लाइफ पार्टनर का चुनाव हमारी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला होता है। हम सब अपने पार्टनर में कुछ-न-कुछ खूबियां खोजते हैं। सामान्य तौर पर लोग चाहते हैं कि उनका लाइफ पार्टनर उनसे प्यार करे, खुश रखे, रिच हो। वहीं कुछ लोग चाहते हैं कि उनका लाइफ पार्टनर उनकी हर बात माने, लेकिन क्या इन चीजों से जिंदगी खुशहाल बन सकती है? शायद नहीं! रिश्ते में कई सारी जरूरी बातें होती हैं, जिनके बिना रिश्ते अधिक समय तक नहीं चल सकते हैं। किसी को लाइफ पार्टनर के रूप में चुनने से पहले, हमें उसमें कुछ खूबियां जरूर तलाशनी चाहिए। ये खूबियां रिश्ते को मजबूत बनाती हैं। साथ ही कपल लाइफ को खुशहाल बनाती हैं। कुछ गुण आपको और आपके साथी को मुश्किल समय में भी एक-दूसरे के करीब बनाए रखते हैं। ऐसे में आज हम रिलेशनशिप में इन्हीं खूबियों के बारे में बात करेंगे। जब हम किसी मिलते हैं तो सामने वाले की छोटी-छोटी बातों से, एक्शन से उसके बारे में कई सारी बातें जान सकते हैं। साथ ही उसके साथ बात करके भी एक-दूसरे के बारे में जान सकते हैं। इन बातों पर ध्यान देंगे तो आप सामने वाले व्यक्ति को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। ये बातें साधारण लग सकती हैं, लेकिन बहुत अहम होती हैं। आइए कुछ ऐसी ही बातों को ग्राफिक के जरिए समझने की कोशिश करते हैं, जो हमारे लिए मददगार हो सकती हैं। अगर आप अपनी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल चाहते हैं, तो लाइफ पार्टनर चुनने से पहले ग्राफिक में बताई बातों पर गौर करें। जिन व्यक्तियों में ऐसी कमियां दिखें, उन्हें बतौर लाइफ पार्टनर चुनने से बचें।यदि आपमें भी यह कमियां हैं तो इसे दूर करने का प्रयास करें। अपने भावी पार्टनर से इस बारे में बात करें और उन्हें बताएं कि आप इससे छुटकारा पाना चाहते हैं। ऐसे में साथ मिलकर दोनों ही एक-दूसरे की बुरी आदतों से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं। धीरे-धीरे ऐसे अभ्यास से आप दोनों एक बेहतर और आदर्श कपल बनने की ओर बढ़ेंगे। यह तरीका आप दोनों को बेहतर और खुशहाल जिंदगी बिताने में मदद कर सकता है। आइए ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं। लाइफ पार्टनर में तलाशें यह खूबियां किसी के साथ भी जीवनभर का रिश्ता बनाने से पहले हमें सामने वाले व्यक्ति की आदतों के बारे में जान लेना चाहिए। यह आपके रिश्ते को जीवनभर खुशहाल बनाने में मदद कर सकता है। आइए इन बातों को समझते हैं। गलतियों और कमियों को स्वीकारना पुरूषों में ईगो की भावना काफी प्रबल होती है और वे लिंग के आधार पर कई बार खुद को दूसरों से श्रेष्ठ मानते हैं। ऐसे में वे अपनी गलती को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और अपने पार्टनर की सही सलाह को भी नजरअंदाज करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपनी गलतियों को स्वीकार करता है और सुधारने की कोशिश करता है तो इसका मतलब है कि वह निरंतर आगे बढ़ना चाहता है और बेहतर बनना चाहता है। वेल राउंडेड शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से सक्षम होने का यह मतलब नहीं है कि व्यक्ति धनपशु हो, सिक्स पैक एब्स हों, दूसरों पर रौब झाड़ता फिरता हो। वह ऐसा व्यक्ति हो, जो अपने काम में खुद को स्थापित कर चुका हो या इस दिशा में कड़ी मेहनत कर रहा हो। लोगों की मेहनत का सम्मान करता हो। ऐसे लोग अपने आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को अच्छी तरह से बनाए रखते हैं। ऐसे लोगों के साथ आपका रिश्ता समय के साथ मजबूत होता है। कम्युनिकेशन स्किल किसी भी रिश्ते में कम्युनिकेशन सबसे महत्वपूर्ण होता है। साथी सिर्फ ऐसा नहीं होना चाहिए कि वह सिर्फ अपनी बातें स्पष्टता के साथ कहे, बल्कि यह भी जरूरी है कि वह एक अच्छा श्रोता हो और आपकी बात समझता हो। इससे आपको अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में किसी प्रकार की उलझन नहीं होती है। जीवन मूल्यों की समझ रिलेशनशिप में कभी भी 100% सहमति नहीं हो सकती है। यही बात इसे रोमांचक बनाती है, लेकिन जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं जैसे परिवार, बच्चों की परवरिश, दूसरों की मदद जैसे विषयों पर बेहतर मूल्यों का होना जरूरी है। यदि आप और आपके साथी के मूल्य एक जैसे हैं तो आपका रिश्ता लंबे समय तक स्थिर और मजबूत रहेगा। लोगों के प्रति सम्मान एक ऐसा व्यक्ति जो समाज के सभी लोगों का सम्मान करता है, वह अपने पार्टनर का भी सम्मान करेगा। हालांकि, ऐसा कोई व्यक्ति जो आपका सम्मान करता हो, लेकिन ड्राइवर, क्लीनर और वेटर के साथ गलत तरीके से पेश आता हो, संभव है कि जब आप उसकी किसी बात का समर्थन न करें तो वह आपके साथ भी गलत तरीके से पेश आए। सहानुभूति की भावना सहानुभूति का मतलब है, किसी दूसरे व्यक्ति की भावनाओं और जरूरतों को समझना और उसे महसूस करना। यह गुण रिश्ते को सफलता की ओर ले जाता है। जब आपका साथी आपको समझता है तो यह न केवल रिश्ते को मजबूत बनाता है, बल्कि इससे एक-दूसरे के प्रति विश्वास और सम्मान बढ़ता है। कमियों को पहचानना और स्वीकारना हर इंसान में कमियां होती हैं, लेकिन जरूरी यह है कि वह अपनी कमियों को स्वीकार करे और उन्हें सुधारने की कोशिश करे। यदि व्यक्ति अपनी गलतियों को बिना किसी शर्मिंदगी और ईगो के स्वीकार करता है। आपको भी अपनी गलतियों के लिए जगह देता है तो यह आपके रिश्ते को और भी मजबूत बना सकता है। प्रभाव स्वीकारना कई सारे पुरुष अपने मेल ईगो की वजह से अपनी महिला पार्टनर का प्रभाव स्वीकारने से घबराते हैं। जब महिला अपने पुरुष पार्टनर की तुलना में बेहतर काम कर रही होती है तो पुरुषों में असुरक्षा की भावना पैदा होती है और वे बिना वजह की बातों पर तनाव लेते हैं। कई बार ऊल-जलूल बातों पर झगड़ते हैं। जबकि ऐसे मामलों में साथी की प्रशंसा की जानी चाहिए। दोनों में कोई भी बेहतर करे, लाभ परिवार को ही होता है। झगड़ों के दौरान सुनना और समझना किसी भी रिश्ते में झगड़े होना स्वाभाविक है, लेकिन अच्छे रिश्ते में, दोनों साथी एक-दूसरे की बातों को खुले मन से सुनते हैं और समाधान पर पहुंचने के लिए मिलकर काम करते हैं।