यूपी के फार्म हाउसों को चोरी से बिजली दिए जाने की जांच शुरू, अधिकारियों ने मारा छापा

यमुना पार फरीदाबाद के गांवों से बिजली चोरी कर यूपी के फार्म हाउसों को दिए जाने के मामले में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने जांच शुरू कर दी है। इसके लिए बुधवार रात एक बार फिर टीम ने फार्म हाउसों पर छापा मारकर वहां उपयोग किए जा रहे लोड का आंकलन किया। अधिकारियों का कहना है कि मामले में शामिल सभी फार्महाउस संचालकों के खिलाफ बिजली निगम के थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही उपभोक्ताओं पर भी कार्रवाई की जाएगी, जो चोरी से फार्म हाउसों को बिजली दे रहे थे। बिजली चोरी के इस मामले में निगम के अधिकारियों के शामिल होने की भी पूरी आशंका जताई जा रही है।

ददसिया निवासी एक व्यक्ति ने वर्स 2015 में एग्रीकल्चर के लिए 15 केवीए का कनेक्शन लिया था। वह 2017 तक मीटर रीडिंग से बिल जमा करता रहा। बाद में मीटर खराब होने पर उसने एवरेज बिल जमा करना शुरू कर दिया। विभाग ने उपभोक्ता को हरियाणा की जमीन के लिए कनेक्शन दिया था। आरोप है उसने ग्रेटर नोएडा (यूपी) में यमुना नदी के किनारे बने कई फार्म हाउसों को बिजली देना शुरू कर दिया।

विभाग का यह भी आरोप है कि इसके लिए उपभोक्ता ने यूपी के क्षेत्र में 24 ट्रांसफार्मर भी लगा रखे हैं। इस बड़ी बिजली चोरी का भड़ाफोड़ बुधवार को हुआ। इस मामले में हिसार से आई छापामार टीम ने 11 केवी की लाइन से जुड़े 24 ट्रांसफार्मर पकड़े। इनसे यूपी के फार्म हाउसों को बिजली दी जा रही थी। यह खेल साल 2014 से चल रहा था। टीम ने इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए फरीदाबाद सर्कल सहित उच्चाधिकारियों को सौंप दी।

बिजली निगम की ओर से हरियाणा के जिस उपभोक्ता को 15 किलोवाट का कनेक्शन दिया गया है। वह भी इस मामले में शामिल हो सकता है। इसलिए उसकी भी जांच की जा रही है। उपभोक्ता सहित सभी फार्म हाउस संचालकों पर बिजली चोरी का केस दर्ज कराया जाएगा। साथ ही अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लिया जाएगा।
– नरेश कक्कड़, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम

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