सोशल मीडिया की दुनिया से हम सभी बखूबी परिचित हैं। यहां कुछ भी वायरल हो सकता है, खासकर जब वह किसी मशहूर हस्ती से जुड़ी हुई बात हो। पिछले दिनों भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी धनश्री वर्मा के रिश्तों में तकरार की खबरें आईं। इसके बाद से दोनों के बीच तलाक की अफवाहें भी सोशल मीडिया पर लगातार चल रही हैं। हालांकि, कपल की तरफ अब तक इस पर कोई भी टिप्पणी आई है। युजवेंद्र और धनश्री दोनों ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। दोनों साथ में वीडियोज और फोटोज डालते रहते हैं, जो उनके फैंस को खूब पसंद आता है। हालांकि, रिश्ते में तनाव की खबरों के बीच दोनों ने इंस्टाग्राम पर एक-दूसरे को अनफॉलो कर दिया है। साथ ही चहल ने अपने अकाउंट से धनश्री की तस्वीरें भी हटा दी हैं। इसके बाद से धनश्री वर्मा सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर हैं। अक्सर देखा गया है कि ऐसे किसी भी मामले में सोशल मीडिया यूजर्स अपनी सुविधा के हिसाब से एक पक्ष चुन लेते हैं। ऐसे मामलों में अगर पुरुष कोई बड़ा सेलिब्रेटी है तो उसके फैंस महिला को ट्रोल करने लगते हैं और भला-बुरा लिखने लगते हैं। कई यूजर्स इस दौरान परिवार और पेशेवर जिंदगी को भी निशाना बनाते हैं। वहीं, कई मामलों में ‘मीडिया ट्रायल’ भी होता है। ऐसे में आज हम रिलेशनशिप में जानेंगे कि- किसी की निजी जिंदगी के बारे में टिप्पणी क्यों नहीं करनी चाहिए? मनोचिकित्सक डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं कि हर किसी को अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीने का हक है। किसी की पर्सनल लाइफ और जीने के तरीके के बारे में भला-बुरा कहना बिल्कुल गलत है। किसी के बारे में कुछ भी बोलने-लिखने से पहले हमें खुद को उसकी जगह रखकर सोचना चाहिए। हमें यह समझना चाहिए कि हमारी बात उसे कैसा महसूस कराएगी। याद रखें, हर इंसान के पास अपनी समस्याएं और चुनौतियां होती हैं, जिनके बारे में केवल वही व्यक्ति बेहतर समझ सकता है। इसलिए हमें दूसरों की निजी जिंदगी के बारे में कमेंट करने से बचना चाहिए। क्या ट्रोलिंग करने पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई? सोशल मीडिया पर किसी की ट्रोलिंग करना खतरनाक हो सकता है। इससे न केवल हमारी आदत और सोशल इमेज खराब होती है, बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। ट्रोलिंग और अपमानजनक टिप्पणियों से कई लोग मानसिक रूप से प्रभावित होते हैं। ऐसे में, अगर आप या आपका कोई करीबी ट्रोलिंग का शिकार हो रहा है, तो आप ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कदम उठा सकते हैं। साथ ही अगर आपका कोई करीबी किसी की ट्रोलिंग कर रहा है तो उसे ऐसा करने से रोकें। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। साइबर कानून और संबंधित कानूनी प्रावधानों के तहत ट्रोलर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज की जा सकती है। अगर कोई व्यक्ति आपको मेंटली या इमोशनली परेशान करता है, तो आप पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। किसी की ट्रोलिंग करने से हमें क्या नुकसान हो सकता है? जब हम किसी को ट्रोल करते हैं, तो न सिर्फ दूसरे व्यक्ति को दुख पहुंचाते हैं, बल्कि अपनी मानसिक शांति भी खो देते हैं। धीरे-धीरे हमें दूसरे की बुराई करने और उसे परेशान करने में मजा आने लगता है। इससे हमारे इनर सोल को नुकसान पहुंचने के साथ हमारी इमेज को भी नुकसान पहुंचता है। लोग हमें नापसंद करने लगते हैं। अगर सामने वाला परेशान होकर कानूनी कार्रवाई करता है, तो ट्रोलर्स के लिए मुश्किल हो सकती है। क्या हैं बेहतर नेटिजन बनने के तरीके? इंटरनेट भी हमारे घर-परिवार और स्कूल-कॉलेज की तरह है। हमें इंटरनेट का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि इससे किसी का नुकसान न हो और एक बेहतर नेटिजन बनने की कोशिश करनी चाहिए। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। आइए ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं। फैक्ट चेक करें सोशल मीडिया पर वायरल होती हुई किसी भी खबर को बिना फैक्ट चेक किए आगे न बढ़ाएं। यदि आप किसी खबर पर प्रतिक्रिया देना चाहते हैं, तो पहले उसकी सच्चाई जांचें। कई बार अनजाने में अफवाह फैलाकर आप दूसरों की जिंदगी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। विवाद से बचें सोशल मीडिया पर आप जिस किसी के साथ भी बातचीत करते हैं, उसके साथ सम्मानजनक तरीके से पेश आएं। किसी की निजी जिंदगी या उनके फैसलों पर टिप्पणी करने से बचें। इसका ध्यान रखें कि आपकी बातों से किसी को दुख न पहुंचे। सोशल मीडिया पर पॉजिटिव माहौल बनाने की कोशिश करें हम सभी को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि हम सोशल मीडिया पर पॉजिटिव माहौल रखें। किसी का मजाक उड़ाना, अफवाहें फैलाना और नेगेटिव कमेंट्स करना गलत है। इससे समाज में नफरत बढ़ती है और तनाव फैल सकता है। आधिकारिक बयान पर ही भरोसा करें यदि किसी सेलिब्रिटी या सार्वजनिक व्यक्ति के बारे में कोई खबर फैल रही है, तो उनका आधिकारिक बयान या इंटरव्यू ही अंतिम सच होता है। सोशल मीडिया पर फैली किसी भी अफवाह को तब तक सच न मानें, जब तक उस पर संबंधित व्यक्ति की कोई टिप्पणी नहीं आए। किसी भी खबर को दूसरी जगह क्रॉस चेक करें कई बार सोशल मीडिया पर तस्वीरें या वीडियो के कुछ हिस्से काटकर थोड़ी सी बात निकालकर उसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया जाता है। ऐसे में हमें उन खबरों को ध्यान से पढ़ना चाहिए और उसकी सच्चाई समझने का प्रयास करना चाहिए। प्राइवेसी का सम्मान करें किसी की निजी जिंदगी के बारे में टिप्पणियां करना या उसकी आलोचना करना न केवल गलत है, बल्कि यह उसकी प्राइवेसी का उल्लंघन भी हो सकता है। हमें दूसरों के व्यक्तिगत मामलों में दखल देने से बचना चाहिए। स्मार्टफोन और इंटरनेट का सही उपयोग करें स्मार्टफोन और इंटरनेट हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन हमें इनका सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल समझदारी से करना चाहिए। कुछ व्यूज और पैसे के लिए ऐसा कंटेट नहीं परोसना चाहिए, जिससे किसी की मानसिक शांति भंग हो। संवेदनशील मुद्दों पर समझदारी दिखाएं जब कोई संवेदनशील मुद्दा सामने आए तो समझदारी से काम लेें। मजे के लिए अफवाहों को बढ़ावा देने से समाज में गलत संदेश जाता है। हमें किसी भी विवाद पर संयम रखने की कोशिश करनी चाहिए। दूसरों को जागरूक करें सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने के लिए, हमें दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। अगर आप किसी को गलत जानकारी देते हुए देखें, तो उसे सही जानकारी दें। इससे हमारी डिजिटल दुनिया बेहतर बनेगी और हम एक बेहतर समाज की दिशा में भी कदम बढ़ा सकेंगे।