यूक्रेन का रूस के हथियार डिपो पर ड्रोन हमला:दावा- कई मिसाइलें, बम, गोला-बारूद तबाह; 6KM इलाके में आग लगी, भूकंप के झटके भी आए

यूक्रेन ने रूस के हथियार डिपो पर बड़ा ड्रोन हमला किया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यूक्रेन की स्टेट सिक्योरिटी सर्विस के हवाले से बताया कि रूस के त्वेर क्षेत्र में यह हमला किया। यहां कई मिसाइलें, बम और गोला-बारूद मौजूद थे। अलजजीरा के मुताबिक, ड्रोन हमले से टोरोपेट्स शहर में रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रमुख हथियार डिपो के गोदाम में बड़ा धमाका हुआ है। इसमें इस्कंदर मिसाइल सिस्टम के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें रखी हुई थीं। इसके अलावा यहां तोचका-U टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम और कई गाइडेड बम मौजूद थे। BBC के मुताबिक, हमले के बाद 6 किमी के इलाके में आग लग गई। इस दौरान भूकंप के हलके झटके भी महसूस किए गए। यूक्रेन के एक अधिकारी ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि जहां ड्रोन अटैक हुआ वहां रूस के अपने हथियारों के अलावा नॉर्थ कोरिया से मिली मिसाइलें भी मौजूद थीं। रूस का दावा- यूक्रेन के 54 ड्रोन्स मार गिराए
यूक्रेन की इंटेलिजेंस और स्पेशल ऑपरेशन फोर्स ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया। वहीं रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उसने रातभर में यूक्रेन के 54 ड्रोन्स को मार गिराया है। हालांकि, हमले में कितना नुकसान हुआ इसकी अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। रूस की स्टेट न्यूज एजेंसी RIA ने 2018 में बताया था कि रूस ने अपनी मिसाइलों, बमों और गोला-बारूद को रखने के लिए एक बड़ा हथियार डिपो बनाया है। इसे 2015 में 326 करोड़ में तैयार किया गया था। रूस में और अंदर घुसकर हमले करना चाहता है यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की अब रूस में और अंदर घुसकर हमले करना चाहते हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इसमें मदद के लिए वे अमेरिका पर दबाव भी बना रहे हैं। जेलेंस्की ने 31 अगस्त को एक वीडियो जारी कर बताया था कि 30 अगस्त को रूस ने खारकीव पर एयरस्ट्राइक की, जिसमें 6 यूक्रेनियों की मौत हो गई। वहीं 97 लोग घायल हुए। जेलेंस्की ने कहा था कि इन हमलों को तभी रोका जा सकता है, जब यूक्रेन रूस की एयरफील्ड्स और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएगा। हम हर रोज अपने सहयोगी देशों से इस पर चर्चा कर रहे हैं। उन्हें इसके लिए राजी करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, अमेरिका ने अब तक यूक्रेन को रूस पर हमले के लिए लंबी दूरी के हथियार इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी है। ढाई साल से जारी रूस-यूक्रेन जंग में 6 अगस्त 2024 को पहली बार ऐसा हुआ जब यूक्रेन ने रूस में घुसकर उसके कुर्स्क इलाके पर कब्जा कर लिया। तभी से यूक्रेन लगातार रूस पर हमलावर है। RT की रिपोर्ट के मुताबिक 20 दिनों में यूक्रेन के हमलों में रूस के 31 नागरिकों की जान जा चुकी है। इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल
2006 में रूस ने इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल को लॉन्च किया था। इसे शॉर्ट रेंज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह बड़ी इमारतों और सैन्य ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार को ले जाती है। यह अपने स्थान पर छोड़े जाने के बाद तेजी से ऊपर जाती है, फिर ग्रेविटेशनल फोर्स की वजह से नीचे आते ही दुश्मन को तबाह कर देती है। रूस 9K720 इस्कंदर ब्लैस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल कर रहा है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 500 किलोमीटर है। यह 700 किलोग्राम विस्‍फोटक अपने साथ ले जा सकती है। यह खबर भी पढ़ें… ​​​​​​यूक्रेन का रूस पर सबसे घातक ड्रोन हमला:मॉस्को सहित 8 प्रांतों में 144 ड्रोन दागे, 3 एयरपोर्ट के ऑपरेशन और 50 उड़ानों पर असर​​​​​ यूक्रेन ने मंगलवार को रूस पर अब तक का सबसे घातक ड्रोन हमला किया है। यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को सहित 8 प्रांतों को 144 ड्रोन से निशाना बनाया है। हमले में कई रिहायशी इमारतों को नुकसान पहुंचा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रूस की राजधानी मॉस्को के आस-पास करीब 20 ड्रोन मार गिराए गए। पूरी खबर पढ़ें…