भारत के जाने-माने बिजनेसमैन धीरजलाल हीराचंद अंबानी उर्फ धीरूभाई अंबानी को कौन नहीं जानता है। पेट्रोल पंप पर नौकरी करने से लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनी खड़ी करने तक की इनकी कहानी तो बहुत से लोगों ने सुनी है। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कितना लंबा संघर्ष किया है, इस बारे में बेहद कम लोगों को जानकारी है। गुजरात के एक छोटे से गांव चोरवाड में जन्मे धीरूभाई अंबानी पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। यही वजह थी कि उन्हें मैट्रिक (10th) के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी। इसके बाद उन्होंने पेट्रोल पंप पर पहली नौकरी की। हालांकि वह हमेशा से ही नौकरी नहीं, बल्कि बिजनेस करना चाहते थे। कुछ दिनों तक नौकरी करने के बाद उन्होंने मुंबई में एक किराए के मकान से रिलायंस कॉमर्शियल कॉर्पोरेशन कंपनी की शुरुआत की। ये कंपनी मसालों और कपड़ों समेत कई चीजें एक्सपोर्ट करती थी। बाद में धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की, जो आज देश की टॉप कंपनियों में से एक है। तो आज हम धीरूभाई अंबानी के जीवन से मिलने वाली उन सीखों के बारे में बात करेंगे, जो कि सफलता की राह को आसान बनाती हैं। धीरूभाई अंबानी के जीवन से सीखें ये बातें भले ही धीरूभाई अंबानी आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी सफलता के किस्से आज भी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके जीवन से हमें ये सीख मिलती है कि चाहे हालात कितने भी खराब क्यों न हों, अगर खुद पर विश्वास है तो एक दिन सफलता जरूर मिलती है। आइए, अब ऊपर दिए पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बात करते हैं। सफलता के लिए अच्छे बैकग्राउंड से होना जरूरी नहीं सफलता पर बैकग्राउंड का कोई फर्क नहीं पड़ता। ये बात धीरूभाई अंबानी ने साबित करके दिखाई है। एक साधारण परिवार में जन्मे धीरूभाई ने 16 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था। सीमित शिक्षा और कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनी की नींव रखी और उसे बुलंदियों पर पहुंचाया। धीरूभाई अंबानी से हम ये सीख सकते हैं कि मेहनत, समर्पण, दृढ़ संकल्प और जुनून से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। ‘शून्य’ से ही शुरू होती है सफलता की यात्रा इसका सबसे बड़ा उदाहरण धीरूभाई अंबानी हैं। जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी तो उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं था, लेकिन पाने के लिए पूरा जहान था। धीरूभाई अंबानी ने मुंबई के एक छोटे से कमरे से महज 500 रुपए में अपने बिजनेस की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। उनके शून्य से शिखर तक की जर्नी लाखों लोगों को प्रेरित करती है। सफल होने के लिए बड़े सपने देखें धीरूभाई अंबानी भले ही साधारण परिवार में पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने हमेशा बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा किया। इसे उनकी लाइफ के एक उदाहरण से समझ सकते हैं। नौकरी के दौरान धीरूभाई अंबानी कम सैलरी मिलने के बावजूद महंगी चाय पीने के लिए 5-स्टार होटलों में जाते थे। जब एक बार उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वहां बड़े उद्योगपति आते हैं और वे बिजनेस के बारे में बातें करते हैं। उन्हें सुनने के लिए ही वह वहां जाते थे, ताकि बिजनेस की बारीकियां समझ सकें। धीरूभाई अंबानी की इस सोच से समझा जा सकता है कि वह अपने सपने को पूरा करने के लिए कितने आगे की सोचते थे। सफलता के लिए कड़ी मेहनत जरूरी सफलता हासिल करने के लिए सिर्फ बड़े सपने देखना ही पर्याप्त नहीं है, उसके लिए कड़ी मेहनत भी करनी पड़ती है। धीरूभाई अंबानी ने सपने देखने के साथ-साथ उसे अचीव करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की। अगर आप भी उनकी तरह सफल बनना चाहते हैं तो सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें, फिर उसे हासिल करने के लिए पूरी जान लगा दें। रिस्क लेने से न डरें सफल होना है तो रिस्क लेना सीखना होगा। बिना कम्फर्ट जोन से बाहर निकले सफलता नहीं मिलती है। सफलता की असली जर्नी उसके बाद ही शुरू होती है। सोचिए अगर धीरूभाई अंबानी ने नौकरी छोड़कर बिजनेस शुरू करने का रिस्क न लिया होता तो वह आज कहां होते। इसलिए सफल होने के लिए रिस्क लेना जरूरी है। सफलता की राह आसान नहीं होती सफलता की राह कभी भी आसान नहीं होती है। कई बार जीवन में ऐसी स्थितियां आ जाती हैं, जब व्यक्ति निराश महसूस करने लगता है। एक समय था, जब धीरूभाई अंबानी का भी लोग मजाक उड़ाते थे। हालांकि उन्होंने किसी की न सुनते हुए अपने लक्ष्य पर फोकस किया और आज उनका नाम ही काफी है। सफलता हासिल करने के लिए हर कठिनाई को पार कर आगे बढ़ना चाहिए। हमेशा समाधान पर फोकस करें सफलता की राह में चुनौतियां आना स्वाभाविक है। इससे निपटने के लिए हमेशा अपना ध्यान समस्या के बजाय उसके समाधान पर केंद्रित करना चाहिए। धीरूभाई अंबानी को भी अपने बिजनेस के शुरुआती दौर में तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने हमेशा सॉल्यूशन पर फोकस किया और आज नतीजा सबके सामने है। लक्ष्य के प्रति अडिग रहें किसी भी काम को पूरा करने के लिए अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्पित होना जरूरी है। धीरूभाई अंबानी का इस बारे में कहना था कि ‘यदि आप दृढ़ संकल्प और पूर्णता के साथ काम करते हैं तो सफलता आपका पीछा करेगी।’ इसलिए जो भी लक्ष्य रखें, जब तक उसे हासिल न कर लें, तब तक डटे रहें। असफलता से सीखें सबक दुनिया में शायद ही कोई ऐसा सफल व्यक्ति हो, जिसने पहले असफलता का सामना न किया हो। हालांकि सभी ने अपनी असफलता से सबक लिया और आगे बढ़े। इसलिए लक्ष्य हासिल करने से पहले अगर असफलता मिलती है तो हार न मानें, बल्कि उससे सबक लेते हुए आगे बढ़ते रहें। एक-न-एक दिन मंजिल जरूर मिलेगी। खुद पर भरोसा रखें सफलता उन्हीं लोगों को मिलती है, जो खुद पर विश्वास रखते हैं और लगातार अपने सपनों की दिशा में आगे बढ़ते रहते हैं। धीरूभाई अंबानी को खुद पर पूर्ण विश्वास था और उन्होंने इसी आत्मविश्वास से महज 500 रुपए से करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी। इसलिए खुद पर भरोसा रखें और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमेशा पॉजिटिव रहें।