डीएमआरसी को मेट्रो में सोशल डिस्टेंसिंग नियमों के कारण जहां लगातार परिचालन में घाटा हो रहा है। वहीं यात्रियों के पीक आवर में यात्रा करने से लाइन पर आ रहे दबाव के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में डीएमआरसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन अनुज दयाल ने एडवाइजरी जारी कर यात्रियों को परेशानी से बचने के लिए नॉन पीक ऑवर में यात्रा करने की सलाह दी है।
अनुज दयाल ने यात्रियों से अपील की है कि ट्रेन में यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है, जो इसकी पूर्व क्षमता से घटकर लगभग पांचवां हिस्सा रह गई है।
कोरोना संक्रमण के कारण इस बदले परिदृश्य में बेहतर क्षमता के साथ सेवा उपलब्ध कराने के लिए, डीएमआरसी ने भीड़भाड़ वाले समय में (पीक ऑवर) चलने वाली ट्रेनों के फेरे सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक बढ़ा दिए हैं। इसके साथ ही सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के दौरान कम-भीड़भाड़ वाले समय की शर्त भी समाप्त कर दी है।
डीएमआरसी की कोशिश यात्रियों को ना हो असुविधा
अनुज दयाल ने यात्रियों से कहा है कि दिल्ली मेट्रो के कुछ सेक्शन दिलशाद गार्डन से शास्त्री पार्क, मुंडका से कीर्ति नगर, कीर्ति नगर से मंडी हाउस, नया बस अड्डा से दिलशाद गार्डन, एस्कोर्ट्स मुजेसर से बहादुरपुर सेक्शन पर क्षमता का उपयोग शत-प्रतिशत से अधिक हो रहा है।
जबकि कम-भीड़भाड़ वाले समय के दौरान उन्हीं सेक्शनों में क्षमता का उपयोग केवल 30-50% के बीच रहा है। जिससे भीड़भाड़ वाले समय के दौरान यात्री यथासंभव अपने यात्रा समय में फेरबदल कर सकते हैं। दयाल ने कहा है कि आने वाले दिनों में व्यस्ततम अवधि के दौरान, यदि अन्य सेक्शनों पर भी पीक आवर में यात्रियों के द्वारा यात्रा करने का यह कार्य पद्धति जारी रही न केवल नियमित तरीके से प्रवेश के कारण स्टेशनों के बाहर लगने वाली लाइनें और लंबी होंगी।
बल्कि स्टेशन परिसरों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में दिक्कत हाेगी। यात्रियों की भीड़ के कारण इससे सेक्शनों के बीच में ट्रेनों की शॉर्ट लूपिंग होगी और गेटों को बंद रखना पड़ेगा जिससे यात्रियों को असुविधा होगी।