किसी भी रिश्ते में जुड़ना जितना कठिन होता है, उससे कहीं ज्यादा कठिन उस रिश्ते से बाहर निकलना है। कई बार अपमानजनक रिश्ते में होने के बावजूद लोग उससे बाहर नहीं निकल पाते हैं। उनसे अक्सर ये सवाल पूछा जाता है कि ‘आप उसे छोड़ क्यों नहीं देते।’ इसका जवाब उनके पास होता तो है, लेकिन वह दे नहीं पाते। ये उन लोगों को आसान लगता है, जिन्होंने कभी ऐसे रिलेशनशिप का अनुभव नहीं किया है। इसका दर्द वही व्यक्ति समझ सकता है, जो ऐसे रिश्ते से गुजर रहा है या इससे गुजर चुका है। अपमानजनक रिश्ते से निकल पाना आसान नहीं है क्योंकि इसमें कई चुनौतियां होती हैं। जहां एक तरफ व्यक्ति पार्टनर से नाराज रहता है तो दूसरी तरफ उसके साथ बिताए यादगार पल उसे दूर नहीं होने देते हैं। हालांकि ऐसे रिश्ते से व्यक्ति जितनी जल्दी बाहर निकल जाए उतना ही सही है क्योंकि ये रिश्ता सिर्फ मजबूरी और एकतरफा प्यार पर टिका होता है। आज रिलेशनशिप कॉलम में बात अब्यूसिव रिलेशनशिप की। साथ ही जानेंगे कि- अब्यूसिव रिलेशनशिप क्या है? जब किसी रिश्ते में एक पार्टनर दूसरे काे लगातार अपमानित करता है, उसके साथ मारपीट या गाली-गलौज करता है तो इसे अपमानजनक रिश्ता या अब्यूसिव रिलेशनशिप कहते हैं। यह फिजिकल, मेंटल या इमोशनल किसी भी तरीके से हो सकता है। ऐसे लोग अपने पार्टनर पर कंट्रोल बनाए रखना चाहते हैं। उनका दुर्व्यवहार समय के साथ बढ़ता जाता है। नीचे दिए ग्राफिक में अब्यूसिव रिलेशनशिप के संकेतों को समझिए- इसलिए अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर नहीं निकल पाते लोग किसी भी नए रिश्ते में पार्टनर्स के बीच सबकुछ इतना बढ़िया चलता है कि वे एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते। लेकिन कुछ समय बाद यही रिश्ता एक-दूसरे पर बोझिल लगने लगता है। अक्सर उनके बीच की बातचीत बहस में बदल जाती है। कई बार तो इसमें मारपीट तक की नौबत आ जाती है। मामला इतना बढ़ जाता है कि वे एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते। इसके बावजूद उनके लिए रिश्ता तोड़ना आसान नहीं होता। जहां एक तरफ मन सबकुछ खत्म कर देने को करता है तो दूसरी तरफ इमोशन उन्हें ऐसा करने से रोकता है। इसके पीछे कई और कारण भी होते हैं। इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- आइए, अब ऊपर दिए गए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। आत्मसम्मान की कमी से कई बार आत्मसम्मान की कमी से लोग अपमानजनक रिश्ते से बाहर नहीं निकल पाते हैं। दुर्व्यवहार उनके आत्मसम्मान को कम कर देता है। ऐसे में वे उस नकारात्मकता से बाहर नहीं निकल पाते और हर दिन उसमें घुटते रहते हैं। इससे उनमें लाचारी या हार मानने की भावना पैदा हो जाती है। समाज के दबाव से समाज का दबाव व्यक्ति को टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर नहीं निकलने देता है। व्यक्ति को समाज से जज किए जाने का डर लगता है, खासकर अगर उसके बच्चे हैं। ऐसे में वे अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर नहीं निकल पाते हैं। आर्थिक रूप से सशक्त न होने से फाइनेंशियल कंडीशन लोगों के अब्यूसिव रिलेशनशिप में बने रहने का एक मुख्य कारण है। कुछ लोगों के पास इनकम, रोजगार या शिक्षा जैसे स्वयं के संसाधन बहुत सीमित होते हैं। इससे वे जिस स्थिति में हैं, उसी में बने रहना उनकी मजबूरी होती है। बच्चों का भविष्य खराब होने के डर से कई बार टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलना इसलिए भी आसान नहीं होता है क्योंकि लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर इनसिक्योर रहते हैं। वे सोचते हैं कि इससे हमारे बच्चे पर क्या असर पड़ेगा, उसका भविष्य कैसा होगा। बदलाव की उम्मीद से बहुत से लोग पार्टनर में बदलाव की उम्मीद से अब्यूसिव रिलेशनशिप में बने रहते हैं। वे सोचते हैं कि समय के साथ सबकुछ ठीक हो जाएगा। हालांकि ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है। प्यार की वजह से पार्टनर के प्रति गहरे प्यार की वजह से कई बार लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। कुछ लोग इमोशनल अब्यूज को अनदेखा कर देते हैं क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि यह फिजिकल अब्यूज जितना बुरा है। ऐसे में उनके लिए अपने पार्टनर को छोड़ना मुश्किल होता है। फैमिली का सपोर्ट न होने से अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर निकलने के लिए फैमिली का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है। फैमिली का सपोर्ट न होने से व्यक्ति अकेला और असुरक्षित महसूस करता है। इससे वह अब्यूसिव रिलेशनशिप में होने के बावजूद उससे बाहर नहीं निकल पाता है। गलती और जिम्मेदारी की भावना से गलती और जिम्मेदारी की भावना व्यक्ति को अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर नहीं निकलने देती है। कई बार वह अपने रिश्ते में आ रही प्रॉब्लम्स के लिए खुद को दोषी मानते हैं। इससे वह अपने पार्टनर का साथ नहीं छोड़ पाते हैं। किन स्थितियों में अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर निकलना जरूरी रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. गीतांजलि शर्मा बताती हैं कि कई बार स्थितियां कंट्रोल से बाहर हो जाती हैं। इसके बाद भी व्यक्ति रिश्ते से बाहर नहीं निकल पाता है। लेकिन ऐसे रिलेशनशिप में बहुत दिनों तक रहना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। हालांकि अब्यूसिव रिलेशनशिप से बाहर निकलने से पहले खुद को पूरी तरह तैयार करना जरूरी है। जब स्थितियां दिन-प्रतिदिन खराब होती दिखें तो रिश्ते से बाहर निकलने का फैसला लेना ही बेहतर है। जैसकि-