रशिया की फार्मा कम्पनी आर-फार्म ने कोविड-19 के इलाज के लिए नई दवा तैयार की है। नई एंटीवायरल दवा का नाम कोरोनाविर रखा गया है। क्लीनिकल ट्रायल के बाद दवा को कोविड-19 के मरीजों पर इलाज के लिए अनुमति मिल गई है। कम्पनी का दावा है कि यह दवा कोरोना के मरीजों पर बेहतर असर करती है। कोरोनाविर वायरस के रेप्लिलेशन (वायरस की संख्या बढ़ना) को रोकती है।
कम्पनी का दावा, यह कोविड-19 की जड़ पर वार करती है
कम्पनी का दावा है कि ‘कोरोनाविर’ देश की पहली ऐसी दवा है जो पूरी तरह कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए है। दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन समस्या की जड़ वायरस है। संक्रमित मरीजों में यह दवा कोरोना की संख्या को बढ़ने से रोकती है।
55 फीसदी सुधार देखा गया
रशियन फार्मा कम्पनी आर-फार्म के मुताबिक, क्लीनिकल ट्रायल के दौरान कोरोनाविर और दूसरी थैरेपी-दवा ले रहेकोविड-19 के मरीजों की तुलना की गई। रिपोर्ट में सामने आया कि दूसरी दवा और थैरेपी के मुकाबले नई दवा लेने वालेमरीजों में 55 फीसदी अधिकसुधार देखा गया।
कम्पनी का दावा है कि यह दावा कोविड-19 के लक्षणों पर फोकस करने की जगह बीमारी को टार्गेट करती है। यह दवा मरीजों को देने पर 14 दिन बाद अंतर को समझा गया। क्लीनिकल ट्रायल में सामने आया कि कोरोनाविर देने के पांचवे दिन 77.5 फीसदी मरीजों में कोरोनावायरस नहीं मिला।
मई में हुआ था क्लीनिकल ट्रायल
आर-फार्म के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. मिखायल सोमसोनोव के मुताबिक, कई देशों में हुए इसके क्लीनिकल ट्रायल में ये साबित हुआ है कि कोरोनाविर तेजी से संक्रमण और वायरस के रेप्लिकेशन को रोकती है। रशिया के सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी के हेड तात्यान रायजेनत्सोवा के मुताबिक, दवा का ट्रायल मई में शुरू हुआ था, यह अब तक 110 मरीजों का इलाज कर चुकी है। हालांकिदवा की रिसर्च रिपोर्ट जर्नल में प्रकाशित हुई है या नहीं, इस पर तात्यान रायजेनत्सोवा ने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।