रिलायंस का मार्केट-कैप ₹59,799 करोड़ कम हुआ:इस हफ्ते टॉप-10 कंपनियों में से 8 की वैल्यू ₹1.60 लाख करोड़ गिरी; बैंकिंग शेयर्स में ज्यादा बिकवाली

देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट वैल्यू इस हफ्ते (5-9 मई) के कारोबार के बाद 59,799 करोड़ रुपए कम हो गई है। अब यह ₹18.64 लाख करोड़ है। पिछले हफ्ते यह 19.24 करोड़ रुपए थी। बैंकिंग शेयरों में ज्यादा बिकवाली रही। ICICI बैंक की वैल्यू ₹30,185 करोड़ घटकर ₹9.90 लाख करोड़, HDFC बैंक की वैल्यू ₹27,063 करोड़ कम होकर ₹14.46 लाख करोड़ और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की वैल्यू ₹18,429 करोड़ कम होकर ₹6.96 लाख करोड़ पर आ गई है। इस हफ्ते के कारोबार में इंफोसिस-ITC को फायदा 5 मई से 9 मई तक चले कारोबार में सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस की मार्केट वैल्यू ₹415करोड़ बढ़कर ₹6.26 लाख करोड़ हो गई। वहीं, FMCG कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) की वैल्यू इस दौरान ₹2,538 करोड़ बढ़कर ₹5.48 लाख करोड़ पहुंच गई है। शुक्रवार को गिरकर बंद हुआ था बाजार हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार, 9 मई को शेयर बाजार में गिरावट रही। सेंसेक्स 880 अंक (1.10%) गिरकर 79,454 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 266 अंक (1.10%) की गिरावट रही, ये 24,008 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में गिरावट रही। ICICI बैंक 3.24% नीचे आ गया। पावर ग्रिड,अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, रिलायंस सहित कुल 16 स्टॉक्स करीब 3% गिरकर बंद हुए। हालांकि, टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स और SBI में 4.25% तक चढ़कर बंद हुए। निफ्टी के 50 शेयरों में से 38 में गिरावट रही। रियल्टी सेक्टर में 2.38%, फाइनेंशियल सर्विसेज में 1.76%, प्राइवेट बैंक में 1.29% और ऑयल एंड गैस में 0.78% की गिरावट रही। जबकि, सरकारी बैंकिंग इंडेक्स 1.59% मीडिया 0.95% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.92% ऊपर बंद हुए। मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या होता है? मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, उनकी वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की कुल संख्या को उनकी कीमत से गुणा करके किया जाता है। इसे एक उदाहरण से समझें… मान लीजिए… कंपनी ‘A’ के 1 करोड़ शेयर मार्केट में लोगों ने खरीद रखे हैं। अगर एक शेयर की कीमत 20 रुपए है, तो कंपनी की मार्केट वैल्यू 1 करोड़ x 20 यानी 20 करोड़ रुपए होगी। कंपनियों की मार्केट वैल्यू शेयर की कीमतों के बढ़ने या घटने के चलते बढ़ता-घटता है। इसके और कई कारण हैं… मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ती है? मार्केट वैल्यू कैसे घटती है? मार्केट कैप कैसे काम आता है?