रिलेशनशिप- पार्टनर से बातचीत के दौरान न करें 8 गलतियां:रिश्ते में पड़ सकती है दरार, रिलेशनशिप एक्सपर्ट से जानें 8 सुझाव

क्या आपने कभी महसूस किया है कि पार्टनर के साथ बातचीत के बावजूद कुछ कमी रह जाती है? या फिर छोटी-छोटी बातें आपके रिश्ते में दरार डालने लगती हैं, बिना यह पता चले कि गलती कहां हुई? दरअसल, हम कई बार हम अनजाने में ऐसी गलतियां करते हैं, जो धीरे-धीरे हमारे रिश्ते को नुकसान पहुंचाती हैं। कई बार हम सुनने के बजाय बोलने में ज्यादा व्यस्त होते हैं। कई बार गुस्से में कुछ ऐसा बोल जाते हैं, जिसकी वजह से हमें पछतावा होता है। ऐसे में हम आज रिलेशनशिप में जानेंगे कि- हम बातचीत के दौरान अनजाने में कौन-सी गलतियां करते हैं? क्या आपने नोटिस किया है कि पार्टनर के साथ हुई छोटी-सी नोकझोंक इतनी लंबी क्यों चलती है? रिश्ते में तनाव क्यों बना रहता है? दरअसल, इसके पीछे हमसे अनजाने में हुई गलतियां ही जिम्मेदार हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। आइए ग्राफिक्स को विस्तार से समझते हैं। खुद ही सवाल पूछना और खुद ही जवाब देना: कभी भी खुद जवाब देने के लिए किसी से सवाल न पूंछे। यह दिखाता है कि आप दूसरों को गंभीरता से नहीं ले रहे और सिर्फ अपनी बात कहना चाहते हैं। लोग इसे चालाकी समझते हैं और उन्हें लगता है कि आप सिर्फ अपनी राय रखने के लिए उन्हें बोलने का मौका दे रहे हैं। इस आदत से बचें। किसी की बात को बीच में काटना: आमतौर पर, किसी के बात खत्म करने से पहले बोलना अनादर कहलाता है। ऐसा करने से दूसरे को लगता है कि आप उसकी बात को जरूरी नहीं समझते हैं या उसका अपमान कर रहे हैं। हमेशा अपने बारे में बात करना: हम सब अपने आसपास देखते हैं कि कुछ लोग हमेशा अपने बारे में ही कहानियां बताते रहते हैं। जबकि कोई भी उनकी कहानियों को सुनना नहीं चाहता है। ऐसे लोगों को कोई भी पसंद नहीं करता है। साथ ही दूसरे इंसान को लगता है कि उसकी कोई वैल्यू नहीं है। अच्छी बातचीत का मतलब है कि दोनों लोग अपनी-अपनी बातें शेयर करें। बिना मांगे सलाह देना: जब कोई अपनी परेशानी शेयर करे तो सलाह देने से बचें। परेशानियां साझा करने का हमेशा यह मतलब नहीं होता है कि वे हमसे सलाह चाहते हैं। बिना मांगे सलाह देने से सामने वाले को लगता है कि उसे सुना नहीं गया। उसे लग सकता है कि आप उसे समस्या सुलझाने के काबिल नहीं समझते हैं। हां’ या ‘ना’ जवाब वाले सवाल पूछना: बातचीत जारी रखने के लिए सवाल-जवाब पूछना जरूरी है। हालांकि, कई सारे लोग हां या ना वाले सवाल पूछते हैं। उदाहरण के तौर पर – ‘क्या आप खाना खाएंगे?’ इस सवाल का जवाब ‘हां’ या ‘ना’ में होगा। वहीं, इस सवाल को दूसरे तरीके से फ्रेम करने पर – ‘आपको खाने में क्या पसंद है?’ यह सवाल बातचीत को जारी रखने में मददगार है। फॉलो-अप सवाल न पूछना: किसी के जवाब देने पर विषय से जुड़ी और बातें पूछना दिखाता है कि आप सामने वाले को सुन रहे हैं। तुरंत नया विषय छेड़ देने से लगता है कि आप सिर्फ समय बिता रहे हैं। उनके जवाब में दिलचस्पी दिखाएं और फॉलो-अप सवाल पूछें। बहुत ज्यादा पूछताछ करना: बातचीत में दोनों लोगों की बराबर की भागीदारी जरूरी है। एक सवाल पूछने और उसका जवाब सुनने के बाद थोड़ा रुकिए और देखिए कि क्या वो भी कुछ पूछना चाहता है, न कि तुरंत दूसरा सवाल दाग दीजिए। लगातार सवाल करने से भी सामने वाले को बुरा लग सकता है। अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करना: अगर हम किसी से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान सामने वाले को हमारी कोई बात बुरी लगती है। हम माफी मांगने या ‘सॉरी’ कहने के बजाय अगर ‘ठीक है’, ‘इतनी बड़ी बात भी नहीं है’, जैसे वाक्य बोलते हैं तो इससे रिश्ते में दरार पड़ सकती है। बातचीत के दौरान गलतियों से बचने के क्या तरीके हैं? रिलेशनशिप कोच डॉ. गीतांजलि शर्मा कहती हैं कि जब आप किसी से बात कर रहे हों, तो उनकी बात को थोड़ा सा दोहराकर देखें। इससे ये पता चलता है कि आपने उनकी बात ठीक से सुनी और समझी है। अगर कहीं कोई गलती हुई होगी, तो वो तुरंत पता चल जाएगी और आगे गलतफहमी नहीं होगी। साथ ही बातचीत में हमेशा प्यार और इज्जत प्राथमिकता दें। झगड़ा करने की बजाय अच्छे से बात करें और यह जानने की इच्छा रखें कि दूसरा क्या सोच रहा है। आइए इन बातों को ग्राफिक्स के जरिए समझते हैं। खुले मन से सुनें: अगर आपकी पार्टनर आपको कोई समस्या बता रही हो, तो उसे गुस्से से जवाब देने की बजाय शांति से सुनें। उन्हें बताएं कि आपको उनकी बात समझ रहे हैं। इससे रिश्ते में विश्वास बढ़ता है और गलतफहमियां कम होती हैं। दूसरों की बात को जिज्ञासा के साथ सुनें: अगर आपका पार्टनर कोई नया आइडिया शेयर कर रहा है, तो आप पूछ सकते हैं, ‘यह कैसे काम करेगा?’ या ‘आपको यह कब से सूझा?’ इससे उन्हें लगेगा कि आप उनकी बात को महत्व देते हैं। भले ही आप इससे सहमत न हों। दूसरों पर अपनी राय जबरदस्ती न थोपें: कभी-कभी हम पार्टनर पर अपनी राय थोप देते हैं, जैसे कि ‘नहीं, तुम्हारा तरीका गलत है।’ इसके बजाय, पार्टनर को पूरी बात कहने दें। मान लें, अगर आपकी पार्टनर कोई योजना बना रही हैं और आपको वह पसंद न हो, तो ‘ना’ कहने की बजाय पूछें, ‘आपको यह क्यों अच्छा लगा?’ बहस से बचने के लिए तटस्थ शब्द चुनें: बहस से बचने के लिए बातचीत के दौरान तटस्थ शब्दों का चयन करें। अगर आपकी राय अलग हो, तो आक्रामक न हों, बल्कि जिज्ञासा दिखाएं। उदाहरण के लिए, अगर आपका पार्टनर कोई बात कहे और आप इससे सहमत न हों, तो कहें, ‘मुझे यह थोड़ा अलग तरीके से समझ में आया, लेकिन मैं इस बारे में और अधिक जानना चाहता हूं।’ ऐसे न दिखाएं कि आपको उनसे ज्यादा पता है: बात कर रहे हों, तो ऐसा न दिखाएं कि आपको उनसे ज्यादा पता है या आप ज्यादा समझदार हैं। यह समझें कि हर कोई अलग-अलग बातें जानता है और जिंदगी भर सीखता रहता है।