राहुल बोले- मोदी जी खोखले भाषण देना बंद कीजिए:आपका खून सिर्फ कैमरे के सामने क्यों गरम होता है; PM का Video भी शेयर किया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी से 3 सवाल किए हैं। जो आतंकवाद, पाकिस्तान के बयान और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के दावे पर हैं। राहुल ने X पोस्ट में पूछे सवालों के साथ पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की वीडियो क्लिप भी अपनी जोड़ी है। इसमें PM मोदी कहते सुनाई दे रहे हैं- पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। तो भारत ने भी उस पर विचार किया। राहुल ने X पोस्ट में लिखा- मोदी जी खोखले भाषण देना बंद कर दीजिए। सिर्फ इतना बताइए…आपने भारत के सम्मान से समझौता कर लिया। राहुल के पीएम से 3 सवाल… बीकानेर में पीएम ने कहा- मेरी रगों में खून नहीं, गर्म सिंदूर बह रहा राहुल गांधी का ये बयान पीएम मोदी के गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में दिए बयान के बाद आया। पलाना इलाके सभा के दौरान पीएम ने कहा- पाकिस्तान भारत से कभी सीधी लड़ाई नहीं जीत सकता। इसलिए आतंकवाद को भारत के खिलाफ हथियार बनाया है। पाकिस्तान एक बात भूल गया कि अब मां भारती का सेवक मोदी यहां सीना तानकर खड़ा है। मोदी का दिमाग ठंडा है, ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गर्म है। अब तो मोदी की नसों में लहू नहीं, गर्म सिंदूर बह रहा है। जयराम रमेश बोले- बीकानेर में पीएम के खोखले फिल्मी डायलॉग पीएम मोदी की बीकानेर की सभा पर कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने X पोस्ट में लिखा- आज बीकानेर में सार्वजनिक रैलियों में भव्य, लेकिन खोखले फिल्मी डॉयलॉग फेंकने के जगह प्रधानमंत्री को उनसे पूछे जा रहे गंभीर सवालों का जवाब देना चाहिए। जयराम ने सवाल किया- पहलगाम के क्रूर हत्यारे अभी भी क्यों खुले हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ये आतंकी बीते 18 महीने में पुंछ, गगनगीर और गुलमर्ग में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार थे। पीएम मोदी ने किसी भी सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता क्यों नहीं की और विपक्षी दलों को विश्वास में क्यों नहीं लिया? रमेश ने कहा- पीएम मोदी ने 22 फरवरी 1994 के सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को दोहराने और इसे अपडेट करने के लिए संसद का विशेष सत्र क्यों नहीं बुलाया, जबकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन-पाकिस्तान के बीच गहरी सांठगांठ स्पष्ट थी? आप पिछले दो हफ्तों में राष्ट्रपति ट्रम्प और अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो के अमेरिकी भूमिका पर बार-बार किए जा रहे दावों पर क्यों चुप रहे?