रिलेशनशिप- पार्टनर अगर चीटिंग करे तो क्या करें:बातचीत से मसला सुलझाएं या रिश्ता तोड़ दें, रिलेशनशिप एक्सपर्ट की 5 सलाह

क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि जिस व्यक्ति पर आपने आंख मूंदकर भरोसा किया, उसी ने आपका दिल तोड़ दिया? पार्टनर का धोखा देना किसी भी रिश्ते के लिए एक ऐसा गहरा घाव है, जो आसानी से नहीं भरता है। ऐसे में यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि क्या रिश्ते को दूसरा मौका देना चाहिए या नहीं। धोखा मिलने पर हम बुरी तरह टूट जाते हैं। इससे हमारे मन में में अनगिनत सवाल खड़े हो जाते हैं। यह एक ऐसा मुश्किल फैसला है जो हर किसी के लिए अलग होता है। कुछ लोग धोखा देने वाले पार्टनर को कभी माफ नहीं कर पाते, क्योंकि उनके लिए विश्वासघात एक ऐसी रेखा है जिसे पार नहीं किया जा सकता। वहीं, कुछ लोग रिश्ते को सुधारने और फिर से प्यार की नींव रखने की कोशिश करते हैं। वे मानते हैं कि हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए। हालांकि, इसके बावजूद हमारे मन में कई तरह के सवाल चलते रहते हैं। ऐसे में आज हम रिलेशनशिप कॉलम में जानेंगे कि- रोमांटिक रिलेशनशिप में धोखा देना क्या है? धोखेबाजी की कोई एक परिभाषा नहीं है। हालांकि, आपका पार्टनर आपके साथ किसी तरह का विश्वासघात करता है, जिससे आपको भावनात्मक या शारीरिक रूप से ठेस पहुंचती है, तो यह धोखेबाजी है। अगर आपके पार्टनर ने आपको धोखा दिया है, तो यह फैसला सिर्फ आप ही ले सकते हैं कि आपको रिश्ते में रहना है या नहीं। साथ ही आपको यह भी तय करना है कि धोखे की परिभाषा क्या है? यह हर रिश्ते के लिए अलग-अलग हो सकती है। कुछ लोगों के लिए, धोखा देना सिर्फ फिजिकल रिलेशन तक सीमित होता है, जबकि अन्य लोगों के लिए फिजिकल रिलेशन के अलावा भी कुछ बातें धोखेबाजी हो सकती हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। पार्टनर से छुपकर पोर्न देखना: पार्टनर से छुपकर पोर्न फिल्में देखना सिर्फ शारीरिक संतुष्टि की बात नहीं है, बल्कि भरोसे का टूटना है। जब पार्टनर को पता चलता है कि दूसरा व्यक्ति छुपाकर पोर्न देख रहा है, तो उन्हें लग सकता है कि आप किसी और के साथ फैंटेसी में जी रहे हैं। इससे रिश्ते में दूरी और अविश्वास पैदा होता है। पार्टनर से छुपकर एक्स से बात करना: यह भावनात्मक रूप से धोखा देने जैसा है। एक्स से बात करना पुराने रिश्तों की याद दिलाता है और नए रिश्ते में असुरक्षा पैदा करता है। जब पार्टनर को पता चलता है, तो उन्हें लगता है कि उनकी जगह कोई और ले रहा है। किसी दूसरे के साथ इमोशनल रिलेशन रखना: यह शारीरिक धोखे से भी ज्यादा तकलीफ दे सकता है। जब पार्टनर को पता चलता है कि उनका साथी किसी और के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ा है, तो उन्हें लगता है कि उनका रिश्ता खोखला है। इससे विश्वासघात और अकेलापन महसूस होता है। पार्टनर से छुपकर डेटिंग एप का इस्तेमाल: यह स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि आप रिश्ते से संतुष्ट नहीं है। यह भरोसे का टूटना है और रिश्ते में असुरक्षा पैदा करता है। जब पार्टनर को पता चलता है, तो उन्हें लगता है कि उनका रिश्ता खतरे में है। क्या धोखा मिलने पर पार्टनर को दूसरा मौका देना चाहिए? पार्टनर को दूसरा मौका देना या न देना पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत स्थिति, भावनाओं और विश्वास पर निर्भर करता है। यह एक कठिन फैसला है और इसे लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विचार करना चाहिए। आइए इन बातों को ग्राफिक के जरिए समझते हैं। अगर यह पहली बार हुआ है: यदि आपके पार्टनर से ऐसा गलती से हुआ है। उसने छिपाने के बजाय खुद आकर यह बात बताई है और उसे अपनी गलती पर पछतावा है तो आप उसे दूसरा मौका देने के बारे में सोच सकते हैं। अगर आपका पार्टनर गलती मानता और जिम्मेदारी लेता है: यदि आपका पार्टनर अपनी गलती स्वीकार मानता है और इसे सुधारने के लिए तैयार है, तो आप रिश्ता कायम रख सकते हैं। हालांकि, यह निर्णय आपको लेना है कि आप साथ रहना चाहते हैं या नहीं। अगर आपका पार्टनर पारदर्शिता बनाए रखता है: आपका पार्टनर अपने फोन, सोशल मीडिया आदि को लेकर पारदर्शी हो और विश्वास को दोबारा बनाने के लिए तैयार हो। अगर आप खुद रिश्ते को बचाना चाहते हैं: यदि आप मानते हैं कि रिश्ता अब भी मजबूत हो सकता है और आप दोनों मिलकर इसे सुधार सकते हैं। ऐसे में आप पार्टनर को दूसरा मौका दे सकते हैं। दूसरा मौका न देने के कारण अगर पार्टनर बार-बार धोखा देता है: एक बार गलती हो सकती है, लेकिन यदि यह उसकी आदत बन चुकी है, तो भरोसा करना मुश्किल है। ऐसे रिश्ते से आपको अलग हो जाना चाहिए। अगर वह अपनी गलती नहीं मानता: यदि आपका पार्टनर बहाने बनाता है या आपको ही दोषी ठहराता है, तो यह रिश्ते के लिए खतरनाक हो सकता है। अगर आपको बार-बार शक होगा: अगर आप भविष्य में उन पर भरोसा नहीं कर सकते और यह हमेशा आपको परेशान करेगा, तो रिश्ता बोझ बन सकता है। ऐसे में अलग होना आपके मेंटल हेल्थ के लिए बेहतर होगा। अगर आपके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचा है: अगर आपको लगता है कि यह रिश्ता आपकी मानसिक शांति और आत्मसम्मान को नुकसान पहुंचा रहा है, तो इससे बाहर निकलना ही सही होगा।