प्रधानमंत्री मोदी रविवार को सुबह 9 बजे नागपुर पहुंचेंगे। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय केशव कुंज जाएंगे। यहां हिंदू नववर्ष के पहले दिन होने वाले RSS के प्रतिपदा कार्यक्रम में शामिल होंगे। मोदी संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धांजलि देंगे। फिर दीक्षाभूमि भी जाएंगे। यहां डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 1956 में बौद्ध धर्म अपनाया था। इसके बाद PM माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नई एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखेंगे। इसमें RSS प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल होंगे। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार RSS मुख्यालय जा रहे हैं। 12 साल पहले (16 सितंबर 2012) को संघ के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन के निधन पर वे बतौर CM संघ मुख्यालय आए थे। मोदी आखिरी बार 16 जुलाई 2013 को लोकसभा चुनाव 2014 की मीटिंग में भी शामिल होने मुख्यालय आए थे। यह पहला मौका होगा जब कोई सिटिंग प्रधानमंत्री RSS मुख्यालय का दौरा करेंगे। 2007 में अटल बिहारी वाजपेयी ने डॉ. हेडगेवार स्मारक स्मृति मंदिर का दौरा किया था। हालांकि, तब वे प्रधानमंत्री नहीं थे। मोदी के स्वागत में सजा नागपुर, 4 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती
गुड़ी पड़वा के मौके PM मोदी के दौरे को लेकर नागपुर में खास तैयारियां की गई हैं। एयरपोर्ट पर आगमन से लेकर स्मृति मंदिर, दीक्षाभूमि और माधव नेत्रालय कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महाराष्ट्र BJP चीफ बावनकुले ने कहा- बीजेपी नागपुर में 47 चौकों पर मोदी के स्वागत के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है। 4 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, CRPF की 5 यूनिट और 1500 होमगार्ड सुरक्षा में तैनात रहेंगे। दूसरे जिलों से करीब 150 अधिकारियों को बुलाया गया है। मोदी के नागपुर दौरे की 2 मुख्य बातें: इस साल 2 बार RSS की तारीफ कर चुके मोदी PM मोदी 8 साल की उम्र में RSS से जुड़े
प्रधानमंत्री मोदी 8 साल की उम्र में ही RSS से जुड़ गए थे। उन्होंने संघ की शाखाओं में जाना शुरू कर दिया था। 1971 में दिल्ली में जनसंघ और RSS नेताओं के साथ बांग्लादेश आंदोलन के समर्थन में प्रोटेस्ट करने के चलते मोदी जेल भी गए थे। 1972 में मोदी RSS प्रचारक बन गए थे। इसके बाद वो अहमदाबाद के हेडगेवार भवन में बैठने लगे। यहीं से संघ के बड़े नेताओं से मोदी का संपर्क बढ़ा। आगे चलकर RSS ने मोदी के राजनीतिक करियर में अहम भूमिका निभाई। —————————————————– RSS और मोदी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… RSS में हमें जो मूल्य सिखाया गया, उनमें से एक यह था कि आप जो भी करें, उसे उद्देश्यपूर्ण तरीके से करें अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के पॉडकास्ट में PM मोदी ने RSS से जुड़ने के किस्से के बारे में बताया। उन्होंने कहा- हमारे गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा थी, जहां हम खेलते थे और देशभक्ति के गीत गाते थे। उन गीतों की कुछ बातें मुझे बहुत छू गईं। उन्होंने मेरे अंदर कुछ हलचल पैदा कर दी और इस तरह मैं आखिरकार RSS का हिस्सा बन गया। पूरा इंटरव्यू यहां पढ़ें… मंडे मेगा स्टोरी- जब RSS ने कांग्रेस का समर्थन किया:आधी रात अटल के मंत्री से मांगा था इस्तीफा; क्या अब मोदी से नाराज है संघ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS सीधे तौर पर राजनीति तो नहीं करता, लेकिन उसकी नर्सरी से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं। जहां से निकले नेता देश के 10 राज्यों में मुख्यमंत्री और 16 राज्यों में राज्यपाल हैं। चुनावों में टिकट मिलना, मंत्री बनना या मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो, आरोप लगता है कि रिमोट कंट्रोल इसी संगठन के हाथ में है। पूरी खबर पढ़ें…
गुड़ी पड़वा के मौके PM मोदी के दौरे को लेकर नागपुर में खास तैयारियां की गई हैं। एयरपोर्ट पर आगमन से लेकर स्मृति मंदिर, दीक्षाभूमि और माधव नेत्रालय कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महाराष्ट्र BJP चीफ बावनकुले ने कहा- बीजेपी नागपुर में 47 चौकों पर मोदी के स्वागत के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है। 4 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, CRPF की 5 यूनिट और 1500 होमगार्ड सुरक्षा में तैनात रहेंगे। दूसरे जिलों से करीब 150 अधिकारियों को बुलाया गया है। मोदी के नागपुर दौरे की 2 मुख्य बातें: इस साल 2 बार RSS की तारीफ कर चुके मोदी PM मोदी 8 साल की उम्र में RSS से जुड़े
प्रधानमंत्री मोदी 8 साल की उम्र में ही RSS से जुड़ गए थे। उन्होंने संघ की शाखाओं में जाना शुरू कर दिया था। 1971 में दिल्ली में जनसंघ और RSS नेताओं के साथ बांग्लादेश आंदोलन के समर्थन में प्रोटेस्ट करने के चलते मोदी जेल भी गए थे। 1972 में मोदी RSS प्रचारक बन गए थे। इसके बाद वो अहमदाबाद के हेडगेवार भवन में बैठने लगे। यहीं से संघ के बड़े नेताओं से मोदी का संपर्क बढ़ा। आगे चलकर RSS ने मोदी के राजनीतिक करियर में अहम भूमिका निभाई। —————————————————– RSS और मोदी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… RSS में हमें जो मूल्य सिखाया गया, उनमें से एक यह था कि आप जो भी करें, उसे उद्देश्यपूर्ण तरीके से करें अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के पॉडकास्ट में PM मोदी ने RSS से जुड़ने के किस्से के बारे में बताया। उन्होंने कहा- हमारे गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा थी, जहां हम खेलते थे और देशभक्ति के गीत गाते थे। उन गीतों की कुछ बातें मुझे बहुत छू गईं। उन्होंने मेरे अंदर कुछ हलचल पैदा कर दी और इस तरह मैं आखिरकार RSS का हिस्सा बन गया। पूरा इंटरव्यू यहां पढ़ें… मंडे मेगा स्टोरी- जब RSS ने कांग्रेस का समर्थन किया:आधी रात अटल के मंत्री से मांगा था इस्तीफा; क्या अब मोदी से नाराज है संघ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS सीधे तौर पर राजनीति तो नहीं करता, लेकिन उसकी नर्सरी से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं। जहां से निकले नेता देश के 10 राज्यों में मुख्यमंत्री और 16 राज्यों में राज्यपाल हैं। चुनावों में टिकट मिलना, मंत्री बनना या मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो, आरोप लगता है कि रिमोट कंट्रोल इसी संगठन के हाथ में है। पूरी खबर पढ़ें…