क्लाउड बेस्ड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस जूम ने यूजर्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) रोल आउट किया है। जूम ऑथेंटिकेशन ऐप्स टाइम-बेस्ट वन-टाइम पासवर्ड (TOTP) प्रोटोकॉल जैसे गूगल ऑथेंटिकेटर, माइक्रोसॉफ्ट ऑथेंटिकेटर और फ्री ओटीपी को सपोर्ट करेगा। साथ ही, अकाउंट ऑथेंटिकेशन SMS या फोन कॉल-बेस्ड कोड से होगा। कंपनी का कहना है कि इस कदम से वो अपने प्लेटफॉर्म और यूजर्स के अकाउंट भी सिक्योर बना पाएंगे।
सिक्योरिटी के लिए कई उपाय लागू किए
कंपनी ने दावा किया है कि 1 जुलाई, 2020 से 90 दिनों की फ्रीज पीरियड सुविधा के तहत 100 से अधिक प्राइवेसी और सिक्योरिटी उपायों को लागू किया गया है। इसमें यूजर्स की आंखों की सेफ्टी के लिए एन्हांस्ड एन्क्रिप्शन (जूम 5.0) भी शामिल है।
जूम ने हाल ही में अपने एन्क्रिप्शन को मानक एईएस 256-बिट जीसीएम में अपग्रेड किया है, इससे पिछले AES-256 EC मानक पर सुधार हुआ है। जीसीएम एन्क्रिप्शन अब सभी मीटिंग के लिए पूरी तरह से सक्षम है। जूम आने वाले दिनों में सभी यूजर्स के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन लाने के लिए भी काम कर रहा है।
2FA अप्लाई करने की सेटिंग

- अकाउंट लेवल पर जूम 2FA को सक्षम करना एक सीधी प्रक्रिया है। अकाउंट एडमिन को जूम डैशबोर्ड में साइन-इन करने की आवश्यकता है, और नेविगेशन मेनू में सिक्योरिटी टैब के तहत टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑप्शन के साथ साइन की जांच करें।
- यहां से वे अकाउंट में सभी यूजर्स के लिए स्पेसिफिक यूजर्स या स्पेसिफिक ग्रुप से संबंधित यूजर्स के लिए 2FA सक्षम करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- आखिर में उन्हें अपनी 2FA सेटिंग्स की कन्फर्म करने के लिए सेव पर क्लिक करना होगा। एक बार कन्फर्म होने के बाद यूजर्स को जूम पोर्टल में साइन इन करने पर 2FA सेट करना होगा।