रिलेशनशिप- आलिया-रणबीर फैमिली वेकेशन पर:साइकोलॉजिस्ट से जानें, परिवार के साथ घूमना बच्चों की ग्रोथ के लिए क्यों जरूरी

नए साल के मौके पर बॉलीवुड स्टार कपल रणबीर कपूर और आलिया भट्ट अपनी फैमिली के साथ थाईलैंड ट्रिप पर गए थे। इस दौरान उनके साथ बेटी राहा भी थी। आलिया ने अपनी फैमिली वेकेशन की कुछ तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर पोस्‍ट की हैं। आपने देखा होगा कि अक्सर सेलिब्रिटीज अपने बच्चों को वेकेशन पर ले जाते हैं। उनके साथ टाइम स्पेंड करते हैं। एकेडमिक जर्नल ‘साइंस डायरेक्ट’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, फैमिली वेकेशन पेरेंट्स और बच्चों दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है। इससे बच्चों की फिजिकल और मेंटल हेल्थ दुरूस्त रखती है। बच्चों को नई जगह एक्सप्लोर करने का मौका मिलता है, जिससे उनकी सीखने की क्षमता तेजी से डेवलप होती है। इसलिए बच्चों को घर या स्कूल तक सीमित नहीं रखना चाहिए। इसलिए आज रिलेशनशिप कॉलम में हम फैमिली वेकेशन के महत्व के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- बच्चों को कराएं नई जगह एक्सप्लोर बच्चों के लिए पढ़ाई जितनी महत्वपूर्ण है, उतना ही बाहर घूमना-टहलना भी। इससे उन्हें अपने डेली रूटीन से हटकर कुछ नया सीखने और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका मिलता है। ब्रिटिश चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट डॉ. मार्गोट संडरलैंड ने बच्चों के ऊपर कई किताबें लिखी हैं। इन किताबों में उन्होंने घूमने-फिरने को बच्चों की पर्सनल, प्रोफेशनल और सोशल ग्रोथ के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया है। फैमिली वेकेशन बच्चों के लिए कई तरह से फायदेमंद जिंदगी में वेकेशन की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हम सभी की बचपन की सबसे अच्छी यादें छुट्टियों के दौरान की होती हैं। इसलिए छुट्टियों में बच्चों को कोई नया खिलौना या वीडियो गेम देने के बजाय उन्हें परिवार के साथ वेकेशन पर ले जाएं। इससे उनकी फिजिकल, मेंटल और इमोशनल ग्रोथ तेजी से होती है। उन्हें कुछ समय के लिए पढ़ाई से ब्रेक मिलता है। नीचे दिए ग्राफिक में बच्चों के लिए फैमिली वेकेशन के कुछ फायदे समझिए- आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। बच्चों को बाहर की दुनिया देखने का मिलता है मौका बच्चे अपने डेली रूटीन और पढ़ाई-लिखाई से ऊब जाते हैं। ऐसे में वेकेशन के जरिए उन्हें घर के बाहर की खूबसूरत दुनिया को जानने का अनुभव मिलता है। इसके अलावा वे अलग-अलग संस्कृतियों से परिचित होते हैं। वेकेशन से बच्चों का स्ट्रेस होता कम स्कूल वर्क, होमवर्क या सोशल प्रेशर जैसी चीजें बच्चों में तनाव का कारण बन सकती हैं। ऐसे में फैमिली वेकेशन उन्हें फिर से रिफ्रेश महसूस कराता है। इससे वह रिलैक्स महसूस करते हैं और उनमें सीखने की क्षमता भी बढ़ती है। फैमिली के साथ रिश्ता होता मजबूत परिवार के साथ छुट्टियां बिताने से न केवल बच्चों को खुशी मिलती है, बल्कि यह उनके पारिवारिक संबंधों को भी मजबूत बनाता है। जब पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ समय बिताते हैं तो वे उनकी पसंद-नापसंद, आदतें और विचारों को बेहतर समझ पाते हैं। नई चीजें सीखने का मिलता मौका फैमिली वेकेशन में बच्चे एंजॉयमेंट के अलावा कई नई चीजें भी सीखते हैं। वेकेशन के जरिए बच्चों को अलग-अलग संस्कृति, भाषा और परंपराओं को समझने का मौका मिलता है। जब बच्चे ऐतिहासिक स्थलों और संग्रहालयों की यात्रा करते हैं तो इससे वे इतिहास, कला और समाज के बारे में सीखते हैं। इसके अलावा वेकेशन से बच्चों को प्रकृति को करीब से समझने का मौका मिलता है। सोशल स्किल होती डेवलप वेकेशन के दौरान बच्चे नए लोगों से मिलते हैं। इससे उनकी सोशल स्किल बेहतर होती है। वेकेशन में बच्चों को अपनी भावनाओं, विचारों और जरूरतों को व्यक्त करने का बेहतर मौका मिलता है। इससे उनका कम्युनिकेशन स्किल भी मजबूत होता है। चुनौतियां का सामना करने की क्षमता होती डेवलप फैमिली वेकेशन बच्चों के लिए चुनौतियों का सामना करने और समस्या सुलझाने का एक बेहतरीन मौका होता है। यात्रा के दौरान बच्चों को जो अनुभव मिलता है, वह उन्हें जीवन भर याद रहता है। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे जीवन में आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार होते हैं। फैमिली वेकेशन पेरेंट्स के लिए भी फायदेमंद ऐसा नहीं है कि फैमिली वेकेशन सिर्फ बच्चों के लिए ही फायदेमंद है। ये पेरेंट्स के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। वे रोजमर्रा की भागदौड़ से अपने और अपने परिवार के लिए कुछ समय निकालते हैं। इससे उनका रिश्ता और मजबूत होता है। पेरेंट्स के लिए फैमिली ट्रिप और किस तरह फायदेमंद है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए- फैमिली वेकेशन का रिश्तों पर पड़ता सकारात्मक प्रभाव तेजी से भागती-दौड़ती इस दुनिया में हर कोई समय की कमी को लेकर ज्यादा परेशान रहता है। बड़ों को दफ्तर या घर के कामों से फुरसत नहीं होती। वहीं बच्चे अपनी पढ़ाई या डिजिटल दुनिया में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में वेकेशन सबको एक साथ लाने का एक बेहतर विकल्प है। ये बच्चों और पेरेंट्स के बीच कम्युनिकेशन की कमी और दूरियों की खाई को पाटता है। ये रिश्तों के बीच बॉन्ड बनाने व भावनात्मक रूप से जुड़ने का बहुत अच्छा तरीका है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि फैमिली ट्रिप रिश्तों को मजबूत बनाती है क्योंकि इस दौरान सभी सदस्य स्वतंत्र रूप से एक साथ घूमने और साथ खाने-पीने का मौका पाते हैं। इससे उनके संबंध में मधुरता आती है।