI एक्शन समिट के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा- हमारे पास AI का लीडर बनने के लिए जरूरी हर चीज है। AI के लिए एनर्जी और ह्यूमन रिसोर्स दो चीजें सबसे महत्वपूर्ण हैं और ये दोनों हमारे पास हैं। इसलिए यूरोप AI का पावरहाउस बनेगा। मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा, मेरे एक अच्छे दोस्त कहते हैं, ‘ड्रिल, बेबी, ड्रिल’। लेकिन फ्रांस में ड्रिल करने की जरूरत नहीं है, यहां ‘प्लग, बेबी, प्लग’ है, क्योंकि फ्रांस में न बिजली की कमी है और न ही ह्यूमन रिसोर्स की। बता दें कि ट्रम्प ‘डिल, बेबी, ड्रिल’ नीति के तहत अमेरिका में तेल-गैस उत्पादन को बढ़ावा देने की बात कर चुके हैं। AI चैटबॉट पर एक सर्च के लिए जरूरी उर्जा की मात्रा किसी सर्च इंजन की तुलना में 10 गुना ज्यादा होती है। फ्रांस AI को सस्टेनेबल एनर्जी के जरिए विकसित करना चाहता है, वहीं, अमेरिका तेल और गैस पर निर्भर है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने AI को रेग्युलेट करने पर सवाल उठाए समिट शामिल में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने AI को रेग्युलेट करने पर सवाल उठाए। वेंस ने कहा कहा कि AI इंडस्ट्री पर जरूरत से ज्यादा रेगुलेशन लगाने से इनोवेशन खत्म हो जाएगा। वेंस ने कहा, भाप इंजन के आविष्कार की तरह, AI भी एक क्रांति है। लेकिन अगर हम इनोवेटर्स को जोखिम लेने से रोकेंगे, तो यह क्रांति कभी पूरी नहीं होगी। AI समझौते पर अमेरिका-ब्रिटेन ने हस्ताक्षर नहीं किए है। वेंस ने समिट में कहा कि कुछ विरोधियों ने लोगों की निगरानी और सेंसरशिप के लिए AI को हथियार बनाया है। लेकिन अमेरिका यह मुमकिन नहीं होने देगा। वे ऐसा करने के सारे रास्ते बंद कर देंगे। मोदी ने CEO फोरम को बेस्ट माइंड्स का ठिकाना बताया
PM ने पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस CEO फोरम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह फोरम भारत-फ्रांस के बेस्ट बिजनेस माइंड्स का ठिकाना है। इस फोरम के जरिए दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलती है। PM ने कहा- मैक्रों के साथ इस समिट का हिस्सा बनना खुशी की बात है। पिछले 2 सालों में यह हमारी छठी बैठक है। पिछले साल मैक्रों भारत में गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट थे। आज हमने एक साथ AI समिट की सह-अध्यक्षता की। मैं इस सफल कार्यक्रम के लिए मैक्रों को बधाई देता हूं। भारत-फ्रांस CEO फोरम से जुड़ी 3 तस्वीरें… मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे मोदी
CEO फोरम बैठक में शामिल होने के बाद मोदी मार्से के लिए रवाना हो गए। यहां पर भारत का वाणिज्य दूतावास खोला जाएगा। इसके बाद वे मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे थे, जहां हवाईअड्डे पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका एलिसी पैलेस में रेड कार्पेट वेलकम हुआ। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी के स्वागत में डिनर का भी आयोजन किया। ………………………………………… PM मोदी के फ्रांस दौरे से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… PM मोदी सातवीं बार फ्रांस पहुंचे:कल AI समिट में शामिल होंगे, भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे; 2 दिन बाद अमेरिका रवाना होंगे PM मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे। प्रधानमंत्री के सम्मान में फ्रांस सरकार ने 10 फरवरी को मशहूर एलिसी पैलेस में VVIP डिनर का आयोजन किया। इसमें फ्रेंच प्रेसिडेंट मैक्रों समेत कुछ और देशों के नेता मौजूद रहे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
इससे पहले PM मोदी अपने फ्रांस दौरे के दूसरे दिन पेरिस में AI समिट में शामिल हुए थे। उन्होंने अगला AI समिट भारत में होने की जानकारी दी थी। मोदी ने कहा कि भारत को अगले AI शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने में खुशी होगी। मोदी ने मंगलवार को पेरिस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि AI इस सदी के लिए मानवता के कोड लिख रहा है। इसमें दुनिया बदलने की ताकत है। यह समाज-सुरक्षा के लिए जरूरी है। यह दिखाता है कि AI का पॉजिटिव पोटेंशियल असाधारण है। मोदी ने कहा- AI लाखों लोगों की जिंदगियां बदल रहा है। वक्त के साथ-साथ रोजगार का स्वरूप भी बदल रहा है। AI से रोजगार के संकट पर ध्यान देना होगा। इतिहास गवाह है कि तकनीक नौकरियां नहीं लेती। AI से नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। मोदी ने कहा कि भारत ने सफलतापूर्वक कम लागत में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। डेटा एम्पावरमेंट के जरिए डेटा की ताकत को अनलॉक किया है। ये विजन भारत के राष्ट्रीय AI मिशन की नींव है। भारत अपने एक्सपीरियंस और एक्सपर्टीज को साझा करने के लिए तैयार है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य अच्छा और सभी के लिए हो। पेरिस AI समिट से जुड़ीं 4 तस्वीरें… PM बोले- समाज को नया आकार दे रहा AI
मोदी ने पेरिस समिट की शुरुआत AI को लेकर एक उदाहरण देकर की। उन्होंने कहा- मैं एक सरल उदाहरण देना चाहता हूं। यदि आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट किसी AI ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह सरल भाषा में, आपके स्वास्थ्य के लिए इसका क्या मतलब है, समझा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप उसी ऐप से किसी व्यक्ति का बाएं हाथ से लिखते हुए चित्र बनाने को कहते हैं, तो ऐप सबसे अधिक संभावना किसी व्यक्ति को उसके दाएं हाथ से लिखते हुए दिखाएगा। PM ने कहा कि AI पहले से ही हमारी अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और यहां तक कि हमारे समाज को नया आकार दे रहा है। AI इस सदी में मानवता के लिए कोड लिख रहा है।’ समिट में 90 देश शामिल हुए AI और इससे जुड़ी चुनौतियों पर कदम उठाने के लिए फ्रांस की राजधानी पेरिस में 90 देशों के प्रतिनिधि जुटे। AI एक्शन समिट के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा- हमारे पास AI का लीडर बनने के लिए जरूरी हर चीज है। AI के लिए एनर्जी और ह्यूमन रिसोर्स दो चीजें सबसे महत्वपूर्ण हैं और ये दोनों हमारे पास हैं। इसलिए यूरोप AI का पावरहाउस बनेगा। मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम लिए बिना कहा, मेरे एक अच्छे दोस्त कहते हैं, ‘ड्रिल, बेबी, ड्रिल’। लेकिन फ्रांस में ड्रिल करने की जरूरत नहीं है, यहां ‘प्लग, बेबी, प्लग’ है, क्योंकि फ्रांस में न बिजली की कमी है और न ही ह्यूमन रिसोर्स की। बता दें कि ट्रम्प ‘डिल, बेबी, ड्रिल’ नीति के तहत अमेरिका में तेल-गैस उत्पादन को बढ़ावा देने की बात कर चुके हैं। AI चैटबॉट पर एक सर्च के लिए जरूरी उर्जा की मात्रा किसी सर्च इंजन की तुलना में 10 गुना ज्यादा होती है। फ्रांस AI को सस्टेनेबल एनर्जी के जरिए विकसित करना चाहता है, वहीं, अमेरिका तेल और गैस पर निर्भर है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने AI को रेग्युलेट करने पर सवाल उठाए समिट शामिल में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने AI को रेग्युलेट करने पर सवाल उठाए। वेंस ने कहा कहा कि AI इंडस्ट्री पर जरूरत से ज्यादा रेगुलेशन लगाने से इनोवेशन खत्म हो जाएगा। वेंस ने कहा, भाप इंजन के आविष्कार की तरह, AI भी एक क्रांति है। लेकिन अगर हम इनोवेटर्स को जोखिम लेने से रोकेंगे, तो यह क्रांति कभी पूरी नहीं होगी। AI समझौते पर अमेरिका-ब्रिटेन ने हस्ताक्षर नहीं किए है। वेंस ने समिट में कहा कि कुछ विरोधियों ने लोगों की निगरानी और सेंसरशिप के लिए AI को हथियार बनाया है। लेकिन अमेरिका यह मुमकिन नहीं होने देगा। वे ऐसा करने के सारे रास्ते बंद कर देंगे। मोदी ने CEO फोरम को बेस्ट माइंड्स का ठिकाना बताया
PM ने पेरिस में 14वें भारत-फ्रांस CEO फोरम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह फोरम भारत-फ्रांस के बेस्ट बिजनेस माइंड्स का ठिकाना है। इस फोरम के जरिए दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलती है। PM ने कहा- मैक्रों के साथ इस समिट का हिस्सा बनना खुशी की बात है। पिछले 2 सालों में यह हमारी छठी बैठक है। पिछले साल मैक्रों भारत में गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट थे। आज हमने एक साथ AI समिट की सह-अध्यक्षता की। मैं इस सफल कार्यक्रम के लिए मैक्रों को बधाई देता हूं। भारत-फ्रांस CEO फोरम से जुड़ी 3 तस्वीरें… मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे मोदी
CEO फोरम बैठक में शामिल होने के बाद मोदी मार्से के लिए रवाना हो गए। यहां पर भारत का वाणिज्य दूतावास खोला जाएगा। इसके बाद वे मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे थे, जहां हवाईअड्डे पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका एलिसी पैलेस में रेड कार्पेट वेलकम हुआ। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मोदी के स्वागत में डिनर का भी आयोजन किया। ………………………………………… PM मोदी के फ्रांस दौरे से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… PM मोदी सातवीं बार फ्रांस पहुंचे:कल AI समिट में शामिल होंगे, भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे; 2 दिन बाद अमेरिका रवाना होंगे PM मोदी सोमवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे। प्रधानमंत्री के सम्मान में फ्रांस सरकार ने 10 फरवरी को मशहूर एलिसी पैलेस में VVIP डिनर का आयोजन किया। इसमें फ्रेंच प्रेसिडेंट मैक्रों समेत कुछ और देशों के नेता मौजूद रहे। पूरी खबर यहां पढ़ें…