दिल्ली सरकार द्वारा पहले ही फेल हो चुकी रोजगार योजना को दोबारा शुरू किए जाने को लेकर दिल्ली के भाजपा नेताओं ने बड़ा हमला बोला है। सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना व मीडिया प्रमुख अशोक गोयल के साथ प्रेस वार्ता कर ऑड-ईवन, कभी डोर स्टेप डिलीवरी, कभी ई-व्हीकल योजना के बाद रोजगार योजना को लेकर केजरीवाल सरकार को निशाने पर लिया। आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार के द्वारा शुरु की गई फिर से रोजगार वेबसाइट पर युवाओं को रोजगार की गारंटी तो नहीं है, परंतु अश्लीलता जमकर परोसी जा रही है। उन्होंने कहा जिस तरह बाइस्कोप में घुमा फिरा कर एक ही तस्वीर दिखाई जाती है उसी तरह केजरीवाल सरकार फ्लॉप हुई पुरानी योजनाओं को दोबारा शुरू करती रहती है।
गुप्ता ने बताया कि केजरीवाल सरकार की मानसिकता महिला विरोधी है क्योंकि उनकी पार्टी में संदीप कुमार, शरद चौहान जैसे कई नेता हैं जिन पर महिला यौन उत्पीड़न एवं शोषण का आरोप है और पीड़िता आज तक न्याय से वंचित है। गुप्ता ने दो साल पहले की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि 2018 में भी रोजगार मेला प्रचार-प्रसार करते हुए केजरीवाल सरकार ने खूब ढोल पीटे थे। इस साल केजरीवाल सरकार ने यह घोषणा की है कि नौकरी पाने वाले और नौकरी देने वाले दोनों ही दिल्ली सरकार के जॉब पोर्टल पर रजिस्टर कर सकते हैं और नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। शुक्रवार को केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दावा किया कि जॉब पोर्टल पर 9 लाख से ज्यादा वैकेंसी है और आवेदनकर्ता 8 लाख 64 हजार हैं। उन्होंने कहा कि अगर दावे इतने सच हैं तो केजरीवाल सरकार बताएं कि पोर्टल के माध्यम से अब तक कितने लोगों को नौकरी मिली है।
पत्रकार वार्ता में जॉब पोर्टल की एक नौकरी का स्क्रीनशॉट दिखाते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि लोगों का वीडियो देखो और कमाओ जैसे नौकरी का अवसर दिया जा रहा है। इसके तहत लोगों को वॉट्सएप पर लिंक भेजकर वी क्लिप नाम का वीडियो एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा जाता है और उसके वीडियोज देखने के बदले 4 हजार से लेकर 10 हजार प्रति माह की कमाई का झांसा दिया जा रहा है। जिस पर अश्लील वीडियो और फोटो मौजूद हैं। साथ ही इसके जरिए डेटा प्राइवेसी का भी उल्लंघन हो रहा है।
नौकरी पाने वालों का विवरण अपने वेबसाइट पर डाले सरकार : बिधूड़ी
दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रोजगार बाजार, वेव पोर्टल या अन्य प्रयासों के माध्यम से 10 लाख बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणा को झूठ करार दिया है। विधुड़ी ने चुनौती देकर कहा है कि अगर केजरीवाल का दावा सही है तो उन 10लाख बेरोजगारों को जिन्हें केजरीवाल ने रोजगार बाजार अन्य माध्यम से नौकरी दिलवाया है उनका नाम, मोबाइल नंबर, पता, कार्यालय का पता वेबसाइट पर डाले। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज लिखे एक पत्र में बिधूड़ी ने कहा कि यह बताया जाना जरूरी है कि संबंधित लोगों को किन किन संस्थानों और किन कंपनियों में किन पदों पर रोजगार दिया गया है और इन लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन की विभिन्न श्रेणियों के तहत वेतन दिया भी जा रहा है या नही।