कोरोना महामारी के बीच 17वीं लोकसभा का चौथा सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस बार यह ऐतिहासिक होगा, क्योंकि पहली बार एक सदन की बैठक में दोनों सदनों के चैम्बर और गैलरी का इस्तेमाल होगा। दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं होगा और शून्यकाल भी सीमित किया गया है। सत्र एक अक्टूबर तक चलेगा।
इस बार सत्र के दौरान 18 दिन लगातार कार्यवाही चलेगी। कोई छुट्टी नहीं होगी। शनिवार और रविवार को भी काम होगा। आमतौर पर दोनों सदनों में एक साथ काम होता है, लेकिन इस बार दो शिफ्ट में होगा। लोकसभा आज सुबह 9 बजे से शुरू होगी और दोपहर 1 बजे तक चलेगी। राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे चलेगी। इसके बाद 15 सितंबर से एक अक्टूबर तक लोकसभा दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। वहीं, राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी।
सरकार 47 बिल पेश करेगी
मानसून सत्र में 47 विधेयक पेश किए जाएंगे। इनमें 11 विधेयक ऐसे होंगे जो अध्यादेश की जगह लेंगे। सत्र के पहले दिन राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होगा। विपक्ष की ओर से राजद नेता मनोज झा और एनडीए से जदयू नेता हरिवंश के बीच कांटे की टक्कर है।
इसके अलावा, दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं होने और शून्यकाल को सीमित करने पर भी विपक्ष सवाल उठा सकता है। इस सत्र के लिए 4000 लोगों का कोविड टेस्ट कराया गया है। इनमें सांसद, उनका स्टाफ और संसद में काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं।
कांग्रेस 4 विधेयकों का विरोध करेगी, सोनिया अभी सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगी
कांग्रेस ने कहा है कि अर्थव्यवस्था, कोरोना और सीमा पर चीनी घुसपैठ के मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी। खेती से जुड़े तीनों विधेयकों के साथ ही बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव वाले अध्यादेश का विरोध करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विदेश में स्वास्थ्य जांच कराने गई हैं, इसलिए वे कुछ दिनों तक सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगी।
संक्रमण फैलने से रोकने के लिए क्या इंतजाम?
संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 6 बार रोज एसी बदले जाएंगे। सांसदों को कोरोना से बचाव के लिए डीआरडीओ की किट मिलेगी। हर किट में 40 डिस्पोजल मास्क, एन95 मास्क, सैनिटाइजर की 20 बोतलें, 40 ग्लब्ज और दरवाजा बंद करने के लिए टच फ्री हुक्स होंगे।
सांसद, स्टाफ और पत्रकारों के लिए क्या जरूरी होगा?
- संसद में आने वाले हर व्यक्ति को मास्क लगाना जरूरी होगा। सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी।
- सांसदों को संसद में एंट्री तभी मिलेगी, जब 72 घंटे पहले की जांच में उनकी और उनके स्टाफ की कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव होगी। साथ ही उनके घरवालों, ड्राइवर और घरेलू नौकर की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव होना जरूरी है। सांसदों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट और राज्यमंत्रियों के साथ-साथ विपक्ष के दिग्गज नेता भी शामिल हैं।
- संसद में पत्रकारों को मोबाइल फोन के जरिए लाइव टेलीकास्ट की परमिशन नहीं होगी। वे संसद परिसर में किसी मंत्री या सांसद का बयान भी नहीं ले सकेंगे।

सिटिंग अरेंजमेंट कैसा होगा?
सदन की बैठक में दोनों सदनों के चैम्बर और गैलरी का इस्तेमाल होगा। 1952 के बाद से भारतीय संसद के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा। सत्र के दौरान राज्यसभा के सदस्य दोनों चैम्बर और गैलरी में बैठेंगे। 60 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था राज्यसभा के चैम्बर में और 51 की गैलरी में की गई है। बाकी 132 में जितने भी सदस्य शामिल होंगे उन्हें लोकसभा के चैम्बर में बैठाया जाएगा। इसी तरह की व्यवस्था लोकसभा की कार्यवाही में होगी।

सत्र से पहले 5 सांसदों को कोरोना, 9 दूसरे सांसद भी नहीं आएंगे
सत्र से पहले सभी सांसदों की कोरोना जांच की गई, जिनमें 5 सांसदों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तृणमूल कांग्रेस के 7 सांसद भी सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे। इनमें राज्यसभा के मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर राय भी शामिल हैं। भाजपा के 2 सांसद भी नहीं आएंगे।
संसद की कैंटीन बंद रहेगी
सत्र के दौरान संसद की कैंटीन बंद रहेगी। नाश्ता, लंच और स्नैक्स पैक्ड मिलेंगे। इन्हें बाहर से मंगाया जाएगा।

सदन की कार्यवाही कैसे चलेगी?
4 बड़े डिस्प्ले स्क्रीन सदन के चैम्बर में लगेंगे। छह छोटी स्क्रीन 4 गैलरियों में लगाई जाएंगी, ताकि सदस्य अलग-अलग बैठकर भी कार्यवाही में शामिल हो सकें। ऑडियो कंसोल, अल्ट्रावायलेट जर्मीसिडल रेडिएशन, ऑडियो-वीडियो सिग्नल्स के लिए दोनों सदनों को जोड़ने वाले स्पेशल केबल्स, अधिकारियों की गैलरी को अलग करने के लिए पॉलीकार्बोनेट शीट का इस्तेमाल होगा।

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