रिलेशनशिप- स्वस्थ दिमाग के लिए अपनाएं मॉर्निंग हैबिट्स:सुबह उठकर करें 8 काम, पूरे दिन रहेंगे एक्टिव, बेहतर होगी मेंटल हेल्थ

सुबह का वक्त हम सभी के लिए बहुत खास होता है। इस समय हमारा शरीर नए दिन के लिए तैयार हो रहा होता है। ऐसे में अगर हम सुबह की शुरुआत हेल्दी हैबिट्स के साथ करें तो पूरा दिन बेहतर हो सकता है। वहीं, अनहेल्दी हैबिट्स पूरे दिन को खराब कर सकती हैं। यदि सुबह अच्छी और पॉजिटिव हो तो पूरे दिन मूड अच्छा रहता है। हालांकि, इसके लिए सबसे जरूरी चीज हेल्दी हैबिट्स हैं। ऐसी मॉर्निंग हैबिट्स जो पूरे दिन को हेल्दी और माइंडफुल बना सकती हैं। इन हेल्दी हैबिट्स को अपनाकर हम अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं और पूरे दिन तरोताजा फील कर सकते हैं। इन आदतों के साथ हम ना सिर्फ फिजिकली फिट रहेंगे, बल्कि मेंटल पीस और बैलेंस भी पा सकते हैं। ऐसे में आज हम रिलेशनशिप में जानेंगे कि- मॉर्निंग हैबिट्स क्या हैं? हेल्दी मॉर्निंग हैबिट्स यानी ऐसी आदतें जो हमें पिछले दिन से बेहतर बनाएं। सुबह की इन आदतों का असर पूरे दिन पर पड़ता है। अगर हमारी सुबह पॉजिटिव हो, एनर्जी और ताजगी भरी हो तो हमारा मूड पूरे दिन बेहतर रहता है। हालांकि, यह सब कुछ खास आदतों से संभव है। सुबह की कुछ सरल, लेकिन प्रभावी आदतें न सिर्फ मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाती हैं, बल्कि पूरे दिन को प्रोडक्टिव और खुशहाल भी बनाती हैं। आइए इसे ग्राफिक के जरिए समझते हैं। आइए ग्राफिक को विस्तार से समझते हैं जल्दी सोएं और जल्दी उठें जर्नल ऑफ क्लिनिकल स्लीप मेडिसिन में पब्लिश्ड एक स्टडी के अनुसार, रात में 7-8 घंटे की नींद लेने से शरीर और ब्रेन दोनों को रिसेट होने का मौका मिलता है। जब आप सुबह जल्दी उठते हैं तो दुनिया की हलचल से पहले कुछ पल शांति से बिता सकते हैं, जिससे आप आने वाले दिन के लिए तैयार हो सकते हैं। साथ ही आपके पास देर से उठने वालों की तुलना में दिन के कुछ अतिरिक्त घंटे होते हैं। हाइड्रेटेड रहें रातभर की नींद के बाद शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और मेटाबोलिज्म भी बेहतर होता है। पानी ब्रेन के सही कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न्यूट्रिशन के ट्रांसपोर्टेशन, टेंपरेचर कंट्रोल और मानसिक कार्यों में मदद करता है। सुबह पानी पीने से सिरदर्द और थकान कम हो सकती है। माइंडफुलनेस का अभ्यास करें
जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार, माइंडफुलनेस से हमें वर्तमान में फोकस करने में मदद मिलती है, जिससे तनाव और चिंता का प्रभाव कम होता है। हेल्दी नाश्ता करें हमारे पूर्वजों ने कहा है कि जैसा खाए अन्न, वैसा होए मन। जर्नल ऑफ स्कूल साइकोलॉजी के अनुसार, हेल्दी ब्रेकफास्ट शरीर और मस्तिष्क को ऊर्जा देता है। हेल्दी डाइट से न केवल एनर्जी मिलती है, बल्कि मेंटल क्लियरेंस और फोकस भी बढ़ता है। ओट्स या मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी देर तक एनर्जी बनाए रखती है। ताजे फल या दही जैसे प्रोटीन रिच फूड से मांसपेशियां रिपेयर होती हैं साथ ही पूरे दिन एक्टिव बने रहने में मदद मिलती हैं। एक्सरसाइज करें
कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि फिजिकल एक्टिविटी से ब्लड सर्कुलेशन में वृद्धि होती है और ब्रेन एंडोर्फिन (नेचुरल मूड लिफ्टर्स) छोड़ता है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। टू डू लिस्ट तैयार करें
सुबह-सुबह पूरे दिन की प्लानिंग करने और कार्यों की प्राथमिकताएं तय करने से स्ट्रेस कम होता है। इससे पूरे दिन फोकस बनाए रखने में मदद मिलती है। जब आप अपने दिन की प्राथमिकताएं तय करते हैं तो आप समय का सही तरीके से उपयोग कर पाते हैं। मोटिवेशनल बुक्स पढ़ें
​​​​​​​सुबह के समय में कुछ मोटिवेशनल किताबें या आर्टिकल पढ़ने से न केवल आपका मेंटल हेल्थ बेहतर होता है, बल्कि इससे व्यक्तिगत विकास में भी मदद मिलती है। कुछ भी अच्छा पढ़ना हमारे भीतर नई सोच और नया नजरिया विकसित करता है। लगातार कुछ न कुछ पढ़ने से सेल्फ-कॉन्फिडेंस बूस्ट होता है। यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। स्क्रीन टाइम सीमित करें
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से निकलने वाली ब्लू लाइट आपकी नींद की क्वालिटी को प्रभावित कर सकती है और इससे किसी काम पर फोकस करने में दिक्कत हो सकती है। आदत में कैसे शामिल करें? सुबह की आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है, लेकिन अगर सही तरीके से इन आदतों को अपनाया जाए, तो यह बहुत सरल हो जाता है। धीरे-धीरे शुरुआत करें सबसे पहले किसी एक काम को चुनें, जैसे जल्दी उठना या हल्का व्यायाम करना। इसे कुछ दिनों तक नियमित रूप से करें। एक बार जब कोई आदत बन जाए, तो किसी दूसरे हेल्दी मॉर्निंग हैबिट को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें। स्मार्ट रूटीन बनाएंसुबह की आदतों को एक रूटीन में बदलें। उदाहरण के लिए, सुबह उठने के बाद सबसे पहले पानी पीने का आदत डालें, फिर 5-10 मिनट ध्यान करें या गहरी सांस लें। इसके बाद ब्रेकफास्ट करें। इस रूटीन को रोज एक ही समय पर दोहराएं। नोट्स बनाएं या रिमाइंडर लगाएं
​​​​​​​कभी-कभी हम कोई काम करना भूल जाते हैं, खासकर जब कुछ नया शुरू करते हैं। इसलिए अपने कमरे या बाथरूम में छोटे-छोटे नोट्स रखें, जो आपको याद दिलाएं कि आपको क्या करना है। इकोलॉजिकल बदलाव करेंअगर आपका उद्देश्य सुबह जल्दी उठने का है, तो रात में ऐसा माहौल तैयार करें कि आप जल्दी सोने के लिए प्रेरित हों। मोबाइल को दूसरे कमरे में रखें, सोने से पहले किताब पढ़ें, शाम के बाद कॉफी या चाय न पिएं और देर रात में खाना न खाएं। पॉजिटिविटी और मोटिवेशन का कनेक्शन बनाएं
​​​​​​​हेल्दी हैबिट्स अपनाते समय, अपने लक्ष्य और उद्देश्य को ध्यान में रखें। खुद से पूछें कि इन आदतों से आपकी मानसिक स्थिति में क्या सुधार होगा और हेल्दी हैबिट्स के जरिए आप क्या हासिल करना चाहते हैं। इससे आपको हेल्दी हैबिट्स अपनाने में मदद मिल सकती है। लचीलापन बनाए रखें
​​​​​​​हेल्दी हैबिट्स को मजेदार तरीकों और लचीलेपन के साथ अपनाएं। अगर आप दबाव महसूस करेंगे तो इसे जारी रखना मुश्किल होगा। शुरुआत में छोटे लक्ष्य रखें और इन्हें हासिल करें। खुद के साथ कोई भी जबरदस्ती न करें। संभव है कि रविवार के दिन जल्दी उठने का मन नहीं हो। ऐसे में खुद से यह बोले कि ‘मैं देर से उठूंगा, लेकिन सामान्य दिन से अधिक एक्सरसाइज करूंगा।’ या मान लीजिए आप 5 किमी रोज पैदल चलते हैं, लेकिन किसी दिन मन ना करे तो रूटीन नहीं तोड़ें। कम से कम एक या दो किमी पैदल चलें। ऑफिस के लिए देर हो रही हो, तो उस दिन शाम को पैदल चलें। नतीजे पर ध्यान दें जब आप हेल्दी हैबिट्स अपनाते हैं, तो खुद पर ध्यान दें। क्या आप पहले से बेहतर महसूस करते हैं? क्या आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ी है? इन छोटे नतीजों को पहचानने से आपको मोटिवेशन मिलता है। समय पर नींद लें एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत डालें, जिससे आपकी नींद की क्वालिटी बेहतर हो और आप दिन की शुरुआत में एनर्जी महसूस करें। इन तरीकों को अपनाकर, आप धीरे-धीरे अपनी हेल्दी मॉर्निंग हैबिट्स को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं और एक हेल्दी लाइफ जी सकते हैं।